सीरिया में तुर्की ने किए हमलों में ३४२ आतंकी ढेर – तुर्की के रक्षामंत्री का दावा

सीरिया में तुर्की ने किए हमलों में ३४२ आतंकी ढेर – तुर्की के रक्षामंत्री का दावा

इस्तंबूल/दमास्कस – पिछले दो दिनों से सीरिया में घुंसकर तुर्की की सेना ने किए हमलों में ३४२ आतंकी ढेर होने का दावा तुर्की ने किया है| लेकिन, तुर्की के इन हमलों में कुर्द लोगों की बलि जा रही है और इन हमलों के दिल दहलानेवाले वीडियोज् सोशल मीडिया प्रसिद्ध हुए है| आम कुर्द नागरिक, महिला और बच्चे इन हमलों में मारे गए है और इन हमलों में बडी मात्रा में जख्मी हुई महिला और बच्चों का आक्रोश इन वीडियों में देखा जा रहा है| तुर्की ने ऐसे वीडियोज् और सीरिया में हुए हमलों के समाचारों पर सेन्सॉरशिप थोंपने की बात सामने?आ रही है| तुर्की की इस अमानवीय कार्रवाई के बाद तो अमरिका सीरिया से सेना हटाने का निर्णय वापिस ले, यह निवेदन कुर्दों की संगठन ने किया है|

तुर्की ने आतंकी घोषित किए ‘पीकेके’ और सीरिया के ‘वायपीजी’ इन दो कुर्द संगठनों पर हमलें करने की जानकारी तुर्की के रक्षामंत्री हुलूसी अकार ने दी थी| लेकिन, तुर्की आतंकियों को नही, बल्कि आम सीरियन जनता को लक्ष्य कर रहा है, यह आरोप कोबानी शहर के कुर्द नेता कर रहे है|

इसके अलावा पिछले कुछ महीनों में अमरिका और सीरियन बागियों ने गिरफ्तार किये ‘आईएस’ के आतंकियों को रिहा करने के लिए तुर्की यह हमलें कर रहा है, यह आरोप भी बरदान जिया कुर्द इस नेता ने किया है| तुर्की के हमलों की वजह से ‘आईएस’ के?आतंकियों को रखे गए जेल के बाहर तैनात कुर्दों की सुरक्षा में कमी हुई है और इस स्थिति का लाभ उठाकर ‘आईएस’ के आतंकी भाग खडे हो सकते है| इस वजह से तुर्की के यह हमलें पूरी दुनिया के लिए खतरनाक साबित हो सकते है, यह इशारा कुर्द नेता दे रहे है|

तुर्की ने किए इन?भीषण हमलों के बाद कुर्दों पर हो रहे अत्याचारों का एहसास अमरिका को हुआ होगा| कम से कम अब अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष सीरिया से अमरिकी सेना हटाने के निर्णय पर दुबारा गौर करेंगे, यह उम्मीद कुर्द संगठन के कमांडर ने व्यक्त की है|

‘वायपीजी’ और ‘पीकेके’ यह कुर्द वंशियों की हथियारी संगठन आतंकी होने का ऐलान तुर्की सरकार ने किया था| वही, अमरिका और अन्य पश्‍चिमी देश इन संगठनों को आतंकी नही समझती| इस वजह से सीरिया में कुर्दों के विरोध में हो रही सीरिया की कार्रवाई पर तीव्र मतभेद होने की बात सामने आ रही है| अपने हमलों में आतंकी मारे जा रहे है, ऐसा तुर्की का कहना है| पर, इन हमलों के दुष्परिणाम दिखा रहे समाचार तुर्की ने बडी कठोरता के साथ रोक रखे है| तुर्की ने सीरिया में शुरू की हुई लष्करी कार्रवाई की खबर प्रसिद्ध कर रहे और एर्दोगन सरकार के विरोध में लिखनेवाले दो पत्रकारों को तुर्की ने गिरफ्तार किया है|

इस मामले में और १५ लोगों की गिरफ्तारी होने की बात कही जा रही है| फिर भी तुर्की ने की इस कार्रवाई की गुंज अंतरराष्ट्रीय माध्यमों में सुनाई देने लगी है और अगले दौर में ऐसे समाचार दबाना तुर्की के लिए और भी कठिन होगा|

English   मराठी

इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:

https://twitter.com/WW3Info
https://www.facebook.com/WW3Info