झैपोरिझिआ/मास्को – दक्षिण यूक्रेन के झैपोरिझिआ परमाणु प्रकल्प में हुए हमलों को लेकर रशिया और यूक्रेन के बीच जोरदार आरोप-जवाबी आरोप लगाए जाए रहे हैं। प्रकल्प पर जारी हमलें रशिया ही कर रही हैं और यह न्युक्लियर ब्लैकमेल का हिस्सा होने का दावा यूक्रेन ने किया है। ऐसे में रशिया ने यूक्रेन का समर्थन कर रहें पश्चिमी देशों को ज़िम्मेदार करार देकर यह देश यूक्रेन को आगाह करे, यह आवाहन किया है। पिछले दो दिनों से परमाणु प्रकल्प के इलाके में जोरदार हमले हो रहे हैं और इस प्रकल्प को खतरा निर्माण होने का इशारा अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग दे रहा है।
यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा प्रकल्प के तौर पर यूक्रेन के झैपोरिझिआ परमाणु प्रकल्प की पहचान है। यह प्रकल्प लगभग छह हज़ार मेगावैट बिजली उत्पादन की क्षमता का है। फ़रवरी महीने में यूक्रेन पर हमला करने के बाद कुछ ही दिनों में रशियन सेना ने इस प्रकल्प पर कब्ज़ा किया था। इसके बाद रशिया ने प्रकल्प की सुरक्षा के लिए भारी मात्रा में रक्षा तैनाती की है। कुछ महीने पहले रशिया ने कब्ज़ा किए इलाकों पर जवाबी हमले करने का अभियान शुरू करने वाली यूक्रेनी सेना ने इस प्रकल्प पर कब्ज़ा पाने की कोशिश शुरू की थी। इसके लिए ड्रोन हमलों के साथ विशेष दल भी रवाना किए गए थे। लेकिन, रशिया ने प्रकल्प पर अपना कब्ज़ा कायम रखा और यह प्रकल्प रशियन बिजली यंत्रणा से जोड़ने की गतिविधियाँ शुरू की है।
प्रकल्प पर कब्ज़ा पाने में नाकामयाबी आने से यूक्रेन ने रशिया पर ही हमले करने का आरोप लगाना शुरू किया है। यूक्रेन के आरोपों का अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने गंभीर संज्ञान लेकर इस प्रकल्प में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग का दल तैनात किया है। लेकिन, इसके बावजूद हमलें जारी होने की बात पिछले कुछ दिनों में हुए हमलों से स्पष्ट हुई है। यूक्रेन ने इसके लिए फिर से रशिया को ज़िम्मेदार बताया है और यह ‘न्यूक्लियल ब्लैकमेल’ का मामला होने का आरोप भी लगाया है। लेकिन, रशिया ने यह आरोप ठुकरा कर यह हमले यूक्रेन ही कर रहा है, ऐसा आरोप लगाया।
पिछले दो दिनों में हुए हमलों की वजह से प्रकल्प के कुछ बिल्डिंग्ज् का नुकसान हुआ है और कुछ हिस्सों में आग भड़कने की जानकारी रशिया ने साझा की है। परमाणु रिएक्टर की कुलिंग सिस्टिम एवं रेडिएविट कचरे के भंड़ार को लक्ष्य किए जाने का बयान रशियन अधिकारी ने किया है।प्रकल्प के क्षेत्र में कम से कम दस बड़े विस्फोट होने का दावा परमाणु ऊर्जा आयोग ने किया है। रशिया ने इन हमलों पर तीव्र चिंता जताकर यह चेतावनी दी है कि, यूक्रेन का समर्थन कर रहा अंतरराष्ट्रीय समुदाय इसपर यूक्रेनी हुकूमत एवं सेना को समझाए।
‘जो कोई इस प्रकल्प पर हमलें कर रहा हैं उन्होंने यह हमले तुरंत रोकने होंगे। परमाणु प्रकल्प पर हमला कर रहे आग से खेल रहे हैं’,ऐसी चेतावनी आयोग के प्रमुख राफाएल ग्रौसी ने दी। परमाणु प्रकल्प और इसके इलाके से सेना एवं संबंधित तैनाती तूरंत हटाने की ज़रूरत है, यह बयान भी ग्रौसी ने इस दौरान किया।
यूक्रेनी सेना ने रशियन युद्धबंदियों की हत्या की – वीडियो विश्वसनीय होने का अमरिकी अखबार का दावा
वॉशिंग्टन/मास्को – पूर्व यूक्रेन में यूक्रेनी सेना ने रशियन युद्ध बंदियों की हत्या करने के प्रसिद्ध हुए वीडियो विश्वसनीय होने का दावा अमरिकी अखबार ने किया है। पिछले हफ्ते सोशल मीया पर प्रसिद्ध हुए इन वीडियोज् में यूक्रेनी सेना के हिरामत में होने वाले युद्धबंदी खून से लथपथ पड़े दिखाई दिए हैं। रशिया ने इस घटना को गंभीरता से देकर अंतरराष्ट्रीय यंत्रणा इसकी जांच करें, ऐसी भूमिका अपनाई है। लेकिन, यूक्रेन ने इसपर बयान नहीं किया था।
अमरीका के शीर्ष ‘द न्यूयॉर्क टाईम्स’ अखबार ने इससे संबंधित खबर जारी करके वीडियो की जांच करने का बयान किया है। यूक्रेन के लुहान्स्क क्षेत्र में यह घटना हुई, यह भी अमरिकी अखबार ने कहा है।
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