वॉशिंग्टन – अमरीका के नागरिकों का देश के लोकतंत्र पर भरोसा नहीं रहा, ऐसा अनुमान अमरिकी अध्ययन मंडल की रपट में दर्ज़ किया गया है। हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण में ५२ प्रतिशत नागरिकों का कहना है कि, अमरीका का लोकतंत्र सही तरीके से कार्य नहीं कर रहा है। इसमें डेमोक्रैट पार्टी के ६८ प्रतिशत और शासक रिपब्लिकन पार्टी के ४० प्रतिशत समर्थक हैं। आनेवाले १८ दिनों में अमरीका में मध्यावधि चुनाव हो रहे हैं और इस पृष्ठभूमि पर देश के आधे से अधिक लोगों का लोकतंत्र पर से भरोसा उठना ध्यान आकर्षित करता है।
विश्व की प्रमुख वृत्तसंस्था ‘असोसिएटेड प्रेस’ और शिकागो युनिवर्सिटी के ‘एनओआरसी’ गुट ने अमरीका के लोकतंत्र के विषय पर हाल ही में व्यापक सर्वेक्षण किया। इस दौरान यह सामने आया कि, अमरिकी नागरिकों में लोकतंत्र की व्यवस्था एवं चुनावी यंत्रणा, मतदान और जनप्रतिनिधियों के प्रति निराशा बढ़ रही है। पिछले कुछ दशकों से अमरीका में राजनीतिक धृवीकरण की प्रक्रिया गतिमान हुई है और राष्ट्राध्यक्ष के चुनावों से सीधे स्कूल बोर्डस् के चुनावों तक धृवीकरण हो रहा है, इस पर इस रपट ने ध्यान आकर्षित किया है।
पिछले कई सालों से जारी इस प्रक्रिया को सन २०२० में राष्ट्राध्यक्ष पद के चुनावों ने खाद प्रदान किया। इसकी वजह से अमरिकी नागरिकों में निराशा बढ़ रही है और इनमें दोनों दलों के समर्थकों का समावेश है। जनप्रतिनिधि के चयन को लेकर महज़ २५ प्रतिशत नागरिक आशावादी हैं और ४३ प्रतिशत नागरिकों ने निराशा व्यक्त की है। इसके अलावा ३१ प्रतिशत नागरिकों ने कोई मत व्यक्त करने में असफलता दिखाई। सन २०२० में हुए चुनावों के नतीजे आने के बाद लोकतंत्र की प्रक्रिया को लेकर निराशा की भावना रखनेवाले नागरिकों की संख्या बढ़ रही है, यह भी इस रपट में दर्ज़ है।
दो साल पहलें हुए राष्ट्राध्यक्ष पद के चुनाव में ज्यो बायडेन को विजयी घोषित किया गया था। मतदान एवं गिनती के दौरान भारी मात्रा में धांदली होने के आरोप प्रतिद्वंद्वी एवं पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने लगाए थे। लेकिन, चुनावी यंत्रणा एवं अदासत ने इस मुद्दे पर उनकी आपत्ति ठुकराई थी। ट्रम्प एवं उनके समर्थक अभी तक साल २०२० के चुनाव में धांदली होने के आरोप लगा रहे हैं और प्रचार के दौरान बारबार इसका ज़िक्र भी किया जा रहा हैं।
फिलहाल शासक डेमोक्रैट पार्टी अब अमरिकी जनता से कटिबद्ध नहीं रही और यह पार्टी जंगबाज़ धनिकों से बंधी हुई है, ऐसी तीखी आलोचना करके अमरिकी काँग्रेस की पूर्व सदस्य तुलसी गबार्ड ने सनसनी निर्माण की है। डेमोक्रैट पार्टी से निकलकर तुलसी गबार्ड ने अमरीका का लोकतंत्र इस पार्टी की वजह से खतरे में है, यह इशारा बी खुलेआम दिया है। विश्वभर में लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए सेना भेजकर इस पर अमरिकी करदाताओं के पैसे खर्च कर रहा अमरिकी प्रशासन अपने देश में लोकतंत्र का गला घोंटने की जोरदार तैयारी कर रहा है, इस दोगले रवैये पर गबार्ड ने सटीकता से ध्यान आकर्षित किया। अपने खिलाफ होनेवाले हरएक का विभिन्न तरीके से गला घोंटने का मार्ग अपनाना और इसके लिए अवैध मार्ग का स्वीकार करना कौनसे लोकतंत्र की परंपरा होती है, ऐसा सवाल करके गबार्ड ने बायडेन प्रशासन की नींदें उड़ाई हैं। अमरिकी माध्यमों ने गबार्ड ने शुरू किए गए अभियान को प्रसिद्धी देना टाल दिया है, फिर भी कुछ वृत्तसंस्थाएं और सोशल मीडिया से गबार्ड को बड़ा अच्छा रिस्पान्स प्राप्त हो रहा है।
अमरीका में लोकतंत्र असफल होने की जनभावना की तुलसी गबार्ड पुष्टि करती हैं और आनेवाले समय में इसका प्रभाव अमरीका की राजनीति पर पडने की कड़ी संभावना है।
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