जेरूसलम – ‘इस्रायल और ‘संयुक्त अरब अमीरात’ (युएई) एवं बहरीन के बीच, पिछले कुछ सप्ताहों में सहयोग करने के उद्देश्य से किए गए समझौतों का विश्वभर में स्वागत हुआ है। लेकिन, जैसे जैसे इस सहयोग का विश्वभर में स्वागत होता रहा, वैसा वैसा ईरान अधिक से अधिक अलग-थलग होता गया’, ऐसा बयान अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने किया है। इसके साथ ही, ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्लाह खामेनी से संबंधित संगठन को लक्ष्य करनेवाले नए प्रतिबंध लगाने का ऐलान भी अमरिकी विदेशमंत्री ने किया।
अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ इस्रायल की यात्रा पर पहुँचे हैं और उन्होंने इस्रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू एवं इस्रायल की यात्रा पर पहुँचे बहरीन के विदेशमंत्री ‘अब्दुलतिफ बिन राशिद अल झयानी’ के साथ चर्चा की। इस्रायल और युएई एवं बहरीन का यह सहयोग ईरान के लिए संदेश देनेवाला है, ऐसा बयान भी पोम्पिओ ने किया है।
इस सहयोग की वजह से ईरान जैसे दुष्ट देशों का प्रभाव कम हो रहा है और ईरान अधिक से अधिक अलग-थलग हो रहा है। ईरान ने यदि समय पर अपनी दिशा में बदलाव नहीं किया, तो ईरान हमेशा के लिए बहिष्कृत हो जाएगा, यह चेतावनी भी पोम्पिओ ने दी। इसके साथ ही, पोम्पिओ ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने का ऐलान भी किया।
ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी से संबंधित ‘मुस्ताझफान फाऊंडेशन’ और १६० सहयोगी कंपनियों को लक्ष्य करने के लिए प्रतिबंध लगाने का ऐलान, पोम्पिओ के साथ अमरिकी कोषागार विभाग ने भी किया। इसके अलावा ईरान की गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख महमूद अलावी के खिलाफ़ भी अमरीका ने प्रतिबंध लगाए हैं। इसके साथ ही, यदि ईरान पर लगाए प्रतिबंध हटाए, तो इस क्षेत्र की शांति के लिए स्थापित किया गया सहयोग बाधित होगा और इससे ईरान को ही लाभ होगा, यह बात पोम्पिओ ने कही है।
अमरिकी विदेशमंत्री का यह बयान, अमरीका के अगले राष्ट्राध्यक्ष जो बायडेन की ईरान नीति को लक्ष्य करनेवाला होने का दावा किया जा रहा है। बायडेन ने ईरान पर लगाए प्रतिबंध शिथिल करके, ईरान को दोबारा परमाणु समझौते में शामिल करने के संकेत कुछ हफ्ते पहले दिए थे। तभी ईरान ने भी, बायडेन फिर से परमाणु समझौता करेंगे, यह विश्वास व्यक्त किया था।
इसी बीच, अमरिकी विदेशमंत्री पोम्पिओ गुरुवार के दिन इस्रायल के नियंत्रण की गोलान पहाड़ियों पर जाएँगे, ऐसी खबर सामने आ रही है। पैलेस्टिन ने पोम्पिओ की इस यात्रा का जोरदार विरोध किया है।
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