मास्को/किव – डोन्बास पर कब्ज़ा करने के लिए अंतिम जंग कही जा रही रशिया और यूक्रेन की सेवेरोडोनेत्स्क की लड़ाई अधिक तीव्र हुई है। सेवेरोडोनेत्स्क की सड़कों के साथ छोटे हिस्सों में दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने खड़े हुए हैं और हर घंटे स्थिति बदल रही है, ऐसी जानकारी सूत्रों ने प्रदान की। लेकिन, रशिया के हमले के सामने यूक्रेन की सेना का टिकना कठिन होने की बात स्थानीय अधिकारी मान रहे हैं और शहर का बड़ा हिस्सा रशिया के कब्ज़े में जाने की बात भी स्पष्ट कह रहे हैं। इस संघर्ष के दौरान शहर में लगभग १० हज़ार से अधिक लोग फंसने की जानकारी सामने आयी है।
पिछले कुछ दिनों में रशिया के वरिष्ठ अधिकारी लगातार सेवेरोडोनेत्स्क और डोन्बास पर कब्ज़ा करने पर आक्रामक बयान करते पाए गए हैं। इसके पीछे रशियन सेना को इस क्षेत्र में प्राप्त हो रही सफलता कारण होने की बात कही जा रही है। रशिया ने क्रिमिया एवं मारिओपोल में तैनात सेना को डोन्बास मुहिम के लिए तैनात किया है और कुछ नए दल भी भेजने की बात स्पष्ट हुई है। सेवेरोडोनेत्स की ज़िम्मेदारी जिस सेना अधिकारी को दी गई थी उसे शहर पर कब्ज़ा करने के लिए इस हफ्ते के अन्त तक अवधि दी जाने का वृत्त भी माध्यमों में प्रसिद्ध हुआ है।
इस वजह से रशिया ने पूरी ताकत लगायी है और इस हमले की तीव्रता कम होने नहीं दी। इससे पहले कुछ हिस्सों से रशियन सेना को पीछे खदेड़ने में सफलता प्राप्त करनेवाली यूक्रेन की सेना के लिए यह जंग काबू के बाहर जाने की बात सामने आने लगी है। इस वजह से अब यूक्रेन के अधिकारी पीछे हटने की अलग-अलग वजह बताने लगे हैं। गुरुवार को यूक्रेन के एक अधिकारी ने विदेश से उचित समय पर हथियार प्राप्त ना होने के कारण बताने की कोशिश की। पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को समय पर लंबी दूरी के हथियार दिए होते तो दो से तीन दिनों में सेवेरोडोनेत्स्क यूक्रेन के कब्ज़े में होता, यह दावा लुहान्स्क के गवर्नर सर्जिय हैदायी ने किया।
इसी बीच, डोन्बास पर नियंत्रण पाने के लिए शुरू मुहिम अधिक गतिमान करने के संकेत रशियन सेना ने दिए हैं। इसके लिए डोन्बास के पड़ोसी खार्किव के इझियम शहर से रशियन दलों ने आगे बढ़ना शुरू किया है। डोन्बास की सीमा से बाहरी क्षेत्र का हिस्सा कब्ज़े में करने की मंशा से यह कार्रवाई की गई, ऐसा रशियन सूत्रों ने कहा है।
इसी बीच, रशिया ने यूक्रेन पहुँचे विदेशी हथियारों का भंड़ार एवं विदेशी कान्ट्रैक्ट सैनिकों के ठिकाने को लक्ष्य करना शुरू किया है। पिछले कुछ दिनों में विदेशी हथियारों के भंड़ार एवं सैनिकों के कई ठिकाने नष्ट किए गए हैं, यह जानकारी रशियन रक्षा विभाग ने प्रदान की। रशिया के इस नए अभियान की वजह से यूक्रेन पर अधिक दबाव बढ़ेगा, यह संभावना जतायी जा रही है। सेवेरोडोनेत्स्क के लिए तीव्र संघर्ष जारी है और इसी बीच इस शहर में १० हज़ार से अधिक लोग फंसने की जानकारी सामने आ रही है। इन नागरिकों की रिहाई मौजूदा स्थिति में मुमकिन नहीं है, ऐसा यूक्रेन के अधिकारी ने स्पष्ट किया।
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