अफ़गानिस्तान के काबुल और जलालाबाद में विस्फोट – ३ की मौत, २० घायल

काबुल – राजधानी काबुल और जलालाबाद में शनिवार सुबह हुए बम विस्फोटों में तीन लोग मारे गए और २० घायल हुए। इनमें से जलालाबाद में तीन बम विस्फोट हुए और इन विस्फोटों में तालिबान के वरिष्ठ कमांडर के मारे जाने का दावा किया जा रहा है। तालिबान की सरकार के गठन में सबसे बड़ा हिस्सा प्राप्त किए हक्कानी नेटवर्क के प्रभाव क्षेत्र में यह विस्फोट हुए, ऐसा स्थानीय माध्यमों का कहना है। तालिबान ने काबुल पर कब्ज़ा करने के बाद इन विस्फोटों का लक्ष्य हक्कानी नेटवर्क होने के दावे तालिबान में अदरुनि संघर्ष भड़कने के स्पष्ट संकेत दे रहे हैं।

जलालाबाद, काबुल और जलालाबाद

अफ़गानिस्तान की पूर्वीय और पाकिस्तान की सीमा के करीबी नांगरहार प्रांत में शनिवार के दिन ‘आयईडी’ के तीन विस्फोट हुए। नांगरहार की राजधानी जलालाबाद की सड़क पर तालिबानी आतंकियों की गाड़ियों पर इन धमाकों के ज़रिये हमले होने की बात स्थानीय माध्यमों ने कही है। सुबह १०.३० से १२.३० के दौरान अंगोर बाघ, रोखान मिना क्षेत्र में हुए इन विस्फोटों से तीन लोग मारे गए। इसके अलावा राजधानी काबुल के ‘पीडी १३’ क्षेत्र में हुए बम विस्फोट में दो लोग घायल हुए।

अफ़गानिस्तान के माध्यम तालिबान के नियंत्रण में होने की वजह से इन विस्फोटों की अधिक जानकारी सामने नहीं आ सकी। लेकिन, शुक्रवार के दिन भी नांगरहार प्रांत के शेरज़ाद और हिसारक जिलों में भी तालिबान की गाड़ियों को लक्ष्य किया गया था, यह जानकारी भी सामने आयी है। नांगरहार प्रांत में ‘आयएस-खोरासन’ ने पहले भी हमले किए थे। इस वजह से इन हमलों के पीछे ‘आयएस’ का हाथ होने की बात कही जा रही है। लेकिन, शनिवार के दिन काबुल और जलालाबाद में हुए विस्फोट हक्कानी नेटवर्क को लक्ष्य करने के लिए होने की कड़ी संभावना भी जताई जा रही है।

जलालाबाद, काबुल और जलालाबाद

राजधानी काबुल की सुरक्षा का ज़िम्मा हक्कानी नेटवर्क के खलिल हक्कनी के हाथ में है। इनमें से शनिवार के दिन हुए विस्फोट का लक्ष्य रहे जलालाबाद में ज़दरान गिरोह का वर्चस्व है और यह गिरोह हक्कानी नेटवर्क के प्रमुख सिराजुद्दीन हक्कानी से जुड़ा होने का दावा किया जा रहा है। इस वजह से काबुल और जलालाबाद में हुए विस्फोट हक्कानी नेटवर्क को झटका देने के लिए ही किए गए लगते हैं।

सरकार के गठन के मुद्दे पर बीते हफ्ते हुए विवाद के दौरान हक्कानी नेटवर्क का वरिष्ठ कमांडर खलिल हक्कानी ने तालिबान के दूसरे क्रमांक का नेता मुल्ला बरादर पर हाथ उठाने का दावा अमरीका की शीर्ष वृत्तसंस्था ने किया। इसके बाद बरादर गुट और हक्कानी नेटवर्क के आतंकियों के बीच गोलीबारी हुई और इससे दोनों ओर के आतंकी घायल हुए। इस गोलीबारी में मुल्ला बरादर घायल नहीं हुआ लेकिन, इस संघर्ष के बाद गुस्से से आगबबूला होकर मुल्ला बरादर कंदहार जा पहुँचा, ऐसा अमरिकी वृत्तसंस्था ने कहा है।

इसी बीच, बीते कुछ दिनों से बरादर और हक्कानी गुट के बीच विवाद जारी होने की बात सामने आयी है। तालिबान ने बरादर जीवित होने के साथ तालिबान में मतभेद ना होने का दावा करनेवाला वीडियो जारी किया था। लेकिन, जलालाबाद में हुए विस्फोटों के बाद तालिबान में बनी अनबन अब संघर्ष में तब्दिल होती स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। अगले दिनों में यह संघर्ष भयंकर खूनखराबा करेगा, यह संकेत भी इससे प्राप्त हो रहे हैं।

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