कॅराकस/वॉशिंगटन/ब्रुसेल्स – व्हेनेजुएला में एक साथ दो राष्ट्राध्यक्षों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त हुई है। फिलहाल व्हेनेजुएला की सत्ता हाथ में रख रहे राष्ट्राध्यक्ष निकोलस मदुरो इन्हे स्वीकारने से इंकार करके उनके विरोध में खडे हुए ‘जुआन गैदो’ इन्हें अमरिका ने समर्थन दिया था। अमरिका के साथ अब ब्रिटेन, फ्रान्स एवं जर्मनी, ऑस्ट्रिया और स्पेन इन युरोपीय देशों ने भी ‘गैदो’ यही व्हेनेजुएला के राष्ट्राध्यक्ष होने का ऐलान किया। इस वजह से व्हेनेजुएला में सत्ता संघर्ष नए से भडकने की आशंका दिखाई दे रही है।
अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने मदुरो की हुकूमत पलट ने के लिए व्हेनेजुएला में लष्कर घुंसाने का विकल्प सामने होने का ऐलान किया था। लेकिन, अमरिकाने इसके लिए कोशिश की तो ‘व्हाईट हाऊस’ भी खून से लथपथ होगा, यह धमकी मदुरो इन्होंने दी। उसके बाद मदुरो इनके विरोध में अमरिका और मित्र देशों का गुट और भी आक्रामक हुआ है। ब्रिटेन, फ्रान्स एवं जर्मनी, ऑस्ट्रिया और स्पेन ने ‘गैदो’ इन्हें व्हेनेजुएला के राष्ट्राध्यक्ष घोषित किया है। इन युरोपीय देशों के इस निर्णय पर रशिया ने कडी आलोचना की है। युरोपीय देश संकट से घिरे व्हेनेजुएला की सहायता करना छोडकर इस देश में हस्तक्षेप करना शुरू किया है, ऐसी आलोचना रशिया ने की है।
अमरिका और मित्र देशों ने मदुरो इनकी हुकूमत अवैध होने का ऐलान किया है। लेकिन, रशिया, चीन, तुर्की, ईरान और लैटिन अमरिका से क्युबा और मेक्सिको इन देशों ने किए समर्थन के बलबुते पर मदुरो व्हेनेजुएला की सत्ता में बने रहने पर डटें है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह गतिविधियां शुरू होते हुए अंतरिम राष्ट्राध्यक्ष जुआन गैदो इन्होंने व्हेनेजुएला की जनता की सहायता करने के लिए हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गुट बना रहे है, ऐसा ऐलान किया है।
वही, निकोलस मदुरो इन्होंने अमरिका और युरोप पर आलोचना करते समय व्हेनेजुएला में गृहयुद्ध शुरू होने की चेतावनी दी है। साथ ही ट्रम्प इन्होंने व्हेनेजुएला में लष्करी कार्रवाई करने का निर्णय किया तो व्हाईट हाऊस से बाहर निकलते समय वह खून से लथपथ होंगे, यह चेतावनी देकर किसी भी परिस्थिति में व्हेनेजुएला की सत्ता ना छोडने के संकेत दिए है। मदुरो इनके पीछे रशिया ने लष्करी समर्थन खडा करने से उनका मनोबल बढने का चित्र दिखाई दे रहा है। कुछ दिनों पहले ही रशिया ने मदुरो इनके नीजि सुरक्षा के लिए लगभग ४०० पैरा कमांडो तैनात करने का वृत्त था। साथ ही रशिया मदुरो इनके साथ कुछ समझौते करके उससे व्यापारी लाभ उठा रहा है, यह भी इस दौरान स्पष्ट हो रहा है।
रशिया के आर्थिक हितसंबंध अब व्हेनेजुएला के साथ जुडने से मदुरो इनकी पकड और भी पुख्ता होने की बात कही जा रही है। लेकिन, फिलहाल भुखमरी का सामना कर रही व्हेनेजुएला की जनता की समस्या दूर करने के लिए मदुरो क्या करते है, इस पर उनका सियासी भविष्य निर्भर है, यह स्पष्ट हो रहा है।
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