किव्ह/ब्रुसेल्स – युक्रेन और रशिया की सीमा पर जारी लष्कर की गतिविधियों को देखते हुए, ‘युरोपियन वॉर’ अथवा विश्वयुद्ध भड़क सकता है, ऐसी चेतावनी रशियन विश्लेषकों ने दी थी। नाटो और युक्रेन ने ‘कोझॅक मेस’ नामक युद्धाभ्यास की घोषणा करके यह चेतावनी सच करने की दिशा में कदम उठाए दिख रहे हैं। इस युद्धाभ्यास में ब्रिटेन समेत पाँच नाटो सदस्य देशों के एक हज़ार से भी अधिक जवान सहभागी होनेवाले हैं। नाटो ने अगर युक्रेन में अतिरिक्त तैनाती की, तो रशिया को उसके विरोध में आवश्यक कदम उठाने पड़ेंगे, ऐसा रशिया ने इससे पहले ही जताया था। इस कारण, इस संयुक्त अभ्यास को रशिया द्वारा उतना ही आक्रामक प्रत्युत्तर जल्द ही दिया जा सकता है।
अमरीका और युरोप समेत निर्माण हुए तनाव की पृष्ठभूमि पर, रशिया ने युक्रेन सीमा पर बड़ी गतिविधियाँ शुरू कीं दिख रही हैं। रशिया ने युक्रेन सीमा के नजदीक चार हज़ार जवान तैनात किए हैं। साथ ही, ‘एस-४००’ यह प्रगत क्षेपणास्त्र यंत्रणा, हेलिकॉप्टर्स, टैंक्स और हथियारबंद गाड़ियाँ भी युक्रेन सीमा पर भेजीं गईं हैं। इन गतिविधियों के फोटोग्राफ्स तथा वीडियो माध्यमों में जारी हुए हैं। यह तैनाती युद्धाभ्यास के लिए होने का दावा रशिया द्वारा किया गया होकर, इसमें किसी को भी धमकाने का उद्देश्य नहीं है, ऐसा रशिया द्वारा स्पष्ट किया गया है।
लेकिन रशिया की इस तैनाती के विरोध में नाटो और युक्रेन ने कदम उठाने शुरू किए हैं। कोझॅक मेस इस युद्धाभ्यास की घोषणा उसी का भाग साबित होती है। युक्रेन के रक्षा बल ने इस अभ्यास की जानकारी सार्वजनिक की है। ‘आक्रामक पड़ोसी देश से हुए हमले को प्रत्युत्तर देने के लिए निर्धारित किए जानेवाले दाँवपेचों पर और कार्रवाइयों पर इसमें ज़ोर दिया जाएगा। ब्रिटेन समेत कम से कम पाँच नाटो सदस्य देशों के एक हज़ार से भी अधिक जवान इसमें सहभागी होनेवाले हैं’, ऐसा युक्रेन द्वारा जारी किए गए निवेदन में कहा गया है। ब्रिटेन ने इस खबर की पुष्टि की है।
कोझॅक मेस इस अभ्यास के साथ ही युक्रेन अगले कुछ महीनों में नाटो सदस्य देशों के साथ छः लष्करी अभ्यासों का आयोजन करनेवाला है, ऐसा सामने आया है। इसमें अमरीका, ब्रिटेन, रोमानिया और पोलैंड के साथ के अभ्यासों का समावेश है। युद्धाभ्यास की घोषणा करने से पहले युक्रेन ने रशिया पर प्रतिबंध लगाने की बात सामने आई है।
इन प्रतिबंधों में रशियन कंपनियों समेत, रशिया की ‘इंटरनॅशनल कोऑपरेशन एजन्सी’ को लक्ष्य किया गया है। इन प्रतिबंधों के खिलाफ रशिया से प्रतिक्रिया आई होकर, प्रत्युत्तर के रूप में रशिया भी कार्रवाई करेगा, ऐसा रशिया के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव्ह ने जताया है। इन नए प्रतिबंधों से पहले युक्रेन सरकार ने रशियन माध्यमों पर भी पाबंदी लगाने का निर्णय किया था।
इसी बीच, शनिवार को डोनेत्स्क शहर के पास हुए एक बारूद के विस्फोट में युक्रेन के सैनिक की मृत्यु होने की जानकारी सामने आई है। पिछले ही हफ्ते, रशिया-युक्रेन सीमा पर होनेवाले डोन्बास में हुई एक मुठभेड़ में युक्रेन के चार जवानों की मृत्यु होने का दावा युक्रेन द्वारा किया गया था। सन २०१४ से पूर्वी युक्रेन में जारी संघर्ष में लगभग १४ हज़ार लोगों की जान गई होकर, १४ लाख से भी अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
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