सना – येमन में स्थित ईरान से जुड़ी आतंकवादी संगठन हौथी के इस्रायल पर हो रहें हमलों की मात्रा बढ़ने लगी है। हौथी ने फिर से इस्रायल की दिशा में बैलेस्टिक मिसाइल दाग दी है। इस्रायल की ‘एरो’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा ने इस मिसाइल को नष्ट करने से बड़ी अनहोनी टली। लेकिन, पिछले दस दिनों में हौथी ने दूसरी बार इस्रायल के विरोध में मिसाइल का इस्तेमाल किया है। इसके बाद ‘रेड सी’ के क्षेत्र से यात्रा कर रहे इस्रायली जहाज़ों को लक्ष्य किया जाएगा, ऐसी धमकी हौथी ने दी। साथ ही इस्रायल के विरोध में जमीन, समुद्र और हवाई मार्ग से व्यापक हमले किए जाएंगे, ऐसी चेतावनी हौथी ने दी। इस इस्रायल विरोधी कार्रवाई के लिए सौदी अरब, जॉर्डन और इजिप्ट यह देश हमें सहायता प्रदान करें, ऐसा आवाहन हौथी ने किया है।
इस्रायल के दक्षिणी ओर के शहर की दिशा में मंगलवार के दिन बैलेस्टिक मिसाइल का हमला हुआ। यह मिसाइल येमन से दागी गई थी। इस मिसाइल को इस्रायल की ‘एरो’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा ने ‘रेड सी’ के हवाई क्षेत्र में नष्ट किया। ईरान से जुड़ी आतंकवादी संगठन हौथी ने यह हमले की ज़िम्मेदारी स्वीकारी है। इस समुद्री क्षेत्र से यात्रा कर रहे इस्रायली जहाज़ों को लक्ष्य करने के लिए मिसाइल हमला किया था और ऐसे हमले आगे भी जारी रहेंगे, यह ऐलान हौथी ने किया।
इस्रायल ने हमास के विरोध में शुरू की हुई सैन्य कार्रवाई पर जवाब देने के लिए यह हमले होने का ऐलान हौथी का प्रमुख अब्दुल मलिक अल-हैथी ने किया। रेड सी में यात्रा कर रहे इस्रायली जहाज़ों पर बैलेस्टिक मिसाइल और ड्रोन्स के हमले होते रहेंगे, ऐसी धमकी अल-हौथी ने दी। रेड सी के समुद्री क्षेत्र की यातायात पर इस्रायल निर्भर होने का दावा अल-हौथी ने किया। अपनी समुद्री यातायात छुपाने के लिए इस्रायल कोशिश कर रहा हैं, फिर भी इस्रायली जहाज़ सुरक्षित नहीं रह सकते, ऐसा हौथी के प्रमुख ने धमकाया हैं।
इसके बाद अल-हौथी ने सौदी अरब और अन्य अरब देशों की आलोचना की। पिछले हफ्ते सौदी की राजधानी रियाध में अरब-इस्लामी देशों के राष्ट्र प्रमुखों की बैठक का शीघ्रता से आयोजन हुआ। इस दौरान इस्रायल विरोधी कार्रवाई के लिए एकत्रित होने का प्रस्ताव रखा था। साथ ही इस्रायल का बहिष्कार करके घेराबंदी करने की मांग उठाई गई थी। लेकिन, सौदी और अरब देशों ने इस्रायल विरोधी तीव्र भूमिका लेना टाल दिया था। साथ ही हमास के आतंकवादियों ने ७ अक्टूबर के दिन इस्रायल पर किए भीषण हमलों का सौदी ने निषेध किया था।
इस बैठक में सौदी और अन्य अरब देशों ने अपनाई भूमिका की अल-हौथी ने कड़ी आलोचना की है। किसी भी पुख्ता निर्णय के बिना यह बैठक हुई, ऐसी आलोचना अल-हौथी ने की। इसके आगे यह अरब देश इस्रायल विरोधी कार्रवाई के लिए हौथी को सहायता प्रदान करें, ऐसी मांग भी की गई। हौथी आतंकवादी गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक में पहुंचकर इस्रायल के विरोध में सीधे संघर्ष में उतरेंगे। इसके लिए सौदी, जॉर्डन और इजिप्ट अपने क्षेत्र का इस्तेमाल करने दे, यह मांग भी अल-हौथी ने की।
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