अफ्रीका वैश्विक आतंकवाद का ‘हॉट स्पॉट’ बन रहा हैं

- संयुक्त राष्ट्र संघ के वरिष्ठ अधिकारी की चेतावनी

संयुक्त राष्ट्र संघ – पिछले वर्ष से हुए आतंकवादी हमले और इनमें शामिल संगठनों की बढ़ती संख्या चिंता का मुद्दा है। इसमें भी अफ्रीकी महाद्वीप वैश्विक आतंकवाद का ‘हॉट स्पॉट’ बन रहा हैं, ऐसी चेतावनी संयुक्त राष्ट्र संघ के सहायक आयुक्त खालेद खिआरी ने दी। अल कायदा और आयएस जैसी प्रमुख आतंकवादी संगठनों के साथ ही स्थानीय आतंवादियों के गिरोह पूरे अफ्रीका की सुरक्षा पर असर कर रहे हैं, ऐसा खिआरी ने कहा।

आतंकवाद का ‘हॉट स्पॉट’

सोमवार से संयुक्त राष्ट्र संघ में आतंकवाद का बढ़ता फांस और इसके विरोध में कार्रवाईयां करने के लिए विशेष बैठक शुरू हुई है। महासचिव एंटोनियो गुतेरस की अध्यक्षता में शुरू इस बैठक में अफ्रीका के बढ़ते आतंकवाद पर चिंता जताई गई। अफ्रीकी देशों की राजनीतिक, आर्थिक औड़ सामाजिक दरार एवं सीमा विवाद के कारण वहां अल कायदा और आयएस का प्रभाव बढ़ रहा है। इन आतंकवादी संगठनों से जुड़े गिरोह, संगठन फिलहाल अफ्रीकी देशों की सुरक्षा के लिए सिरदर्द बने हैं।

आतंकवाद का ‘हॉट स्पॉट’

वर्ष २०२२ में दुनिया भर में हुए कुल आतंकवादी हमलों में हुए जानमाल के नुकसान मे से लगभग ५० प्रतिशत नुकसान अफ्रीकी देशों में होने की बात खिआरी ने बयान की। इसमें बुर्किना फासो, साहेल क्षेत्र के देशों में स्थित आतंकवादी संगठनों की हरकतों पर राष्ट्र संघ ने ध्यान आकर्षित किया। ऐसे में, चाड, सूड़ान और लीबिया में फैली अस्थिरता का लाभ उठाकर वहां खुलेआम हथियारों की तस्करी शुरू होने की जानकारी सामने आयी है।

सोमालिया में आतंकवादी संगठन अल शबाब के खिलाफ सफल कार्रवाई हो रही थी। लेकिन, स्थानीय हुकूमत ने इस कार्रवआई का नेतृत्व कर रहे सेना अधिकारी का तबादला करने के बाद सोमालिया में अल शबाब के हमलों की मात्रा बढ़ी है, इसपर अफ्रीकी विश्लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। वहीं, माली, नायजेर और कांगो की अस्थिरता भी आतंकवादी संगठनों के लिए सहायक साबित होने का दावा किया जा रहा है।

इशी बीच पिछले दशक से अमरीका, कनाड़ा, यूरोप और एशिया-पैसिफिक के कुछ हिस्सों में चरमपंथी हमले ५० गुना बढ़ने की चौकानेवाली जानकारी ‘इंटरपोल’ के आतंकवाद विरोधी विभाग के प्रमुख ग्रेगरी हाईंडस्‌‍ ने प्रदान की। इनें नए नाज़ीवादी गुट एवं वर्णवर्चस्ववादी गुट स्थानिय यंत्रणाओं के लिए चुनौती साबित होने लगे हैं, इसकी याद भी हाईंडस्‌‍ ने ताज़ा की।

English

इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:

https://twitter.com/WW3Info
https://www.facebook.com/WW3Info