किव – यूक्रेन की राजधानी किव समेत मध्य और पश्चिम यूक्रेन के शहरों पर जोरदार मिसाइल और ड्रोन हमले रशिया ने शुरू किए हैं। इस वजह से शनिवार सुबह-सुबह यूक्रेन के इन शहरों में बिजली सप्लाई नहीं रही। मिसाइल और ड्रोन हमलों के माध्यम से रशिया अब यूक्रेन में बुनियादी सुविधाओं को लक्ष्य कर रही है, ऐसा आरोप यूक्रेन ने लगाया। साथ ही रशिया इस पर यूक्रेन की सेना खेर्सन प्रांत के खाकोवास्काया के जल बिजली प्रकल्प पर हमले करके हमें उकसा रही है, ऐसा रशिया ने कहा है। इन हमलों की वजह से भयंकर स्थिति उभर सकती है, इसका अहसास यूक्रेन को कराएं, ऐसी माँग रशिया ने संयुक्त राष्ट्रसंघ से की है। इस वजह से मध्य और पश्चिम यूक्रेन की बुनियादी सुविधाओं को लक्ष्य करके रशिया यूक्रेन को खाकोवास्काया के जल बिजली प्रकल्प पर किए हमले की कीमत चुकाने के लिए मज़बूर कर रही है, यह संकेत भी प्राप्त हो रहे हैं।
यूक्रेन की सेना ने मध्य और पश्चिमी प्रांतों पर रशिया द्वारा मिसाइल एवं ड्रोन्स हमले करने का आरोप लगाया। रशिया ने यूक्रेन के इस प्रांत पर धरती और समुद्री क्षेत्र से कुल ३३ क्रूज़ मिसाइलें दागीं। इनमें से १८ मिसाइलें हवा में ही नष्ट करने में सफल होने का दावा यूक्रेन की वायुसेना ने किया। इसी बीच इन प्रांतों की यूक्रेनी जनता बिजली सप्लाई के टूटने से परेशान है। तथा लगातार हो रहे मिसाइल, ड्रोन और रॉकेट के हमले यहां की जनता को भयभीत कर रहे हैं। इसकी वजह से यूक्रेन युद्ध का दायरा अधिकाधिक बढ़ रहा है और अब तक रशिया के हमलों से बचे हुए यूक्रेन के प्रांतों में भी अब इस युद्ध की तीव्रता महसूस होने लगी है।
रशिया अब यूक्रेन को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने वाले प्रकल्पों को लक्ष्य करने का आरोप यूक्रेन लगा रहा है। इसका दाखिला देकर यूक्रेन ने पश्चिमी देशों से हवाई सुरक्षा यंत्रणा और अन्य प्रगत हथियार देने की माँग की है। अपनी यह माँगे पूरी ना होने की शिकायत भी अब यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष ज़ेलेन्स्की कर रहे हैं। इसी बीच रशिया ने यूक्रेन पर ही खेर्सन प्रांत के खाकोवास्काया जल बिजली प्रकल्प पर हमले करने का आरोप लगाया। यूक्रेन के यह हमले ‘एचआईएमएआरएस’ नामक अमरिकी रॉकेट लौन्चर से किए जाने की बात भी रशिया ने कही है। यह बात रशिया को उकसा रही है और इसके परिणाम बड़े गंभीर हो सकते हैं, इससे बचने के लिए संयुक्त राष्ट्रसंघ यूक्रेन को यह हमले करने से रोके, ऐसी चेतावनी भी रशिया ने दी है। रशियन माध्यमों में इसकी खबरें प्रसिद्ध हुई हैं।
रशिया ने यूक्रेन से तोड़कर अपने संघराज्य का हिस्सा बनाए हुए चार प्रांतों में खेर्सन का समावेश है। इन चार प्रांतों पर हुए हमले रशिया के क्षेत्र पर हमलें माने जाएँगे, ऐसा इशारा रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने दिया था। साथ ही अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए रशिया परमाणु हमला करने से हिचकिचाएगी नहीं, ऐसी चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन बार-बार दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में यूक्रेन की सेना अमरीका द्वारा प्रदान किए गए हथियारों का इस्तेमाल करके खेर्सन के इस जल बिजली प्रकल्प को लक्ष्य कर रही है, यह उकसाने वाली बातें हैं, इसका अहसास रशिया ने कराया है। मध्य और पश्चिमी यूक्रेन की बुनियादी सुविधा के प्रकल्पों को लक्ष्य करके रशिया अब यूक्रेन को इसके परिणाम भुगतने के इशारे देती हुए दिख रही है। यूक्रेन ने यह हमले आगे भी जारी रखे तो इससे भी अधिक भीषण परिणाम भुगतने पड़ेंगे, ऐसे स्पष्ट संकेत रशिया दे रही है।
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