लंदन/मास्को – समुद्र के नीचे लगायी गई ‘अंडरसी केबल्स’ ही विश्व की असली ‘इन्फोर्मेशन सिस्टम’ है और रशिया ने इन केबल्स को तोड़ने की या इसे नुकसान पहुँचाने की कोशिश की तो इसे युद्ध के लिए उकसानेवाली हरकत माना जाएगा, ऐसी चेतावनी ब्रिटेन के रक्षाबलप्रमुख ने दी। एडमिरल सर टोनी रैडाकिन ने इस दौरान ब्रिटेन के करीबी समुद्री क्षेत्र में रशियन पनडुब्बियों की गतिविधियाँ बढ़ने की ओर भी ध्यान आकर्षित किया। इस दौरान उन्होंने पिछले वर्ष ब्रिटीश युद्धपोत एवं रशियन पनडुब्बी के टकराव का भी ज़िक्र किया।
पिछले कुछ वर्षों में ब्रिटेन और रशिया के संबंधों में लगातार विवाद होता दिख रहा है। वर्ष २०१४ में क्रिमिया पर कब्ज़ा, ‘ब्रेक्ज़ीट’ का हस्तक्षेप एवं ब्रिटेन में पूर्व रशियन अधिकारी की हत्या की कोशिश, इन घटनाओं की वजह से दोनों देशों के बीच काफी तनाव बढ़ा है। ब्रिटेन पर सायबर हमलों के पीछे रशिया का हाथ होने के दावे भी सामने आए हैं। इसी दौरान रशिया और नाटो के बीच भी तनाव बढ़ा है और नाटो सदस्य देशों पर दबाव बढ़ाने के लिए रशियन युद्धपोत, पनडुब्बियाँ एवं लड़ाकू विमान लगातार हरकतें कर रहे हैं।
दिसंबर २०२० में १५ दिनों के दौरान ९ रशियन युद्धपोत और पनडुब्बियाँ ब्रिटेन के समुद्री क्षेत्र के करीब पाए गए थे। इसी महीने में ब्रिटेन की युद्धपोत ‘एचएमएस नॉर्थंबरलैण्ड’ और रशियन पनडुब्बी का टकराव हुआ था। इस घटना ने ब्रिटेन में काफी सनसनी निर्माण मचाई थी। ब्रिटेन के रक्षाबलप्रमुख एडमिरल सर टोनी रैडाकिन ने इशारा दिया है कि, अगले दिनों में ऐसी घटना को अधिक गंभीरता से देखकर इस पर प्रत्युत्तर दिया जाएगा। पिछले दो दशकों में रशियन पनडुब्बियों की मौजूदगी एवं अन्य ‘अंडरवॉटर एक्टिविटी’ में काफी बढ़ोतरी होने की ओर भी ध्यान आकर्षित किया गया है।
‘समुद्र में बिछाए गए इंटरनेट केबल्स विश्व की असली इन्फोर्मेशन सिस्टम हैं। रशिया की गतिविधियाँ इस यंत्रणा को नुकसान पहुँचा सकती हैं। इसके लिए आवश्यक क्षमता रशिया ने बढ़ाई है। रशिया ने इंटरनेट केबल्स को नुकसान पहुँचाने की हरकत की तो इसे युद्ध के लिए उकसानेवाली हरकत माना जाएगा और इसके अनुसार ब्रिटेन प्रत्युत्तर देगा’, यह इशारा रक्षाबलप्रमुख ने दिया।
इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |