लंदन/वॉशिंग्टन – अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रही अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव की पृष्ठभूमि पर निवेशकों ने अपना रुख फिर से सुरक्षित उपलब्धी बने सोने की ओर किया है। इस वजह से आगे के दिनों में सोने की कीमतों में लगातार उछाल होने की संभावना है।इस दौरान सोने की कीमत प्रति औंस (२८.३४ ग्राम) २,५०० डॉलर के रिकार्ड स्तर पर पहुंच सकती है, ऐसा दावा विशेषज्ञ मार्क न्यूटन ने किया है। बुधवार के कारोबार के दौरान सोने की कीमत ने प्रति औंस दो हजार डॉलर का स्तर लांघ दिया था। इस साल सोने की कीमत ने यह स्तर पार करने का यह तीसरा अवसर हैं।
पिछले महीने सोने की कीमत प्रति औंस १,८०० डॉलर तक फिसलेथे। लेकिन, इस्रायल-हमास युद्ध के कारण निर्माण हुए तनाव की पृष्ठभूमि पर इसमें फिर से बढ़ोतरी हो रही हैं। अमेरिका के फेडरल रिज़र्व्ह ने ब्याजदर स्थिर रखने की वजह से निवेशकों ने अपना ध्यान फिर से सोने पर केंद्रीत किया है, ऐसा दावा कुछ विश्लेषकों ने किया। अगले कुछ दिनों में सोने की कीमत प्रति औंस २,०८० डॉलर तक पहुंचेगी और बाद में यही कीमत २,५०० डॉलर के रिकार्ड स्तर तक उछलेगी, ऐसा दावा ‘फंडस्ट्रैट ग्लोबल एडव्हायजर्स’ के वरिष्ठ नेता मार्क न्यूटन ने किया।
फ्रान्स की शीर्ष बैंक ‘सोसायटी जनरल’ ने वर्ष २०२४ में सोने की कीमत प्रति औंस २,२०० डॉलर के आस पास रहेगी, ऐसा अनुमान दर्ज़ किया है। दो हजार डॉलर का स्र पार करने के बाद इसका उछाल जारी रहेगा, यह भी फ्रेंच बैंक ने अपने अनुमान में कहा है। पुंजी बाजार में हो रही उथलपुथल और केंद्रीय बैंकों ने शुरू की हुई सोने की खरीद जैसे मुद्दे सोने की कीमत बढ़ने की वजह बनेंगे, इसपर बैंक ने ध्यान आकर्षित किया। कुछ दिन पहले यूरोप की शीर्ष ‘सैक्सो बैंक’ ने भी सोने की कीमत नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचेगी, ऐसा दावा किया था।
बुधवार को सोने की कीमत दो हजार डॉलर से अधिक हुई। पिछले चार सालों में यह पांचवी बार हुआ है। इससे पहले अगस्त २०२० और मार्च २०२२ में यह कीमत दो हजार डॉलर से अधिक हुई थी। इसके बाद इस वर्ष के अप्रैल और अक्टूबर महीने में सोने की कीमत २ हजार डॉलर तक पहुंची थी। अक्टूबर के उछाल के बाद सिर्फ एक महीने के भीतर सोने की कीमत फिर से २,००० डॉलर के स्तर से अधिक हुई है।
अमेरिकी डॉलर मज़बूत होने के दौरान सोने की कीमत में हुआ यह उछाल विश्लेषकों ने रेखांकित किया है। इससे पहले अमेरिकी डॉलर कमज़ोर होने की स्थिति में सोने की कीमते उछलती दिखाई पड़ी थी। लेकिन, इस बार अमेरिकी डॉलर का निवेश अच्छ मुनाफा देने के बावजूद सोने की कीमत में उछाल होना ध्यान आकर्षित कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में ‘हेज फंड’ के निवेशकों ने भी सोने की खरीद सीमित रखी हैं। फिर भी सोने की कीमते बढ़ रही हैं, यह भी ध्यान खींच रहा है। इस बार सोने की कीमत प्रति औंस दो हजार डॉलर के स्तर से उपर कायम रहेगी, ऐसे संकेत प्राप्त हो रहे हैं।
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