यूक्रेन अभियान के लिए बाखमत का नियंत्रण अहम

- रशिया के रक्षा मंत्री का दावा

मास्को/किव – ‘डोन्बास क्षेत्र का बाखमत यूक्रेनी सेना के लिए मध्यवर्ती केंद्र है। इसकी वजह से रशिया के यूक्रेन अभियान में यूक्रेनी सेना पर अधिक आक्रामकता से हमले करने के लिए बाखमत पर नियंत्रण करना बहुत अहम है। बाखमत पर कब्ज़ा करने से रशियन सेना को यूक्रेन में आगे बढ़ना मुमकिन होगा’, ऐसा दावा रशिया के रक्षा मंत्री सर्जेई शोईगू ने किया है। रशियन सेना और रशियन निजी सैन्य कंपनी ‘वैग्नर ग्रूप’ के दलों ने बाखमत को घेरने की जानकारी सामने आ रही है। इस पृष्ठभूमि पर ही यह शहर कुछ ही दिनों में रशिया के हाथ में चला जाएगा, यह माना जा रहा है। रशियन रक्षा मंत्री के बयान की पृष्ठभूमि पर ही यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की ने बाखमत के लिए अतिरिक्त तैनाती घोषित की है और वहां से पीछे न हटने का इशारा भी दिया है।

बाखमत

पिछले कुछ महीनों से बाखमत में संघर्ष कर रही रशियन सेना ने नए साल में इसे प्राथमिकता दी थी। नई फौज और भारी हथियारों की तैनाती भी वहां करने पर जोर दिया गया था। यूक्रेनी सेना का प्रतिकार नाकाम करके रशिया ने इस क्षेत्र में आगे बढ़ने में सफलता हासिल की थी। बाखमत की स्थिति कठिन होने की कबूली देने वाले यूक्रेनी नेतृत्व ने इस क्षेत्र से पीछे हटने से इंकार किया था। लेकिन, रशिया के प्रखर हमलों की वजह से यूक्रेनी सेना का प्रतिकार अपर्याप्त होने की जानकारी पिछले कुछ दिनों की घटनाओं से सामने आयी है।

रशियन सेना और वैग्नर ग्रूप ने बाखमत में मौजूद यूक्रेनी सेना को अच्छी तरह से घेरा है और शहर के केंद्रीय इलाके के अलावा अधिकांश क्षेत्र पर रशिया ने नियंत्रण कर लिया है। बाखमत में लगभग तीन हज़ार यूक्रेनी सैनिक अब भी तैनात होने की बात समझी जा रही है। पिछले हफ्ते यूक्रेन के रक्षा विभाग ने बाखमत से ड्रोन युनिट को बाहर निकलने के निर्देश दिए थे। कुछ यूक्रेनी दल जहां से संभव हो, वहां से निकलने की कोशिश में होने का दावा रशिया समर्थक गुटों ने किया है। यूक्रेन के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने भी वापसी के संकेत दिए थे।

इसी पृष्ठभूमि पर रशिया के रक्षा मंत्री सर्जेई शोईगू ने शनिवार को डोनेत्स्क प्रांत के सैन्य कमांड सेंटर का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने रशिया के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों से चर्चा करके पूर्व यूक्रेन की कार्रवाई की जानकारी प्राप्त की, ऐसा कहा जा रहा है। डोन्बास के सामरिक नज़रिये से अहम समझे जाने वाले बाखमत शहर पर कब्ज़ा करने के बाद रशियन सेना डोनेत्स्क, खार्किव एवं मध्य यूक्रेन में अधिक आक्रामक हमले करेगी, यह कहा जा रहा है। रशियन रक्षा मंत्री का दौरा और बयान इसकी पुष्टि करते हैं।

यूक्रेनी सेना की वापसी के संकेत मिल रहे थे तभी राष्ट्राध्यक्ष ज़ेलेन्स्की यकायक ‘यू टर्न’ लेते दिख रहे हैं। ‘यूक्रेन अपने किसी भी हिस्से को ऐसे ही खुला नहीं छोड़ेगा। हमने बाखमत की सेना के लिए सैन्य सहायता पहुंचाने के आदेश रक्षाबलप्रमुख को दिए हैं’, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ज़ेलेन्स्की ने कहा है। लेकिन, ज़ेलेन्स्की के नए आदेश पर यूक्रेन के अंदरूनी दायरे में मतभेद निर्माण होने का वृत्त कुछ माध्यमों ने जारी किया है। सैन्य स्तर पर सभी अधिकारियों की सहमति न होने के बावजूद ज़ेलेन्स्की ने बाखमत के लिए अतिरिक्त तैनाती करने का निर्णय किया है, ऐसे दावे भी किए जा रहे हैं।

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