रशिया के क्रिमिया और खेर्सन प्रांत को जोड़ने वाले ब्रिज पर यूक्रेन ने किया मिसाइल हमला

- ब्रिटेन के ‘स्टॉर्म शैडो मिसाइल’ का हुआ इस्तेमाल

किव/मास्को – रशिया के क्रिमिया और खेर्सन प्रांत को जोड़ने वाले अहम ब्रिज को यूक्रेन ने लक्ष्य किया। गुरुवार को यूक्रेन ने इन दो प्रांतों को जोड़ने वाले ‘चोन्गार ब्रिज’ पर मिसाइल हमला किया। इस हमले के लिए ब्रिटेन से प्राप्त हुए लंबी दूरी के ‘स्टॉर्म शैडो मिसाइल का इस्तेमाल किया गया। दो दिन पहले ही रशिया के रक्षा मंत्री सर्जेई शोईगू ने यह दावा किया था कि, यूक्रेन क्रिमिया पर हमला करने की योजना बनाने में लगा हैं और इसके लिए अमरीका और ब्रिटेन ने मुहैया किए मिसाइलों का इस्तेमाल करेगा। ऐसा हमला हुआ तो अमरीका और ब्रिटेन यूक्रेन संघर्ष में सीधे खींचे जाएंगे और उनके हितसंबंधों पर रशिया जोरदार हमले करेगी, ऐसी चेतावनी भी रशियन रक्षा मंत्री ने दी थी।

क्रिमिया और खेर्सन

रशिया विरोधी ‘काउंटर ऑफेन्सिव’ में क्रिमिया पर कब्ज़ा पाने का भी प्रमुख उद्देश्य होने का बयान यूक्रेन ने किया था। यूक्रेनी सेना फिलहाल खेर्सन और झैपोरिझिआ प्रांत पर हमले कर रही हैं और यह हमले क्रिमिया की ओर बढ़ने की कोशिशों का हिस्सा बताया जा रहे हैं। लेकिन, रशिया ने इन दोनों प्रांतों के साथ क्रिमिया के इर्दगिर्द मज़बूत बचाव खड़ा करने से यूक्रेन को आगे बढ़ना मुमकिन नहीं हुआ हैं। इस वजह से अब अमरीका, ब्रिटेन के साथ नाटो सदस्य देशों से प्राप्त मिसाइल और रॉकेट सिस्टिम्स का इस्तेमाल करना यूक्रेन ने शुरू किया है।

क्रिमिया और खेर्सन

पिछले कुछ दिनों में ब्रिटेन के लंबी दूरी के ‘स्टॉर्म शैड़ो क्रूज मिसाइल’ इस्तेमाल करना यूक्रेन को कामयाबी देता दिखाई दिया है। डोनेत्स्क प्रांत में इन मिसाइलों का इस्तेमाल करके यूक्रेन ने रशियन मोर्चे की फौज एवं वरिष्ठ सेना अधिकारियों को लक्ष्य किया। इन हमलों में रशिया के कम से कम दो वरिष्ठ सेना अधिकारी मारे जाने की बात स्पष्ट हुई है। रशिया-यूक्रेन सरहदी इलाके के ब्रिआन्स्क स्थित अड्डों पर भी ‘स्टॉर्म शैडो’ के हमले किए गए थे। रशियन यंत्रणाओं ने यूक्रेन ने अब ब्रिटीश मिसाइलों का इस्तेमाल बढ़ाया होने की पुष्टि की है।

खेर्सन और क्रिमिया को जोड़ने वाले ब्रिज पर हुआ ‘स्टॉर्म शैडो’ का हमला यूक्रेन की आक्रामक रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा हैं। रशिया-यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के साथ ही यूक्रेन ने ड्रोन हमले और गुप्त हमलों के माध्यम से क्रिमिया को लक्ष्य किया था। पिछले साल क्रिमिया और रशिया को जोड़ने वाले ब्रिज पर हमला होने के बाद रशिया ने यूक्रेन पर मिसाइल हमले करना शुरू किया था। खेर्सन-क्रिमिया ब्रिज पर हुए हमले पर भी उसी स्तर का मुंहतोड़ प्रत्युत्तर मिलेगा, ऐसे संकेत रशियन अधिकारियों ने दिए हैं।

क्रिमिया और खेर्सन

यूक्रेन का जारी ‘काऊंटर ऑफेन्सिव’ शुरू के दिनों में उम्मीद के अनुसार सफलता हासिल नहीं कर सका है, इसकी कबुली पश्चिमी यंत्रणा और अधिकारियां ने दी। यूक्रेन के जवाबी हमलों को किसी भी मोर्चे पर विशेष रुप से आगे बढ़ना मुमकिन नहीं हुआ है, यही बात अमरिकी सेना अधिकारी ने कही। यूक्रेन की उप-रक्षा मंत्री हैना मैलिअर ने भी इसकी पुष्टि की है और रशियन सेना जोरदार प्रतिकार कर रही हैं, यह भी कहा। इसी पृष्ठभूमि पर यूक्रेन को १.३ अरब डॉलर्स के हथियारों की नई सहायता प्रदान करने का ऐलान अमरीका के विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने किया।

इसी बीच, झैपोरिझिआ और कुपिआन्स इलाके में रशिया ने यूक्रेनी ठिकानों पर जोरदार हमले करके हमले को नाकाम करने का दावा किया जा रहा है। कुपिआन्स्क में रशिया के ‘एसयू-३४’ लड़ाकू विमानों ने यूक्रेन के साथ विदेशी सैनिकों के समावेश वाले दल के साथ हथियारों के भंड़ार को लक्ष्य करने की जानकारी रशियन रक्षा विभाग ने साझा की। इसी बीच बुधवार को यूक्रेनी सेना ने झैपोरिझिआ के मोर्चे पर किए सभी हमले असफल हुए, यह दावा भी रशिया ने किया है।

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