वॉशिंग्टन – ‘अंतरिक्ष क्षेत्र यह अब दुनिया की नई युद्धभूमि बनी है| अमरिका की सुरक्षा के लिए बने खतरों का ध्यान करें तो अंतरिक्ष क्षेत्र में अमरिका का वर्चस्व काफी अहम बात साबित होती है| इस क्षेत्र में अमरिका आगे है, पर अब सीर्फ आगे रहना काफी नही होगा| जल्द ही अमरिका इस क्षेत्र में सबसे माहीर रोगी’, इन शब्दों में अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ‘स्पेस फोर्स’ सक्रिय होने का ऐलान किया| अमरिका की यह स्पेस फोर्स अतंरिक्ष क्षेत्र में रशिया और चीन ने बनाई चुनौती खतम करने के लिए और भविष्य में अंतरिक्ष में होनेवाले युद्ध के लिए ही गठित की गई है, यह संकेत भी अमरिकी नेतृत्व ने दिए|
शुक्रवार के दिन अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ‘२०२० नैशनल डिफेन्स ऑथोरायझेशन एक्ट’ पर हस्ताक्षर किए| इस कानून में स्पेस फोर्स गठित करने के लिए अमरिका के रक्षा खर्च में प्रावधान भी किया गया है| इस वजह से इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर होने पर एक कार्यक्रम के दौरान ट्रम्प ने ‘स्पेस फोर्स’ गठित होने का ऐलान किया| वर्ष १९४७ के बाद पहली बार अमरिकी रक्षा दल में नए ‘फोर्स’ का निर्माण हुआ है और यह स्पेस फोर्स अमरिकी रक्षा दल का छठा अहम अंग साबित हुआ है| इससे पहले अमरिकी रक्षादल में सेना, नौसेना, वायूसेना, मरिन्स और तटरक्षक बल शामिल थे|
‘स्पेस फोर्स’ के गठन का ऐलान करते समय इससे पहले स्थापित स्पेस कमांड के प्रमुख के तौर पर जनरल जे रेमंड की नियुक्ति भी घोषित की गई| ‘यूएस स्पेस कमांड’ के लिए अमरिका के छह हवाई अड्डों का चयन किया गया है और कोलोरॅडो का ‘बक्ली एअर बेस’ पर स्पेस कमांड का मुख्यालय रहेगा| स्पेस कमांड एवं स्पेस फोर्स के लिए रक्षा दलों ने ३९० सेना अधिकारी, १८३ विशेष अधिकारी, ८२७ नागरिक कर्मचारी और ५० कान्ट्रैक्टर का चयन किया जाएगा| यह प्रक्रिया अंतिम चरण में होने की जानकारी सूत्रों ने दी|
इस दौरान अमरिकी रक्षामंत्री मार्क एस्पर भी उपस्थित थे| उन्होंने ‘स्पेस फोर्स’ के गठन की भूमिका स्पष्ट की| ‘अमरिकी यंत्रणा अंतरिक्ष में स्थित क्षमताओं पर काफी निर्भर है| साथ ही फिलहाल अंतरिक्ष क्षेत्र यह नई युद्धभूमि होने के संकेत भी प्राप्त होने लगे है| इस क्षेत्र में अमरिका की प्रभूता बरकरार रखने की जिम्मेदारी स्पेस फोर्स पर रहेगी’, यह बात रक्षामंत्री एस्पर ने कही|
राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने पिछले वर्ष ही अमरिका की स्पेस फोर्स संबंधी ऐलान करके सनसनी निर्माण की थी| इसके बाद काफी तेजी के साथ गतिविधियां करके अमरिका ने स्पेस कमांड और स्पेस फोर्स का गठन किया है| अंतरिक्ष की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए यह ‘युनिफाईड कॉम्बैट कमांड’ होने की बात राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कही थी|
इस गठन के पीछे रशिया और चीन की अतंरिक्ष में बढती हरकतें ही प्रमुख कारण होने की बात ट्रम्प ने लगातार स्पष्ट की है| साथ ही दुसरी ओर यह दोनों देश अमरिका अंतरिक्ष हथियार स्पर्ध और?खतरा बढा रही है, यह आरोप कर रहे है| ‘अमरिका के राजनयिक और लष्करी नेतृत्व खुलेआम अतंरिक्ष यह युद्ध भूमि होने की बात बयान कर रहे है| अंतरिक्ष में लष्करी मुहीम जल्द ही शुरू करने की मांग अमरिकी नेता और लष्करी अफसर कर रहे है’, यह दावा रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में किया था|
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