बीजिंग/वॉशिंग्टन/तैपेई – तैवान के मुद्दे पर चीन द्वारा किए जानेवाले निर्णय में अमरीका हस्तक्षेप नहीं कर सकती, ऐसा इशारा चीन के लष्करी प्रवक्ता ने दिया है। साथ ही तैवान के सामने चीन में विलय होने का एकमात्र विकल्प है और तैवान की आज़ादी युद्ध का न्यौता साबित होगा, यह इशारा भी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता रेन गुओकिआंग ने दिया। अमरिकी सिनेटर्स का तैवान दौरा, कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति एवं इसके बाद विध्वंसक की गश्त से चीन बेचैन हुआ है और चीन की यह नई धमकी इसी की प्रतिक्रिया होने की बात दिख रही है।
‘चीन द्वारा तैवान के मुद्दे पर जारी गतिविधियों को कोई भी रोक नहीं सकता। अमरीका यह बात ध्यान में रखे। साथ ही अमरीका और तैवान के बीच राजनीतिक स्तर पर किसी भी प्रकार का आदान-प्रदान या लष्करी संबंधों को चीन का कड़ा विरोध रहेगा, यह बात भी ध्यान में रखे’, ऐसा इशारा चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता गुओकिआंग ने किया। तैवान के सामने चीन में विलय होने का एकमात्र विकल्प है और तैवान की आज़ादी यानी युद्ध का न्यौता होगा। इसके लिए अमरीका से सहायता नाकाम साबित होगी, इन शब्दों में चीनी प्रवक्ता ने धमकाया है।