‘हवाना सिंड्रोम’ के परिणामों के लिए रशिया तैयार रहे – अमरीका के ‘सीआयए’ प्रमुख का इशारा

वॉशिंग्टन – ‘विश्‍वभर में तैनात २०० से अधिक अमरिकी सैनिकों को संक्रमित कर रहे रहस्यमयी ‘हवाना सिंड्रोम’ के पीछे रशिया होने की बात स्पष्ट हुई तो रशिया आगे की कार्रवाई के लिए तैयार रहे’, यह इशारा अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा ‘सीआयए’ के प्रमुख विल्यम बर्न्स ने दिया| तो, इस पूरे मामले से रशिया का कोई संबंध ना होने का बयान करके रशिया ने अमरीका के आरोप ठुकराए हैं|

‘हवाना सिंड्रोम’

वर्ष २०१६ में क्युबा की राजधानी में स्थित अमरीका और कनाड़ा के दूतावास में मौजूद कर्मचारी ‘हवाना सिंड्रोम’ से संक्रमित होने की बात सामने आयी थी| इनमें ‘सीआयए’ एजंटस् का भी समावेश होने की बात स्पष्ट होने पर यह एक जैविक हमला होने का आरोप अमरीका ने लगाया था| इसके पीछे क्युबा एवं चीन होने की आलोचना ट्रम्प प्रशासन ने की थी| इसके बाद वर्ष २०१७ में वॉशिंग्टन समेत यूरोप और चीन में स्थित अमरिकी दूतावास के सैन्य एवं गुप्तचर यंत्रणा के अधिकारी इससे संक्रमित हुए थे|

अमरिकी विदेश विभाग ने इसे स्वास्थ्य से जुडी अस्पष्ट घटना बताया था| तभी ‘सीआयए’ ने इस पर यह आरोप लगाया था कि, यह संक्रमण हमारे एजंटस् के मानसिक एवं शारिरीक स्वास्थ्य पर हुए जैविक हमले का हिस्सा है| वर्ष २०२० में जारी रपट में ‘हवाना सिंड्रोम’ के पीछे मायक्रोवेव एनर्जी का हमला होने का दावा किया गया था| यह पूरी तरह से मानव निर्मित हमला होने की बात कही जा रही थी|

‘हवाना सिंड्रोम’

बायडेन प्रशासन ने अमरिकी सरकार का नियंत्रण स्वीकारने के बाद ‘सीआयए’ के प्रमुख विल्यम बर्न्स ने इस मामले की जॉंच शुरू की| साथ ही अमरिकी एजंटस् पर हुए इन हमलों के पीछे रशिया का हाथ होने का आरोप लगाना जारी रखा| नवंबर के शुरू में बर्न्स ने रशिया का दौरा करके रशियन गुप्तचर यंत्रणा के दो प्रमुख अफसरों से मुलाकात की| इस दौरान भी ‘हवाना सिंड्रोम’ का मुद्दा चर्चा में होने का दावा किया जा रहा है|

इस बैठक में बर्न्स ने रशिया को चेतावनी दी, यह जानकारी अमरिकी अफसर ने अखबार द्वारा साझा की| इस हमले के पीछे यदि रशिया का हाथ पाया गया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे, ऐसा सीआयए के प्रमुख ने धमकाया, यह जानकारी भी इस अफसर ने प्रदान की| अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा ‘एफबीआय’ के एजंट भी हवाना सिंड्रोम से संक्रमित होने के मामले सामने आने के बाद सीआयए प्रमुख ने रशिया को यह चेतावनी दी, यह दावा किया जा रहा है| लेकिन, बर्न्स ने धमकाते समय ‘यदि’ शब्द का इस्तेमाल करने से इस मामले में रशिया का हाथ होने को लेकर अमरीका में अभी भी संभ्रम होने की बात दिख रही है, यह दावा अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषक कर रहे हैं|

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