टोकियो – इस्रायल की हमास पर हो रही कार्रवाई को हमारा समर्थन है, ऐसा ऐलान टोकियो में आयोजित ‘जी ७’ की बैठक मे किया गया। लेकिन, गाजा की जनता के लिए इस्रायल थोडे समय युद्ध बंद करें, यह मांग करके ‘जी ७’ ने इस्रायल से ‘मानवीय युद्ध विराम’ का आवाहन किया। यह मांग यानी हमास विरोधी युद्ध का विराम नहीं होगा, बल्कि गाजा की जनता को मानवी सहायता प्रदान करने के लिए ज़रूरी युद्ध विराम होगा, ऐसा ‘जी ७’ ने स्पष्ट किया है।
जापान की राजधानी टोकियो में आयोजित बैठक में ‘जी ७’ देशों ने इस्रायल को बचाव का अधिकार होने की बात भी कबूल की। लेकिन, कार्रवाई करते समय नागरिकों की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन आवश्यक होने की बात भी इस दौरान रेखांकित की गई। हमास ने इस्रायल पर किए दहशतवादी हमले के बाद इस्रायल ने हमास विरोधी युद्ध का ऐलान किया था। इसे एक महीना बीत चुका हैं और गाजा पर इस्रायल के लगातार हमले हो रहे हैं। गाजा से हमास को पुरी तरह से उखाड़ फेंकने के बिना शांत नहीं होंगे, ऐसी चेतावनी इस्रायल के नेतृत्व ने पहले ही दी है।
इस पृष्ठभूमि पर मानवीय युद्ध विराम का विकल्प सामने आया है और अमेरिका के साथ मित्र देश भी इसके लिए आग्राही दिख रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने इस बीच कम से कम तीन दिन मानवीय युद्ध विराम करने का प्रस्ताव रखने का वृत्त अमेरिकी माध्यम और वेबसाईट ने दिया है। ‘जी ७’ सदस्य देशों की बैठक में भी मानवीय विराम के मुद्दे पर प्रमुखता से चर्चा होने की जानकारी सूत्रों ने प्रदान की। ‘जी ७’ ने जारी किए संयुक्त निवेदन से भी इसकी पुष्टि हुई है।
‘गाजा का मानवीय संकट अधिक से अधिक गंभीर हो रहा है और इसका मुकाबला करने के लिए शीघ्र कदम उठाने की ज़रूरत हैं। इसके लिए मानवीय विराम और मार्ग उपलब्ध कराना आवश्यक हैं और हम इसका समर्थन करते हैं। गाजा की जनता को सहायता प्राप्त हो, यातायात शुरू हो और अगवा किए बंदी रिहा होने के लिए यह ज़रूरी हैं’, ऐसा बयान ‘जी ७’ देशों ने अपने निवेदन में किया है।
७ अक्टूबर के दिन हमास ने इस्रायल पर किए आतंकवादी हमलों को दोहराने का अवसर न देने के लिए इस्रायल को अपना और अपने लोगों को बचाव करने का अधिकार होने की बात भी ‘जी ७’ के निवेदन में रेखांकित की गई है। लेकिन, ऐसा करते हुए अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन हो, इसपर भी जोर दिया गया है। इस बार ईरान को भी चेतावनी दी गई हैं। ईरान ने हमास, हिजबुल्लाह एवं अन्य गुटों को बढ़ावा देकर खाड़ी को अस्थिर करने जैसी हरकतें ना करें, यह इशारा भी ‘जी ७’ के निवेदन से दिया गया है।
इस्रायल के गाजा में शुरू हमलों की पृष्ठभूमि पर इसका समर्थन करने वाले देशों ने अगली तैयारी की गतिविधियां शुरू की है। इस्रायल ने अपनाई आक्रामक भूमिका और शुरू किए हमलों की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाराजगी जताई जा रही हैं और इसी से मानवीय विराम का प्रस्ताव सामने आया है। ‘जी ७’ में हुई सहमति के बाद विश्व के सभी देश इसका समर्थन करेंगे, ऐसे संकेत विश्लेषक दे रहे हैं।
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