वॉशिंग्टन/मास्को/किव – यूक्रेन में रशिया पीछे हटने के लिए मजबूर किया गया है और ऐसे में दबाव के कारण राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन परमाणु हमला करने का निर्णय ले सकते हैं, ऐसी सनसनीखेज चेतावनी अमरीका के पूर्व सेना अधिकारी ब्रिगेडियर जनरल केविन रायन ने दी। नाटो के पूर्व उपप्रमुख रोज़ गॉटमोलर ने भी इसकी पुष्टि की है। यूक्रेन के झटके के बाद उन्हें रशिया के शरण में लाने के लिए रशिया परमाणु हमले का विकल्प चुन सकती है, ऐसा इशारा गॉटमोलर ने दिया। इसी बीच खार्किव के बाद दक्षिण यूक्रेन के खेर्सन और झैपोरिझिआ प्रांत में भी यूक्रेनी सेना ने बड़े हमले किए हैं और झैपोरिझिआ प्रांत के मेलिटपोल शहर से रशियन सेना के पीछे हटने के दावे किए जा रहे हैं।
पिछले कुछ दिनों में ईशान कोण यूक्रेन के खार्किव प्रांत में यूक्रेन की सेना को बड़ी सामरिक सफलता प्राप्त होने की बात स्पष्ट हुई है। यूक्रेन की सेना ने इझियम शहर के साथ कुछ अहम शहरों पर कब्ज़ा पाने का एवं यूक्रेन की सेना रशियन सीमा से मात्र कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर होने की जानकारी यूक्रेन के नेताओं ने साझा की। यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की ने ईशान कोण एवं दक्षिण यूक्रेन के आठ हज़ार चौरस किलोमीटर के क्षेत्र पर फिर से कब्ज़ा पाने का दावा किया। बुधवार को ज़ेलेन्स्की ने यूक्रेन की सेना ने कब्ज़ा किए इझियम शहर का दौरा करने की बात भी सामने आयी है।
खार्किव की कामयाबी के बाद यूक्रेन की सेना ने डोन्बास की ओर अपना रुख किया है, ऐसा कहा जा रहा है। डोन्बास में रशिया ने कब्ज़ा किए हुए क्षेत्रों पर यूक्रेन ने हमले शुरू किए हैं। साथ ही दक्षिण यूक्रेन के खेर्सन औरझैपोरिझिया प्रांत में भी यूक्रेन की फौज ने फिर से जवाबी हमलों की तीव्रता बढ़ाई है। यूक्रेन की सेना धीरे-धीरे इस क्षेत्र पर कब्ज़ा कर रही है और रशियन सेना का मनोबल टूटने के दावे किए जा रहे हैं। झैपोरिझिआ के मेलिटपोल जैसे अहम शहर से पीछे हटना रशियन दल ने शुरू करने का वृत्त है।
यूक्रेनी सेना का आगे बढ़ना और रशिया के पीछे हटने की पृष्ठभूमि पर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन द्वारा ‘न्यूक्लियर ऑप्शन’ का प्रयोग करने की संभावना बढ़ने की चेतावनी दी जा रही है। रशिया में स्थित अमरिकी दूतावास में ‘मिलिटरी ऐटेचे’ रहे ब्रिगेडियर जनरल केविन रायन ने इस मुद्दे पर गंभीर चेतावनी दी। ‘कुछ तो नौटंकी या निर्णायक कदम उठाने के लिए पुतिन पर दबाव है और यह बढ़ भी रहा है। ऐसी स्थिति में वे परमाणु हमले का विकल्प अपना सकते हैं’, इन शब्दों में रायन ने परमाणु हमले की संभावना की ओर ध्यान आकर्षित किया।
‘रशिया डोनेत्स्क और लुहान्स्क प्रांत को अपना हिस्सा बनाने का कदम उठा सकती है। ऐसा हुआ तो फिलहाल शुरू संघर्ष रशियन सीमा में शुरू होने का चित्र सामने आएगा। इस क्षेत्र में नाटो के हथियारों का इस्तेमाल शुरू होने की वजह से रशिया पर हमले होने की बात दिखाकर नाटो ने रेड लाईन्स पार करने का दावा करना मुमकिन होगा। यही बात परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के लिए कारण साबित हो सकती है’, इन शब्दों में अमरीका के पूर्व सेना अधिकारी ने चेतावनी दी।
इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |