रशिया के बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि पर डेढ़ दशक बाद अमेरिका दोबारा ब्रिटेन में परमाणु अस्त्र तैनात करेगी

‘बी ६१-१२ बम’ तैनात होंगे

रशिया के बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि पर डेढ़ दशक बाद अमेरिका दोबारा ब्रिटेन में परमाणु अस्त्र तैनात करेगी

वॉशिंग्टन/लंदन – अमेरिका के साथ किए ‘न्यूक्लियर ट्रिटी’ से रशिया ने पीछे हटना और परमाणु अस्त्रों के मुद्दे पर चर्चा करने से किए इनकार की पृष्ठभूमि पर अमेरिका ने यूरोप में अपनी परमाणु तैनाती बढ़ाने की तैयारी शुरू की है। अगले एक साल में ब्रिटेन स्थित अड्डे पर उन्नत ‘बी६१-१२’ परमाणु बम तैनात करने के संकेत अमेरिकी रक्षा विभाग ने दिए हैं। पिछले साल अमेरिका ने इस अड्डे पर अपने ‘एफ-३५’ स्टेल्थ लड़ाकू विमान तैनात किए थे।

रशिया-यूक्रेन के जारी युद्ध के बीच में रशिया ने लगातार अपनी परमाणु क्षमता का ज़िक्र करके यूक्रेन सहित पश्चिमी देशों पर दबाव बनाने की कोशिश की थी। US will deploy nuclear weapons in UK against the backdrop of increasing tensions with Russiaरशिया की परमाणु क्षमताओं का अहसास रखने होने पर अमेरिका और यूरोपिय देशों ने यूक्रेन संबंधित कई निर्णय न करने के पीछे रशियन परमाणु तैयारी का मुद्दा अहम साबित होता देखा गया था। इस पृष्ठभूमि पर अब अमेरिका ने रशिया को चुनौती देने के लिए यूरोप में अपनी परमाणु क्षमता बढ़ाने का निर्णय किया है और ब्रिटेन में परमाणु अस्त्र तैनात करने के संकेत दिए हैं।

अमेरिका के रक्षा विभाग ने पेश किए फाईल में ब्रिटेन में नए परमाणु अस्त्र तैनात करने का ज़िक्र है। ब्रिटेन के सफोल्क प्रांत के ‘लैकनहिथ’ हवाई अड्डे पर नए परमाणु अस्त्र तैनात किए जा रहे हैं। इसके लिए अमेरिकी रक्षा विभाग ने पांच करोड़ डॉलर का प्रावधान किया है। अगले कुछ महीनों में अमेरिकी सैनिकों के लिए निवास व्यवस्था का निर्माण करने का काम शुरू होगा, ऐसा इस फाईल में कहा गया है। US will deploy nuclear weapons in UK against the backdrop of increasing tensions with Russiaइस अड्डे पर परमाणु हमला करने की क्षमता के ‘एफ-३५ए’ लड़ाकू विमान के दो स्क्वाड्रन तैनात होने की संभावना है।

ब्रिटेन के शीर्ष अखबार ‘द टेलिग्राफ’ ने इससे संबंधित वृत्त प्रसिद्ध किया है। यह लड़ाकू विमान वर्ष के अन्त तक इस अड्डे पर दाखिल होंगे, ऐसा दावा रक्षा विभाग के सुत्रों ने किया है। ऐसा होने पर वर्ष २००८ के बाद अमेरिकी परमाणु अस्त्र ब्रिटेन में तैनात होने का यह पहला अवसर होगा, ऐसा भी ब्रिटीश अखबार ने कहा है।

इससे पहले शीत युद्ध के दौरान वर्ष १९५४ में अमेरिका ने परमाणु हथियार तैनात करने के लिए ब्रिटेन के ‘लैकनहिथ’ अड्डे का चयन किया था। इसके बाद ५४ वर्ष तक इस अड्डे पर अमेरिकी परमाणु हथियार तैनात थे। शीत युद्ध के खत्म होने के बाद ब्रिटेन में अमेरिकी परमाणु अस्त्रों का विरोध बढ़ा और वर्ष २००८ में अमेरिका ने इस अड्डे से अपने परमाणु अस्त्र हटाए थे।

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