संयुक्त राष्ट्रसंघ – यूक्रैन पर हमला करनेवाली रशिया के खिलाफ सीधे युद्ध का ऐलान किए बिना अमरीका और नाटो ने आर्थिक, राजनीतिक एवं रणनीतिक नज़रिये से रशिया को घेरने के आक्रामक निर्णय करने का सिलसिला शुरू किया है| यूरोपिय महासंघ ने यूक्रैन को सदस्यता देने की तैयारी की है| तो, अमरीका और ब्रिटेन ने रशिया को संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद से बाहर खदेड़ने के इशारे दिए हैं| इस वजह से यूक्रैन युद्ध के अधिक भीषण परिणाम सामने आने लगे हैं और इसका प्रभाव सारे विश्व पर पडेगा, यह भी स्पष्ट दिखाई दे रहा है|
रशियन सेना ने यूक्रैन की राजधानी किव को घेरा है और खारकिव शहर पर हमले तेज़ किए हैं| किव के उपनगर में रशियन सेना दाखिल होने के वीडियोज् प्रसिद्ध हुए हैं| रशियन सेना ने किव के नागरिकों को सुरक्षा के लिए कुछ सूचनाएँ जारी की हैं| इसकी वजह से किव छोड़ने के लिए जल्दबाजी की जा रही है| इस बीच खारकिव में रशिया के हमले में यूक्रैन की सेना के अलावा जनता का भी नुकसान हुआ दिख रहा है| यूक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष ने यह रशिया का आतंकवाद होने की आलोचना की है| यह कोई नहीं भूलेगा और इसके लिए क्षमा नहीं है, ऐसा यूक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष ज़ेलेन्स्की ने कहा है|
यूक्रैन में रशिया ने वैक्यूम बम एवं क्लस्टर बम का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है| लेकिन, रशिया ने यह आरोप ठुकराए हैं| यूरोपिय महासंघ के प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्रसंघ में रशिया पर तीव्र आरोप लगाए| यूक्रैन जैसे छोटे देश पर रशिया की कार्रवाई अमानवी है| ऐसा करने की छूट रशिया को नहीं दी जा सकती| यूरोपिय महासंघ इसके लिए यूक्रैन की हर तरह से सहायता करेगा| साथ ही यूरोपिय महासंघ ने यूक्रैन को सदस्यता देने की तैयारी भी की है| तो, महासंघ यूक्रैन को आर्थिक एवं अन्य स्तरों पर सहायता प्रदान की जाएगी|
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने यूक्रैन को सहायता करने का ऐलान करके रशिया को संयुक्त राष्ट्र संघ के सुरक्षा परिषद से खदेड़ने की कोशिश करने का ऐलान किया| इसके बाद अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने भी मानव अधिकारों का उल्लंघन कर रही रशिया को सुरक्षा परिषद में रहने का अधिकार ना होने की बात कही| तो, उइगरवंशियों के मानव अधिकारों का हनन कर रहे चीन को भी अमरीका के विदेशमंत्री ने लक्ष्य किया|
इससे पहले यूरोपिय देशों ने रशिया के लिए अपनी हवाई सीमा बंद करने का निर्णय किया था| इसके अलावा, अपने देश में रशियन भाषा एवं रशियन छात्रों को भी लक्ष्य करनेवाले निर्णय यूरोपिय देशों ने किए हैं| इसका गंभीर संज्ञान लेकर रशिया ने यूरोपिय देशों में अपने नागरिकों को स्वदेश लौटेने का आवाहन किया| रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव ने अपने देश पर लगाए गए आरोपों पर तीखा प्रत्युत्तर दिया|
क्रिमिया पर कब्ज़ा करने की वजह से रशिया की आलोचना कर रही क्रिमियन जनता पर यूक्रैन के अत्याचारों की परवाह नहीं थी| डोंबास इलाके में यूक्रैन मानव अधिकारों को सरेआम कुचल रहा था, इस पर भी पश्चिमी देशों ने कभी ध्यान नहीं दिया| इस वजह से रशिया में शरणार्थियों के झुंड़ आ रहे थे और इसी कारण रशिया को यहां पर हस्तक्षेप करने के लिए सेना का इस्तेमाल करना पड़ा, ऐसा कहकर लैवरोव ने पश्चिमी देशों की जोरादार आलोचना की| साथ ही, अमरीका यूरोपिय देशों से परमाणु तैनाती हटाए, यह मॉंग रशिया के विदेशमंत्री ने की| उद्देश्य पूर्ण हुए बिना रशिया की यूक्रैन में कार्रवाई नहीं रुकेगी, यह बात विदेशमंत्री लैवरोव ने ड़टकर कही|
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