इराक में ईरान के ठिकानों पर इस्रायल के तेज हमलें – लंदन स्थित अरबी समाचार पत्र का दावा

इराक में ईरान के ठिकानों पर इस्रायल के तेज हमलें – लंदन स्थित अरबी समाचार पत्र का दावा

लंदन – इस्रायल के लडाकू ‘एफ-३५’ विमानों ने इराक में ईरान के लष्करी अड्डों पर किए हमलों में ईरान और ईरान से जुडे गुटों के ४० लोग मारे गए है| साथ ही ईरान के लष्करी ठिकानों पर तैनात मिसाइल लॉंचर्स और अन्य हथियारों का भंडार भी इन हमलों में तबाह हुआ है| लंदन स्थित अरब समाचार पत्र ने इराकी सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है| इस्रायल के लडाकू मिान सीधे ईरान तक हमलें कर सकते है, यह इशारा प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने हाल ही में दिया था|

Israeli F-35, launch air raids, Arabic daily, fighter jets, media allegations, Syria, Iran, Kuwaitजुलाई १९ के दिन इराक की राजधानी बगदाद से कुछ ही दूरी पर दियाला प्रांत में लष्करी अड्डे पर हमला होने की खबर प्रसिद्ध हुई थी| लेकिन, इराक की सेना इस हमले की जानकारी देने से दूर रही थी| लेकिन, इराकी लष्कर के सूत्रों ने एक अरब समाचार पत्र को दी जानकारी के नुसार इराक में ईरान ने बनाए लष्करी अड्डों पर दो बडे हमलें हुए है| पिछले दस दिनों में यह हमलें किए गए है और इसमें उत्तरी दियाला के ‘अल अझीम’ के ‘कैम्प अश्रफ’ इस लष्करी अड्डे का समावेश है|

कैम्प अश्रफ लष्करी अड्डे पर इराकी सेना का नियंत्रण था| लेकिन, पिछले कुछ वर्षों से इराक ने यह लष्करी अड्डा ईरान के हाथों सौप दिया था| इस लष्करी अड्डे पर ईरान की रिव्होल्युशनरी गार्डस् (आईआरजीसी) के सैनिक एवं हिजबुल्लाह के आतंकी तैनात थे| साथ ही बैलेस्टिक मिसाइल एवं मध्यम और छोटी दूरी के राकेटस् का भी वहां पर बडा भंडार किया गया था| इस अड्डे पर रखे गए बैलेस्टिक मिसाइल कुछ घंटे पहले ही ईरान से ‘कैम्प अश्रफ’ लाया गया था|

इस्रायल के हवाई हमले में इस लष्करी अड्डे पर तैनात ४० लोग मारे गए है और इनमें ‘आईआरजीसी’ के सैनिक एवं हिजबुल्लाह के आतंकियों का समावेश होने की जानकारी वर्णित समचार पत्र ने दी है| इसके अलावा इस हमले ने ईरान के मिसाइलों का बडा भंडार भी नष्ट किया है, यह जानकारी इराकी सूत्रों ने देने की बात वर्णित समाचार पत्र ने दी है| इसके बाद भी कैम्प अश्रफ पर इस्रायल के लडाकू विमानों ने और एक हमला किया था, ऐसा सूत्रों का कहना है| इसी बीच कैम्प अश्रफ पर हुए हमलें में इस्तेमाल किए गए मिसाइल इस्रायली निर्माण की होने का दावा कुवैत के एक समाचार पत्र ने किया है|

माध्यमों में प्रसिद्ध हुई इस जानकारी पर इस्रायल ने किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया दी नही है| इससे पहले सीरिया में ईरान के ठिकानों पर किए हवाई हमलों को लेकर भी इस्रायल ने चुप्पी रखी थी| लेकिन, कुछ महीनों पहले इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने इस्रायल ने सीरिया में २०० से अधिक हवाई हमलें करने की जानकारी रखी थी| साथ ही सीरिया में बने ईरान के लष्करी अड्डे इस्रायल की सुरक्षा के लिए खतरा है और इसके आगे भी इन अड्डों पर हमलें जारी रहेंगे, यह ऐलान भी प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने किया था|

इस दौरान, पीछले कुछ सप्ताहों से ईरान एवं ईरान का समर्थन प्राप्त होनेवाले हिजबुल्लाह और हमास यह आतंकी संगठन इस्रायल का अस्तित्व मिटाने की धमकियां दे रहे है| इस महीने के शुरू में ईरान की इन धमकियों पर इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने प्रत्युत्तर दिया था| ‘इस्रायल के ‘एफ-३५’ विमान खाडी क्षेत्र में किसी भी जगह पर आसानी से पहुंच सकते है| सीरिया में हुए हवाई हमलों ने यह बात स्पष्ट की है, लेकिन इस्रायल के विमान सीधे ईरान में भी हमलें कर सकते है’, यह इशारा इस्रायली प्रधानमंत्री ने दिया था|

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