रशियन फौज बाखमत समेत लुहान्स्क और खार्किव में आगे बढ़ी

- रशिया बड़ा हवाई हमला करने की तैयारी में, पश्चिमी यंत्रणाओं का दावा

मास्को/किव – यूक्रेन के डोन्बास क्षेत्र के बाखमत शहर के साथ लुहान्स्क और खार्किव के इलाके में आगे बढ़ने में रशियन फौज सफल हुई है। खार्किव प्रांत के २० छोटे गांव और अन्य क्षेत्रों पर रशियन सेना ने कब्ज़ा करने की जानकारी रशिया के वरिष्ठ अधिकारी ने साझा की। साथ ही बाखमत का प्रत्येकक घर और हरएक मीटर की दूरी तय करने के लिए प्रखर संघर्ष शुरू होने का बयान यूक्रेन ने किया है। इसी बीच, यूक्रेन पर नए हमले करने के लिए बड़ी संख्या में हवाई हमलों का विकल्प अपनाने की योजना रशिया ने बनायी है, ऐसा दावा पश्चिमी गुप्तचर यंत्रणाओं ने किया है।

लुहान्स्क और खार्किव

नए साल की शुरूआत से रशिया ने पूर्व यूक्रेन के बाखमत शहर को अधिक आक्रमकता से लक्ष्य करना शुरू किया था। इस युद्ध का एक साल पूरा होने से पहले इस शहर पर नियंत्रण करने की रशिया की योजना है, यह कहा जा रहा है। इससे रशिया ने इस शहर के अलावा करीबी इलाकों पर जोरदार हमले शुरू किए हैं और इसका मुकाबला करना यूक्रेन की सेना के लिए दिनोंदिन कठिन होता जा रहा है। यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष के साथ अधिकांश नेता और अधिकारियों ने लगातार इसका ज़िक्र किया है। इसके बावजूद बाखमत में आखरी सैनिक के रहने तक संघर्ष करने के इरादे यूक्रेन ने व्यक्त किए हैं। साथ ही रशियन सेना ने भी बाखमत के लिए भारी मात्रा में सैन्यदल और हथियारों का भंड़ार तैनात किया है और धीरे-धीरे शहर पर नियंत्रण करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में रशिया द्वारा बाखमत की सीमा के दो हिस्सों पर कब्ज़ा करने की जानकारी सामने आयी है।

लुहान्स्क और खार्किव

दूसरी ओर यूक्रेनी सेना ने लुहान्स्क प्रांत पर किए हमलों को रशिया ने नाकाम किया है। साथ ही लुहान्स्क से जुड़े खार्किव के हिस्से पर भी कब्ज़ा करने में रशिया ने सफलता हासिल की है। रशिया के वरिष्ठ अधिकारी विताली गन्चेव ने खार्किव के २० गांव और कुछ हिस्सों पर कब्ज़ा करने की जानकारी साझा की है। ऐसे में कुछ इलाकों में कड़ा संघर्ष शुरू होने के दावे किए जा रहे हैं।

लुहान्स्क और खार्किव

पिछले साल रशियन सेना खार्किव से पूरी तरह से पीछे हटने के लिए मज़बूर की गई थी। लेकिन इसके बाद अब रशिया ने फिर से इस प्रांत पर हमले शुरू किए हैं और कुछ हिस्सों पर कब्ज़ा करने की सफलता भी हासिल की है। ऐसे में पिछले २४ घंटों में रशिया ने खेर्सन, मायकोलेव और झैपोरिझिआ में भारी मात्रा में रॉकेट हमले करने की बात भी सामने आई है। रशिया ने ७० से अधिक हमले किए, ऐसा यूक्रेन ने कहा है।

इसी बीच, यूक्रेन पर नए हमले करते समय रशिया भारी मात्रा में हवाई हमले करेगी, ऐसा दावा पश्चिमी गुप्तचर यंत्रणाओं ने किया है। रशिया ने यूक्रेन सीमा पर स्थित हवाई अड्डों पर भारी मात्रा में लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर्स का जमावड़ा करने की जानकारी गुप्तचर यंत्रणा बयान कर रही है। इसके सैटेलाइट से प्राप्त हुए फोटो भी पश्चिमी यंत्रणाओं ने यूक्रेन की सरकार से साझा करने का दावा ‘फाइनान्शियल टाईम्स’ ने किया है। इसी पृष्ठभूमि पर ब्रुसेल्स में शुरू नाटो सदस्य देशों की बैठक में लड़ाकू विमानों का मुद्दा फिर से उठाया गया है। अमरीका से ‘एफ-१६’ की मांग की गई है, फिर भी इसकी आपूर्ति करने से अमरीका ने इन्कार किया है। वहीं, ब्रिटीश लड़ाकू विमान यूक्रेन को प्रदान करने के लिए कम से कम दो साल लगेंगे, ऐसे संकेत ब्रिटेन के विदेश मंत्री बेन वॉलेस ने दिए हैं।

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