अमरिकी विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस निमित्ज़’ इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में दाखिल

अमरिकी विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस निमित्ज़’ इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में दाखिल

वॉशिंग्टन/बीजिंग – अमरिकी नौसेना की ‘न्युक्लियर सुपरकैरियर’ यूएसएस निमित्ज़ इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में दाखिल हुई है। बीते कुछ महीनों से यह विशाल विमान वाहक युद्धपोत अमरीका की ‘सेंट्रल कमांड’ के नेतृत्व में खाड़ी क्षेत्र में तैनात की गई थी। लेकिन, इस हफ्ते के शुरू में ‘यूएसएस निमित्ज़’ समेत कैरिअर ग्रूप को इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में रवाना किया गया और अमरीका के नए रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन ने यह आदेश जारी किए हैं, ऐसा कहा जाता है। ‘यूएसएस निमित्ज़’ इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में दाखिल होने के दरमियान अमरिकी विध्वंसक ‘यूएसएस जॉन एस मैक्कैन’ ने गुरूवार के दिन तैवान की खाड़ी क्षेत्र में यात्रा की है, यह जानकारी नौसेना ने प्रदान की।

बीते महीने में अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष पद का भार संभालने के बाद ज्यो बायडेन ने संकेत दिए थे कि, अमरीका ने इंडो-पैसिफिक संबंधित अपनाई नीति बरकरार रख्री है। अमरिकी विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन एवं रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन ने संसद के सामने हुई सुनवाई के दौरान इस विषय पर बयान किया था। इस पृष्ठभूमि पर चीन ने ‘साउथ चायना सी’ और पैसिफिक क्षेत्र में फिरसे आक्रामक लष्करी गतिविधियां शुरू की थी। बीते १५ दिनों में चीन के लड़ाकू विमानों ने दो बार तैवान की हवाई सीमा में घुसपैठ की हैं और इसके करीब युद्धाभ्यास का आयोजन भी किया था। तैवान की आज़ादी की कोशिश यानी युद्ध की धमकी होने का इशारा भी चीन ने दिया था।

चीन की बढ़ती इस आक्रामकता को प्रत्युत्तर देने के लिए अमरीका ने भी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपनी लष्करी तैनाती बढ़ाने की दिशा में कदम उठाएँ हैं। बीते महीने के अन्त में पैसिफिक क्षेत्र में स्थित अमरीका के लष्करी कमांड का अंग होनेवाली ‘यूएसएस थिओडोर रुज़वेल्ट’ की साउथ चायना सी में तैनाती की गई थी। अमरीका के लष्करी एवं लंबी दूरी तक गश्‍त लगानेवाले गश्‍ती विमान भी इस क्षेत्र में लगातार उड़ान भर रहे हैं। इसके बाद गुरूवार के दिन अमरीका की प्रगत विध्वंसक ‘यूएसएस जॉन मैक्केन’ ने तैवान की खाड़ी से यात्रा करने की जानकारी सामने आयी है।

अमरीका ने बीते वर्ष एक साथ तीन विशाल विमान वाहक युद्धपोत एक ही समय पर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में तैनात करके चीन पर दबाव बढ़ाया था। अमरीका की इस कृती से बौखलाए चीन ने युद्ध की धमकियां देना शुरू करके इसके लिए अमरीका ही ज़िम्मेदार होगी, यह इशारा भी दिया था। कुछ दिन पहले ही चीन के वरिष्ठ नेता यांग जिएची ने अमरीका ‘रेड लाईन’ पार ना करे, यह इशारा भी दिया था। लेकिन, चीन की इन धमकियों को अनदेखा करके अमरीका ने इस क्षेत्र में अपनी रक्षा तैनाती कायम रखने के संकेत दिए हैं और ‘यूएसएस निमित्ज़’ का इस क्षेत्र में दाखिल होना भी इसी का हिस्सा होने की बात दिख रही है।

English     मराठी

इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:

https://twitter.com/WW3Info
https://www.facebook.com/WW3Info