ईरान के शहरों में हुए नये विस्फोटों के कारण रहस्य अधिक ही बढ़ा

ईरान के शहरों में हुए नये विस्फोटों के कारण रहस्य अधिक ही बढ़ा

तेहरान – ईरान के अहवाज शहर में शनिवार को हुए विस्फोट में बहुत बड़ी आग लगी। इस विस्फोट का निश्चित कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। उसके कुछ ही घंटे बाद अहवाज से कुछ ही दूरी पर होनेवाले मशहर शहर में स्थित  पेट्रोकेमिकल सेंटर में हुए गैसरिसाव से ७० लोग बाधित हुए हैं। पिछले कुछ दिनों से ईरान के न्युक्लिअर प्लांट, क्षेपणास्त्र अड्डों पर हुए विस्फोटों की तरह इन दोनों घटनाओं की ओर भी शक़ की निगाह से देखा जा रहा है। इन घटनाओं के लिए इस्रायल ज़िम्मेदार होने के आरोप ईरान ने शुरू किये होकर, इस्रायल को गंभीर परिणामों की चेतावनी भी दी है। शत्रुदेश में किये जानेवालीं इस्रायल की कार्रवाइयों के चर्चे नहीं किये जाते, ऐसे गिनेचुने शब्दों में इस्रायल के नये विदेशमंत्री गाबी अश्केनाझी ने अपने देश की भूमिका रखी।

पर्शियन खाड़ी और इराक की सीमा के नज़दीकी खुजेस्तान प्रांत के अहवाज शहर में जरगान बिजली प्लांट में शनिवार सुबह प्रचंड बड़े विस्फोट हुए। प्लांट के ट्रान्सफॉर्मर्स में हुए विस्फोट से बड़ी आग लगी थी। ईरान के अग्निशामक दल ने कड़े प्रयास करके इस आग को काबू में कर लिया। बिजली प्लांट में हुए इस विस्फोट में जीवितहानी नहीं हुई है। लेकिन इस घटना के कारण अहवाज शहर समेत अन्य कुछ भागों में भी सुछ समय के लिए बिजली की सप्लाई खंडित हुई थी। बिजली के प्लांट में हुए सन्देहजनक विस्फोट की तहकिक़ात के आदेश दिये होने की जानकारी ईरानी यंत्रणाओं ने जारी की।

बिजली प्लांट में हुए इस विस्फोट की ख़बर से ईरान ज़रा सँभल ही रहा था कि तभी इसी प्रांत के पेट्रोकेमिकल सेंटर में क्लोरीन गैसरिसाव होने की जानकारी प्रकाशित हुई। मशहर शहर स्थित पेट्रोकेमिकल कंपनी में हुए गैसरिसाव की बाधा इस कंपनी के ७० कर्मचारियों की बाधा हुई होकर, उन्हें अस्पताल में दाख़िल किया गया है। इन कर्मचारियों में से दोनों की हालत नाज़ूक होने की जानकारी सामने आ रही है। खुजेस्तान प्रांत में चंद कुछ घंटों के फ़र्क़ से हुईं इन दोनों घटनाओं की ओर शक की निगाह से देखा जा रहा है। इस्रायल ने सायबर हमलें करके यह हादसा कराया होने का आरोप ईरान में से अब होने लगा है।

बिजली प्लांट में विस्फोट और पेट्रोकेमिकल कंपनी में गैसरिसाव, इन् दोनों घटनाओं से पहले ईरान का नातांझ न्युक्लिअर प्लांट और पारचीन स्थित लष्करी अड्डे पर सन्देहजनक विस्फोट हुए थे। इस्रायल ने इनमें से नातांझ न्युक्लिअर प्लांट पर सायबर हमलें और पारचीन स्थित अड्डे पर हवाई हमलें किये होने का आरोप खाड़ीक्षेत्र के एक अख़बार ने किया था। इन दोनों घटनाओं की तहकिक़ात चालू है, ऐसा बतानेवाले ईरान ने इस अख़बार के आरोपों का समर्थन किया था। साथ ही, ईरान में हुए इन हादसों के पीछे इस्रायल होने की बात यदि सामने आयी, तो इस देश को गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा, ऐसी धमकी भी ईरान दी थी।

नातांझ न्युक्लिअर प्लांट में हुए विस्फोट के कारण ईरान का परमाणु कार्यक्रम दो महीनों के लिए पिछड़ गया होने का दावा किया जा रहा है। वहीं, पारचीन के लष्करी अड्डे पर हुए विस्फोट के कारण ईरान के क्षेपणास्त्रों का बड़ा भंडार नष्ट हुआ होने की नात भी कही जा रही है। ये दोनों घटनाएँ ईरान के लिए ज़बरदस्त झटका देनेवालीं हैं ऐसा बताया जा रहा है। इस्रायल सायबर हमलें करके ईरान में विस्फोटों की शृंखला करा रहा होने के आरोपों की तीव्रता अब बढ़ने लगी है। दो महीने पहले ईरान ने इस्रायल में किये सायबर हमलों के जवाब के रूप में इस्रायल यह कार्रवाई कर रहा होने की बात कही जा रही है। इस कारण, यह एक सायबर युद्ध का भाग है, ऐसा कुछ विश्लेषकों का कहना है। वहीं, नातांझ न्युक्लिअर प्लांट और पारचीन में हुए हमलों के कारण ईरान और इस्रायल के बीच ठेंठ युद्ध भड़क उठेगा, ऐसी संभावना भी जताई जा रही है। ऐसा होने पर, खाड़ीक्षेत्र में युद्ध का बड़ा विस्फोट होगा, ऐसी चिंता व्यक्त की जा रही है।

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