वॉशिंग्टन – अमरिका और चीन के बीच शुरु कारोबारी जंग हर दिन और तीव्र बननेवाली है तथा जागतिक अर्थव्यवस्था में उसके ‘खून से भरे’ परिणाम देखने को मिलेंगे। उससे रास्ते खून से भर जायेंगे, ऐसी दिल दहलानेवाली चेतावनी अर्थतज्ज्ञ और निवेशक मार्क मोबिअस ने दी। अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा चीन के खिलाफ किये जानेवाले बयान और भी तेजतर्रार हो गये है। उन्होंने चीन के राष्ट्राध्यक्ष के साथ व्यक्तिगत तौर पर रही दोस्ती भी खतम होने का दावा किया है। दूसरी ओर ट्रम्प की कडी आलोचना करनेवाले चीन ने कारोबारी तथा रक्षाविषयक बातचीत खारिज करके अमरिका को चेतावनी दी है।
‘वर्ल्ड बैंक’ के भूतपूर्व अधिकारी और ‘मोबिअस कॅपिटल पार्टनर्स’ के प्रमुख मार्क मोबिअस ने अमरिका और चीन के बीच की कारोबारी जंग नजदीकी समय में खतम नही होगी, ऐसे संकेत दिये है। ‘अमरिका और चीन में बातचीत हुई तो चीन काफी आक्रामक भूमिका लेने की संभावना है। चीन आसानी से पिछे नही हटेगा। आखिर यह ३०० अरब डॉलर्स के कारोबारी फायदे का मसला है। इसलिए चीन यह ऐसे ही छोडनेवाला नही है। ऐसा मोबिअस ने कहा है।
अमरिका-चीन में शुरु कारोबारी जंग में दोनो देश शायद छह महीने बाद कुछ समझौता करने के लिए साथ आने की संभावना है। उसके बाद शायद कारोबारी जंग खतम होगा। पर इस बीच के समय में अमरिका-चीन कारोबारी जंग के खून से भरे परिणाम जागतिक अर्थव्यवस्था में देखने को मिलेंगे।’ ऐसी चेतावनी अमरिकी अर्थतज्ज्ञ ने दी। मोबिअस द्वारा दि गयी चेतावनी ध्यान खींचनेवाली साबित हो रही है।
अमरिका ने अब तक चीन के २५० अरब डॉलर्स की आयात पर कर थोंपे हुए है। उसे जवाब देते हुए चीन द्वारा अमरिका के ५० अरब डॉलर्स आयात पर कर डाले गये है और अधिक ६० अरब डॉलर्स आयात पर कर लादने की चेतावनी दी गयी है। अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने चीन के पूरे ५०० अरब डॉलर्स से अधिक आयात को निशाना करने की चेतावनी दी है और कहा है की अमरिका के पास गँवाने जैसा कुछ नही है।
पिछले कई महिनों में ट्रम्प ने ‘मेक्सिको’ और ‘कनाडा’ के साथ नया त्रिपक्षीय कारोबारी समझौता करने में सफलता पायी है। साथ ही दक्षिण कोरिया के साथ भी नया कारोबारी समझौता हो चुका है और जापान के साथ समझौते पर बातचीत चालू है। कनाडा और मेक्सिको के साथ किये समझौते में उन देशों को चीन के साथ कारोबारी समझौता करने पर पाबंदी डालते हुए चीन को रोकने का प्रयास किया है। साथ ही एक के बाद एक ऐसे दो कारोबारी समझौतों में मिली सफलता के बाद राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प अब चीन के खिलाफ और भी आक्रामक रुख लेंगे, ऐसे संकेत विश्लेषक तथा सूत्रोंद्वारा दिए जा रहे है।
अमरिका ने अब तक थोपें करों की वजह से चीन की अर्थव्यवस्था संकट में है, ऐसा सामने आ चुका है। ट्रम्प की नई कार्रवाई चीन को और बडे झटके देनेवाली रहेगी, ऐसा कहा जाता है। इसलिए मोबिअस द्वारा खून से रंगे परिणामों के बारे में दी गई चेतावनी महत्त्वपूर्ण है।
पिछले महिने ब्रिटीश विश्लेषक फ्रान्सेस्को मॉस्कॉन ने अमरिका-चीन कारोबारी जंग असली जंग में बदल जायेगी, ऐसी कडी चेतावनी दी थी।
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