लंदन – रशिया ने ‘ब्लैक सी’ क्षेत्र में यूक्रेन के बनाए हुए घेरे को तोड़ने के लिए पश्चिमी देशों की गतिविधियाँ शुरू हुई हैं। लिथुआनिया ने यूक्रेन के जहाज़ों की सुरक्षा के लिए मानवीय गुट खड़ा करने का प्रस्ताव दिया है। इस प्रस्ताव का ब्रिटेन ने समर्थन करने की बात कही जा रही है। इसी दौरान डेन्मार्क ने यूक्रेन को ‘हार्पून एण्टी शिप मिसाइल्स’ प्रदान करना मंजूर किया है। कुछ दिन पहले यूक्रेन के वरिष्ठ अधिकारियों ने अमरीका ने रशिया के ‘ब्लैक सी फ्लीट’ तबाह करने की योजना बनाने का सनसनीखेज़ बयान किया था। इस पृष्ठभूमि पर यूक्रेन का घेरा तोड़ने की वजह बताकर बन रहें गुट की गतिविधियाँ ध्यान आकर्षित कर रही हैं।
रशिया और यूक्रेन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘ब्रेड बास्केट’ के तौर पर पहचान रखते हैं। यूक्रेन में करोड़ों टन अनाज़ और अन्य उत्पादन विभिन्न शहरों एवं बंदरगाहों में फंसा पड़ा है। यूक्रेन के ओडेसा बंदरगाह के अलावा अन्य अधिकांश क्षेत्र पर रशिया ने कब्ज़ा किया है। साथ ही यूक्रेन के समुद्री यातायात का रास्ता होनेवाले ‘ब्लैक सी’ के क्षेत्र में रशिया ने अपनी ताकतवर नौसेना तैनात की है। इस वजह से यूक्रेन से अनाज़ एवं अन्य उत्पादन समुद्री मार्ग से निर्यात नहीं हो सकते।
यूक्रेन में फंसे हुए अनाज़ की वजह से विश्व के कई देशों में अनाज़ और धान की खतरनाक किल्लत निर्माण हुई है और महंगाई में उछाल आया है। स्थिति ऐसी ही बनी रही तो विश्व को खतरनाक ‘फुड क्राइसिस’ से नुकसान पहुँचेगा, ऐसे इशारे संयुक्त राष्ट्रसंघ के साथ कई प्रमुख गुटों ने दिए हैं। इस पृष्ठभूमि पर यूक्रेन में स्थित अनाज़ के भंड़ार एवं अन्य उत्पादनों को बाहर निकालने के लिए पश्चिमी देशों ने कोशिश शुरू की है और मानवीय गुट का प्रस्ताव रखा है। लिथुआनिया के विदेशमंत्री गैब्रिलिअस लैण्डस्बर्गिस ने ब्रिटेन दौरे में यह प्रस्ताव सामने लाया है।
लैण्डस्बर्गिस ने यूरोप समेत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘नेवल पॉवर’ के तौर पर पहचाने जानेवाले देश गुट तैयार करें, ऐसा कहा है। अपने प्रस्ताव को ब्रिटेन ने समर्थन दिया है, यह दावा भी उन्होंने किया। ब्रिटेन अपने युद्धपोत तैनात कर सकता है, ऐसे संकेत ब्रिटेन के विदेशमंत्री लिज़ ट्रुस ने दिए होने की बात कही जा रही है। एक ओर यह गुट गठित किया जा रहा है और इसी बीच अमरीका ने यूरोपिय देशों की सहायता से यूक्रेन को ‘एण्टी शिप मिसाइल्स’ प्रदान करने की तैयारी शुरू की है।
यूक्रेन को रक्षा सहायता प्रदान कर रहे देशों की सोमवार को वर्चुअल बैठक हुई। इसमें डेन्मार्क ने यूक्रेन को ‘हार्पून ॲण्टी शिप मिसाइल्स’ की आपूर्ति करने के लिए हामी भरी है, ऐसा बताया जा रहा है। ‘हार्पून’ के साथ ही अमरीका ‘नेवल स्ट्राईक मिसाइल्स’ की भी आपूर्ति करेगी, ऐसा दावा किया गया है। ‘हार्पून’ की मारक क्षमता तकरीबन ३०० किलोमीटर है और ‘नेवल स्ट्राईक मिसाइल्स’ २५० किलोमीटर मारक क्षमता रखती है। ‘हार्पून मिसाइल्स’ युद्धपोत, विमान एवं समुद्री तट से लौंचर्स से दागी जा सकती हैं, यह जानकारी सूत्र ने प्रदान की।
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