युक्रेन का युद्ध अधिक चला तो उसका हल निकालना मुश्किल होगा

- संयुक्त राष्ट्र संघ में रशियन प्रतिनिधी का इशारा

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मॉस्को – पश्चिमी देश रशिया की अधिकाधिक हानी के लिए युक्रेन युद्ध को बढाने की कोशिश में लगे हुए हैं। पर जितना यह युद्ध बढ़ेगा, उतने ही पैमाने पर इसका हल निकालने की संभावना भी कम-कम होती जाएगी, ऐसा इशारा रशिया के संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रतिनिधी गेनाडी गैटिलोव ने दिया है। यह इशारा देते हुए उन्होंने यह भी कहा कि, फिलहाल रशिया एवं युक्रेन के बीच राजनैतिक चर्चा की संभावना नहीं दिख रही है। रशियन अधिकारी राजनैतिक चर्चा की संभावना को ठुकरा रहे हैं तभी युक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष ने भी रशिया के लिए नई ’रेड़ लाईन’ का उल्लेख करते हुए धमकाया है। युक्रेनी युद्धबंदियों पर मुकदमे चलाकर कानूनी कार्रवाई करने से समझौतों के मार्ग पूरी तरह से बंद हो जाएंगे, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ज़ेलेन्स्की ने कहा है।

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रशिया-युक्रेन युद्ध को शुरु हुए पूरे हो रहे हैं और दोनों देशों द्वारा एक-दूसरे पर जोरदार हमले जारी हैं। रशिया से ईशान कोण युक्रेन के खार्कीव से लेकर दक्षिण युक्रेन के ओडेसा तक सभी आघाडियों पर जबरदस्त हमले जारी हैं। दूसरी ओर युक्रेन ने दक्षिण युक्रेन के ज़ैपोरेज़िया, खेर्सन, मायकोलोव समेते क्रिमिया प्रांत पर भी प्रत्युत्तर के सत्र शुरु के किए हैं। इस बढते संघर्ष के कारण फिलहाल शांतिचर्चा अथवा हल का विकल्प पूरी तरह से पिछड गया है। रशियन अधिकारी एवं नेता लश्करी मुहिम के उद्देश्य विस्तारने की बातें कर रहे हैं। तो युक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष ने कहा है कि, क्रिमिया पर कब्ज़ा किए बगैर युद्ध नहीं रुकेगा।

इस पृष्ठभूमि पर रशिया के वरिष्ठ अधिकारियों को इशारा मायने रखता है। ब्रिटिश दैनिक को दी हुई मुलाकात में रशिया के प्रतिनिधी गेनाडी ने स्पष्टरूप से कहा कि, समझौतों द्वारा युद्ध का हल निकलना असंभव है। रशियन प्रतिनिधी ने इशारा दिया कि, ’इससे पहले मार्च में रशिया एवं युक्रेन में शांतिवार्ता यशस्वी होने की संभावना नजर आई थी, पर पश्चिमी देशों को युक्रेन का अंतिम नागरिक ज़िंदा रहने तक संघर्ष जारी रखना है।’ पर रशिया-युक्रेन संघर्ष जितना लंबा चलेगा उतने पैमाने पर इसका हल निकालना अधिकाधिक मुश्किल होगा’, ऐसा इशारा भी उन्होंने दिया। तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने रशिया एवं युक्रेन के बीच चर्चा का मार्ग खुला रखने की कोशिश की, ऐसा दावा भी उन्होंने किया।

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इस दौरान, युक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की ने रशिया के साथ चर्चा के लिए नई ’रेड लाईन’ का इशारा दिया। रशिया ने युक्रेन के हजारों जवान पकडके उन्हें युद्ध बंदी बनाया है। इन युद्ध बंदियों पर मुकदमें चलाकर उन पर कानूनी कार्रवाई करने पर युक्रेन के साथ समझौतों का मार्ग पूरी तरह से बंद हो जाएगा, इसका अहसास रशिया को होना चाहिए, ऐसे ज़ेलेन्स्की ने ताकीद दी।

रशिया ने पिछले 24 घंटों में ओडेसा, ज़ैपोरिज़िया तथा मायकोलेव प्रांतों में मिसाईलें तथा रॉकेट्स से जबरदस्त हमले किए। ओडेसा प्रांत में पांच कैलिबर मिसाईलें दागी गईं एवं पश्चिमी देशों का हथियारों का भंडार ध्वस्त किया, ऐसी जानकारी रशियन संरक्षण विभाग ने दी। तो खेर्सन एवं मायकोलेव की सीमा पर एक शहर पर कब्ज़ा करने में रशियन फौजों को कामयाबी मिली है। डोनेत्स्क प्रांत तथा खेर्सन भाग में रशिया द्वारा निरतररूप से तोपों एवं रॉकेट्स की बौछार जारी होने का दावा युक्रेन ने किया है।

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