वॉशिंगटन – ईरान यह सिर्फ आतंकवाद का फैलाव करनेवाला देश नही है| बल्कि, इस देश की ‘रिव्होल्युशनरली गार्ड कॉर्प्स’ (आईआरजीसी) यह लष्करी टुकडी उजागर तौर पर आतंकी गतिविधियों में शामिल है| ईरान का उद्देश्य सफल करने के लिए ‘आयआरजीसी’ आतंकवाद का इस्तेमाल करती है, इस बात पर अमरिकी विदेश मंत्रालय को यकीन हुआ है| इसीलिए अमरिका ‘रिव्होल्युशनरी गार्ड’ को आतंकी संगठन घोषित कर रह है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने घोषित किया| सोशल मीडिया पर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इन्होंने किए इस ऐलान के बाद दुनियाभर में खलबली मची है| इस तरह किसी भी देश के लष्करी गुट को आतंकी घोषित करने का यह पहला अवसर होने का दावा अंतरराष्ट्रीय वृत्तसंस्था कर रही है|
अमरिका ने इसके पहले ही ‘आईआरजीसी’ से जुडी संगठन एवं कंपनीयों के साथ लष्करी लोगों का समावेश ‘ब्लैक लिस्ट’ में किया था| लेकिन, ईरान की सेना में प्रमुख टुकडी के तौर पर जाने जा रही ‘रिव्होल्युशनरी गार्ड’ को आतंकी संगठन घोषित करके राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इन्होंने ईरान के विरोध में कार्रवाई और भी तीव्र होने की बात स्पष्ट की है| ‘आईआरीजीसी’ पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी अमरिका ने पहले ही की थी, यह भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कहा| इसके आगे आतंकी गतिविधियों में शामिल ‘रिव्होल्युशनरी गार्ड एवं विकल्प के तौर पर ईरान पर आर्थिक दबाव बढाया जाएगा, यह जानकारी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने दी|
वही, इस निर्णय की वजह से ‘रिव्होल्युशनरी गार्ड’ के साथ किसी भी प्रकार से व्यवहार रखना एवं इस लष्करी गुट का समर्थन करना, आगे से अमरिका बर्दाश्त नही करेगी, यह स्पष्ट संदेशा भी इससे यकिनन जा पहुंचेगा, यह चेतावनी ट्रम्प इन्होंने दी| ‘रिव्होल्युशनरी गार्ड’ के साथ व्यवहार करना यानी आतंक की सहायता करने जैसा होगा, यह कहकर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इन्होंने इस गुट के संपर्क में रहनेवाले यूरोपीय एवं एशियाई कंपनीयों को इशारा दिया| अमरिका के इस निर्णय का सीधा असर ‘रिव्होल्युशनरी गार्ड’ से जुडे इराक और लेबनान के गुटों पर हो सकता है, यह दावा अंतरराष्ट्रीय माध्यम कर रहे है|
राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इनके इस ऐलान के बाद अमरिकी विदेश मंत्री माईक पोम्पिओ इन्होंने पत्रकारों के साथ बातचीत करते समय अगले हफ्तें में इस निर्णय का अमल शुरू होगा, यह स्पष्ट किया| ‘‘ईरान का ‘रिव्होल्युशनरी गार्ड’ यह लष्करी गुट होने की बात दिखाकर पिछले ४० वर्ष आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है| इस गुट ने दुनियाभर में आतंकी संगठन खडी करके अपनी गतिविधियां शुरू रखी है| सीरिया, इराक, येमन और खाडी क्षेत्र के अन्य देशों की अस्थिरता के लिए भी ‘रिव्होल्युशनरी गार्ड’ जिम्मेदार है’’, यह आरोप पोम्पिओ इन्होंने किया. वही, सभी प्रशासकीय यंत्रणाओं से बातचीत करने के बाद ही यह निर्णय किया है, ऐसा ईरान के लिए नियुक्त किए अमरिका के विशेष दूत ब्रायन हूक इन्होंने कहा|
दौरान, इस निर्णय की वजह से ‘रिव्होल्युशनरी गार्ड’ से जुडे सीरिया, इराक और लेबनान के गुटों पर अमरिका की कार्रवाई होने की संभावना बढी है|
ईरान के ‘रियाल’ की बडी गिरावट
‘रिव्होल्युशनरी गार्ड’ को आतंकी संगठन करार देने के अमरिका ने किए निर्णय का असर ईरान की अर्थव्यवस्था पर हुआ है| इससे ‘ईरान का चलन ‘रियाल’ का मोल ७.५ प्रतिशत गिरा है|
रविवार तक एक डॉलर के लिए १.३३ लाख ईरानी रियाल चुकाने पड रहे थे| लेकिन, अमरिका ने किए निर्णय के बाद एक डॉलर के लिए १.३४ लाख रियाल चुकाने पड रहे है और अगले समय में ईरान में महंगाई भयावह तरिके से बढेगी, यह चिंता ईरान में कई विश्लेषक व्यक्त कर रहे है|
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