रशिया के ‘ब्लैक सी फ्लीट’ मुख्यालय पर हुए मिसाइल हमले के पीछे अमरीका और ब्रिटेन का हाथ

- विदेश विभाग का आरोप

मास्को/वॉशिंग्टन – यूक्रेन ने पिछले हफ्ते रशियन नौसेना के ‘ब्लैक सी फ्लीट’ के मुख्यालय पर किए हमले के पीछे अमरीका और ब्रिटेन का हाथ होने का आरोप रशिया के विदेश विभाग ने लगाया है। इस हमले में मुख्यालय का भारी नुकसान होने की जानकारी सामने आयी थी। इसके साथ ही रशियन नौसेना के कम से कम ३० वरिष्ठ अधिकारी मारे जाने का दावा भी किया गया था। रशियन रक्षाबलों के मुख्यालय पर हमला होने की यह दूसरी बड़ी घटना है।

‘ब्लैक सी फ्लीट’

पिछले शुक्रवार २२ सितंबर को यूक्रेन ने रशियन नौसेना के ‘ब्लैक सी फ्लीट’ के मुख्यालय पर मिसाइल हमला किया था। मिसाइल हमले की वजह से मुख्यालय की इमारत को आग लगने के और वहां बड़ा धुंआ उठने की जानकारी सामने आयी थी। हमले में मुख्यालय की इमारत का बड़ा हिस्सा नष्ट होने की बात भी दिखाई पड़ी थी। ‘ब्लैक सी फ्लीट’ के मुख्यालय पर किए गए हमले के लिए ब्रिटेन ने प्रदान किए ‘स्टॉर्म शैडो मिसाइल्स’ का इस्तेमाल करने की बात स्पष्ट हुई थी।

‘ब्लैक सी फ्लीट’

रशिया के विदेश विभाग ने आयोजित की हुई वार्ता परिषद में यह आरोप लगाया है कि, इस हमले के पीछे अमरीका और ब्रिटेन की यंत्रणाओं का हाथ है। ‘अमरीका और ब्रिटेन के साथ नाटो सदस्य देशों के गश्ती विमान एवं उपग्रहों ने साझा की हुई जानकारी का इस्तेमाल इस हमले में किया गया। हमले से पहले और इस दौरान अमरीका और ब्रिटेन की यंत्रणाओं के साथ यूक्रेन लगातार संपर्क बनाए था’, ऐसा रशिया के विदेश विभाग की प्रवक्ता मारिया झाखारोवा ने कहा।

यूक्रेन ने पिछले कुछ हफ्तों में मिसाइल और ड्रोन हमलों के साथ ही आतंकी हमले एवं ‘स्पेशल ऑपरेशन्स’ करने पर जोर देना शुरू करने की बात सामने आ रही है। कुछ दिन पहले यूक्रेन की फौज ने क्रिमिया प्रांत के एक हिस्से में घुसकर रशियन चौकियों पर हमले किए थे। इसके बाद ‘ब्लैक सी’ क्षेत्र के एक ईंधन क्षेत्रपर भी कब्ज़ा पाया था। क्रिमिया के ‘साकि’ हवाई अड्डे पर भी हमला किया गया था। इस अड्डे पर ड्रोन और मिसाइलों से हमले करने की बात कही जा रही है। इस हमले में कई लड़ाकू विमानों का नुकसान हुआ है और ३० रशियन सैनिकों के मारे जाने का दावा यूक्रेन की गुप्तचर यंत्रणा ने किया था। इसके बाद सिधे नौसेना मुख्यालय को लक्ष्य करने से इसकी अहमियत अधिक बढ़ी है।

‘ब्लैक सी फ्लीट’

क्रिमिया में बढ़ते यह हमले रशियन रक्षाबल एवं अन्य यंत्रणाओं की चिंता बढ़ाने की वजह बन रहे हैं। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं ने क्रिमिया पर हुए हमलों को लेकर बार बार गंभीर चेतावनी दी थी। क्रिमिया पर हुआ बड़ा हमला या इसपर कब्ज़ा पाने की हुई कोशिश परमाणु हमले की वजह बन सकती हैं, ऐसी धमकी भी दी गई थी। इसके बावजूद इस महीने क्रिमिया के अहम और संवेदनशील हिस्सों पर एक के बाद एक हुए हमले ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

इसी बीच, रशिया के कुर्स्क और बेलगोरोद क्षेत्र में ड्रोन हमले होने का वृत्त है। कुर्स्क प्रांत में यूक्रेनी ड्रोन ने रशिया के इलेक्ट्रिक ग्रिड को लक्ष्य किया है। इस वजह से कुर्स्क के कुछ हिस्सों में बिजली सप्लाई टूटने की कबुली स्थानीय यंत्रणाओं ने दी। वहीं, रशिया ने माइकोलेव प्रांत में मिसाइल हमले करने की जानकारी यूक्रेनी यंत्रणाओं ने साझा की है।

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