ऑस्ट्रेलिया के चीन विरोधी दुष्प्रचार का संबंधों पर असर पड़ेगा – चीन के राजदूत का इशारा

ऑस्ट्रेलिया के चीन विरोधी दुष्प्रचार का संबंधों पर असर पड़ेगा – चीन के राजदूत का इशारा

बीजिंग/कैनबेरा – युद्ध के नगाड़ों की स्पष्ट आवाज़ सुनाई दे रही है, ऑस्ट्रेलिया को युद्ध के लिए तैयार होना होगा, ऐसा कहकर इस देश के अंदरुनि सुरक्षा विभाग के सचिव माईक पेज़ुलो ने चीन का खतरा रेखांकित किया था। उनके इस बयान से चीन को बड़ी मीर्च लगी है। ऑस्ट्रेलिया के कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए चीन से खतरा होने का झूठा चित्र खड़ा करके चीन के विरोध में दुष्प्रचार कर रहे हैं, ऐसी आलोचना चीन के विदेश मंत्रालय ने की है। इसी बीच ऑस्ट्रेलिया में नियुक्त चीन के राजदूत चेंद जिन्गाय ने चीन पर हुई इस आलोचना का द्विपक्षीय संबंधों पर असर हुए बिना नहीं रहेगा, ऐसा इशारा दिया है।

माईक पेज़ुलो ने ऑस्ट्रेलिया को चीन के हमले का सामना करना पड़ सकता हैं, यह बात चुनिंदा शब्दों में कही थी। इस पर ऑस्ट्रेलिया में बड़ी चर्चा शुरू हुई है और कुछ लोगों ने उनका यह बयान बेतुका होने का आरोप लगाया है। लेकिन, कुछ ज़िम्मेदार विश्‍लेषकों ने चीन की आक्रामक हरकतों का दाखिला देकर पेज़ुलो का इशारा बिल्कुल सच होने का इशारा दिया है। ऑस्ट्रेलिया में चीन राजनीतिक दखलअंदाज़ी करके पूरा लाभ उठाने की कोशिश में होने की बात कई बार स्पष्ट हुई थी। इस वजह से प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन को विदेशी दखलअंदाज़ी के खिलाफ कानून बनाना पड़ा। इसके साथ ही इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की गतिविधियाँ ऑस्ट्रेलिया की सुरक्षा के लिए घातक होने का बयान कई विश्‍लेषक लगातार कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर भारत, अमरीका और जापान जैसे देशों के ‘क्वाड’ संगठन में ऑस्ट्रेलिया सक्रिय हुआ है।

इस पर चीन की प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है और चीन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ व्यापारी प्रतिबंध भी लगाए हैं। साथ ही कोरोना का निर्माण चीन में कैसे हुआ, इसकी आंतरराष्ट्रीय जाँच करने की माँग ऑस्ट्रेलिया ने की थी। इस पर चीन क्रोध व्यक्त कर रहा है। ऐसी स्थिति में पेज़ुलो का बयान चीन का क्रोध अधिक बढ़ा रहा है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिआन ने पेज़ुलो के यह बयान गैरज़िम्मेदाराना होने का आरोप किया। ऑस्ट्रेलिया में कुछ लोग राजनीतिक स्वार्थ के लिए चीन को बदनाम कर रहे हैं, ऐसी आलोचना लिजिआन ने की। ऐसे गैरज़िम्मेदार लोग शीतयुद्ध के दौर की मानसिकता से बाहर निकलें, ऐसी सलाह भी चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने प्रदान की है।

तभी, चीन को इस तरह से लक्ष्य करना ऑस्ट्रेलिया में राजनीतिक नज़रिये से सटीक साबित होने लगा है, ऐसी टिप्पणी ऑस्ट्रेलिया में नियुक्त चीन के राजदूत चेंग जिन्गाय ने लगाई है। चीन ने किसी को उकसानेवाली हरकतें नहीं की हैं, इसके बावजूद चीन की ओर इस तरह से खतरे के तौर पर देखने का विपरित असर द्विपक्षीय संबंधों पर हुए बगैर नहीं रहेगा, ऐसा इशारा चीन के राजदूत ने दिया है। ऑस्ट्रेलिया-चायना बिजनेस कौन्सिल के ऑनलाईन कार्यक्रम के दौरान चीन के राजदूत ने यह इशारा दिया। इस वजह से पेज़ुलो के बयानों को चीन काफी गंभीरता से ले रहा है, यह बात सामने आ रही है।

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