वॉशिंग्टन/न्यूयॉर्क- ‘रेड सी के क्षेत्र में हौथी विद्रोहियों के विदेशी जहाजों पर हो रहे हमले और इसके जवाब में अमेरिका की हो रही कार्रवाई के कारण इस क्षेत्र की स्थिति बेकाबू हो सकती है। ऐसा हुआ तो इस क्षेत्र में संघर्ष का विस्फोट होगा’, ऐसी चेतावनी सौदी अरब ने दी है। इस खतरनाक संघर्ष से बचने के लिए अमेरिका कदम बढ़ाएं, ऐसा आवाहन सौदी ने किया। सौदी के बाद यूएई ने गाजा पट्टी के संघर्ष को लेकर चिंता जताई। अमेरिका का बायडेन प्रशासन गाजा का संघर्ष रोक दे, नहीं तो खाड़ी में इस संघर्ष का दायरा बढ़ेगा, ऐसा इशारा यूएई ने भी दिया है।
इस्रायल और हमास के बीच पिछले तीन महीनों से शुरू संघर्ष की गुंज रेड सी क्षेत्र में सुनाई पड़ी है। येमन स्थित ईरान से जुड़ी विद्रोही हौथी संगठन ने रेड सी के क्षेत्र से व्यापारी यातायात कर रहे विदेशी जहाजों पर हमले शुरू किए हैं। इस समुद्री क्षेत्र में तैनात अमेरिका और ब्रिटेन के युद्धपोत हौथी को जवाब दे रहे हैं। अमेरिका और हौथी का यह संघर्ष अब हर दिन का सिलसिला बना है। लेकिन, इससे रेड सी के क्षेत्र से हो रही ईंधन और व्यापारी यातायात बाधित होने का दावा किया जा रहा है। सौदी के पश्चिमी ओर के जेद्दा बंदरगाह से हो रही ईंधन यातायात अब संकट में होने का दावा किया जा रहा है।
ऐसे में सौदी के विदेश मंत्री प्रिन्स फैझल ने रेड सी में तनाव कम करने के लिए अमेरिका से पहल करने की गुहार लगाई है। साथ ही रेड सी में शुरू इस संघर्ष के कारण खाड़ी में तनाव बढ़ेगा, इस पर सौदी के विदेश मंत्री ने ध्यान आकर्षित किया। रेड सी के हमलों के कारण हम खतरनाक और कठिन मार्ग से सफर कर सकते हैं, ऐसी चिंता प्रिन्स फैझल ने जताई है। ऐसा हुआ तो रेड सी समुद्री यातायात की स्वतंत्रता खो देगा और इससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को नुकसान पहुंचेगा, ऐसा इशारा प्रिन्स फैझल ने दिया है।
सौदी अरब हौथी विद्रोहियों के हमलों को लेकर अमरिका पर दबाव बना रहा है तभी यूएई जैसे और एक अरब मित्र देश ने बायडेन प्रशासन पर दबाव बनाया है। गाजा संघर्ष का दायरा हर दिन बढ़ रहा है। यह संघर्ष रोकने के लिए बायडेन प्रशासन गाजा में युद्ध विराम करने के लिए कोशिश करें, ऐसा आवाहन संयुक्त राष्ट्र संघ में नियुक्त यूएई के राजदूत ने किया है। गाजा संघर्ष रोकने के लिए बायडेन प्रशासन विशेष कोशिश नहीं कर रहा है, ऐस आलोचना यूएई ने की है। गाजा का संघर्ष समय के चलते बंद नहीं किया, पैलेस्टिनियों के लिए सहायता मुहैया नहीं की गई तो गाजा के संघर्ष का विस्फोट होने से खतरनाक स्थिति निर्माण होगी, ऐसी चेतावनी यूएई ने दी है।
इसी बीच सौदी अरब और यूएई यह दोनों अमेरिका के पुराने सहयोगी मित्र देश हैं। लेकिन, अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन अमेरिका की बागड़ोर संभालने के साथ ही सौदी-यूएई से जारी सैन्य सहयोग से पीछे हटे थे। साथ ही सौदी के नेतृत्व पर गंभीर आरोप भी लगाए थे। इससे अमेरिका और अरब मित्र देशों के बीच तनाव निर्माण हुआ था। रशिया-यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका ने सौदी-यूएई पर दबाव बनाने की कोशिश की थी। वहीं, अब इस्रायल-हमास संघर्ष की पृष्ठभूमि पर खाड़ी के दो प्रभावी देश बायडेन प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश करते दिख रहे हैं।
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