वॉशिंग्टन/मास्को – ‘रशिया ने क्रिमिया प्रांत का कब्ज़ा खो देना यानी अमरीका ने हवाई द्वीप और पर्ल हार्बर गवाने जैसा हैं। क्रिमिया रशिया का अभिन्न हिस्सा बना हैं। क्रिमिया का अधिकार छोड़ना या परमाणु अस्त्रों का इस्तेमाल करना ऐसें दो विकल्प रशिया के सामने खड़े होते हैं तो वह दूसरें विकल्प का इस्तेमाल करेगी। पश्चिमी देशों ने रशिया पर बड़ी मात्रा में प्रतिबंध लगाकर उसे अलग-थलग करन की कोशिश की है। अब रशिया के हाथों में गवाने जैसा कुछ बचा नहीं हैं’, इन शब्दों में अमरीका के शीर्ष उद्यमी एलॉन मस्क ने क्रिमिया के कब्ज़े के मुद्दे पर रशिया परमाणु युद्ध छिड़ सकती हैं, यह चेतावनी दी।
रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने कुछ दिन पहले परमाणु हमले के मुद्दे पर बोलते समय यह धमकी खोखली ना होने की चेतावनी दी थी। इसके बाद परमाणु युद्ध का मुद्दा चर्चा का विषय बना हैं और इसपर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं। अमरीका और नाटो ने रशिया को परमाणु हमलों को लेकर गंभीर परिणामों का इशारा दिया हैं। इसी बीच फ्रान्स ने परमाणु हमला रोकने की कोशिश करने की ज़रूरत होने की भूमिका रखी हैं। यूक्रेन को ‘सैटेलाईट इंटरनेट’ सेवा प्रदान कर रहें मस्क ने यूक्रेन का नेतृत्व रशिया से शांतिवार्ता करने की कोशिश करें, यह सलाह भी दी थी। उनके इस बयान पर यूक्रेन में तीव्र आलोचना हुई थी।
इसके बावजूद मस्क ने फिर से रशिया-यूक्रेन संघर्ष पर अपना विचार रखकर ध्यान आकर्षित किया हैं। रशिया के विरोध में जवाबी हमलों के अभियान का ऐलान करने के साथ ही यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष बोलोदिमीर झेलेन्स्की ने यूक्रेन की सेना क्रिमिया पर कब्ज़ा किए बिना रुकेगी नहीं, ऐसी चेतावनी भी दी थी। रशिया के क्रिमिया में स्थित ठिकानों पर एवं रशिया को जोड़नवाले कर्च ब्रिजपर हमलें किए गए थे। इसके बाद रशिया ने यूक्रेन के शहरेों को मिसाइल हमलों से दहलाकर परिणामों का अहसास कराया था। ऐसें में मस्क अब क्रिमिया के लिए रशिया परमाणु हमलों का विकल्प भी स्वीकार कर सकती हैं, ऐसा कहकर यूक्रेन को सावधानी बरत ने की चेतावनी देते दिख रहे हैं।
इसी बीच, रशिया ने यूक्रेन के बिजली और पानी की सप्लाई करनवाली यंत्रणाओं को लक्ष्य करने का अभियान जारी रखा है। पिछले हफ्ते से रशिया यूक्रेन की राजधानी किव समेत देश के प्रमुख शहरों के बिजली केंद्र एवं पानी की आपूर्ति कर रहें केंद्रों पर हमलें कर रही हैं। अबतक रशिया ने किए मिसाइल एवं ड्रोन हमलों में यूक्रेन की बिजली की आपूर्ति करनेवाली एक तिहाई यंत्रणा नष्ट हुई हैं। इसके बाद भी रशिया के हमलें जारी हैं और पिछले चौबिस घंटों में राजधानी किव समेत ओडेसा, डिनिप्रो, झायटोमिर क्षेत्र पर मिसाइल हमलें किए गए। साथ ही डोनेत्स्क और खेर्सन में भी जोरदार संघर्ष जारी हैं, ऐसी कबुली यूक्रेन की यंत्रणा ने दी है।
यूक्रेन की सीमा के करीबी रशिया के येय्स्क शहर की एक बिल्डिंग पर लड़ाकू ‘एसयू-३४’ विमान टकराने से हुई दुर्घटना में कम से कम १३ लोग मारे गए, ऐसी जानकारी रशियन यंत्रणाओं ने साझा की है।
रशिया और यूक्रेन ने कैदियों का किया आदान-प्रदान
मास्को – रशिया और यूक्रेन ने सोमवार को २०० से भी अधिक कैदियों का आदान-प्रदान किया। पिछले १० दिनों में हुआ यह दूसरा आदान-प्रदान हैं। यूक्रेन ने रशिया के ११० बंदियों की रिहाई की हैं और इनमें नाविक और महिलाओं का समावेश हैं। रशिया ने यूक्रेन के १०८ महिला सैनिकों की रिहाई करने की जानकारी प्रदान की।
पिछले हफ्ते रशिया और यूक्रेन ने एक-दूसरें के २०-२० सैनिकों को रिहा किया था। इसके कुछ दिन बाद फिर से बड़ी मात्रा में केंदियों का आदान-प्रदान होना ध्यान आकर्षित कर रहा हैं। इन कैदियों में यूक्रेन ने फ़रवरी महीने में कब्ज़ा किए ७० से भी अधिक रशियन नाविकों का समवेश हैं। इसी बीच रशिया ने रिहा किए कैदियों में यूक्रेनी सेना के महिला सैनिक होने की बात कही जा रही है।
इससे पहले सितंबर महीने में दोनों देशों ने एक दूसरें के १०० से भी अधिक सैनिकों की रिहाई की थी। रशिया और यूक्रेन के युद्धबंदियों की मुक्तता के लिए तुर्की और सौदी अरब जैसें देशों ने मध्यस्थता करने की बात स्पष्ट हुई थी।
इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |