वॉशिंगटन/रियाध – सौदी अरब को गोपनीय परमाणु तकनीक देने के लिए अमरिका ने मंजूरी दी है| अमरिका के ऊर्जा मंत्री रिक पेरी इन्होंने देश की छह कंपनीयों को परमाणु ऊर्जा की तकनीक सौदी को देने की अनुमति देने का ऐलान किया है| लेकिन इन कंपनीयों ने की बिनती की वजह से उनके नाम उजागर किए नही गए है, यह जानकारी सूत्रों ने दी| पिछले महीने में राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प सौदी को परमाणु तकनीक देने की उत्सुक होने का वृत्त सामने आया था|
पश्चिमी देशों के साथ किए परमाणु समझौते के बावजूद ईरान एटमी हथियारों से सज्ज हो रहा है, तो सौदी अरब भी परमाणु अस्त्र प्राप्त किए बिना नही रहेगा, ऐसा सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान इन्होंने पिछले वर्ष डटकर कहा था| सौदी के विदेश मंत्री ‘अदेल अल जुबैर’ इन्होंने भी सौदी परमाणु हथियारों से सज्ज हो सकता है, यह चेतावनी दी थी| उसके बाद सौदी की हुकूमत चीन एवं पाकिस्तान से परमाणु तकनीक प्राप्त करने की कोशिश कर रही थी, यह वृत्त अमरिकी माध्यमों ने प्रसिद्ध किया था|
‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ इस अमरिकी समाचार पत्र ने प्रसिद्ध किए वृत्त में सौदी की राजधानी रियाध से २३० किलोमीटर दूरी पर ‘अल दवादमी’ इस लष्करी अड्डे पर खुफिया तरीके से मिसाइल का निर्माण शुरू होने की बात कही थी| इस लष्करी ठिकाने पर परमाणु अस्त्र वाहक मिसाइल का निर्माण एवं परीक्षण करने के लिए जरूरी सुविधा विकसित करने का कार्य सौदी ने पूरा किया है, यह दावा भी अमरिकी पत्र ने किया था| साथ ही सौदी के लष्करी ठिकाने के सैटेलाइट से लिए फोटो भी इस पत्र ने प्रसिद्ध किए थे|
इस पृष्ठभूमि पर अमरिका ने सौदी अरब को परमाणु तकनीक देने की गतिविधियां तेज की थी| अमरिकी कंपनीयों ने इसके लिए एक गुट का गठन किया है और इस गुट ने ट्रम्प प्रशासन के अधिकारियों के साथ बातचीत भी शुरू की थी| पिछले महीने में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इन्होंने भी इस गुट के प्रतिनिधियों से भेंट की थी| ट्रम्प इनकी भेंट के बाद अमरिकी प्रशासन सौदी को परमाणु तकनीक देने की तैयारी में होने के दावे हो रहे थे| ऊर्जा मंत्री रिक पेरी इन्होंने किए ऐलान से इन दावों को समर्थन प्राप्त हुआ है|
अमरिकी ऊर्जा विभाग का हिस्सा होने वाले ‘नैशनल न्युक्लिअर सिक्युरिटी ऍडमिनिस्ट्रेशन’ ने अमरिकी कंपनीयों को सौदी के लिए परमाणु तकनीक की आपुर्ति करने का मार्ग खुला किया है| लेकिन, यह प्राथमिक स्तर है और इन कंपनीयों के फिलहाल संबंधी समझौते के लिए तैयारी करने के निदेश दिए गए है| लेकिन, अभी तकनीकी अधिकारियों को सौदी जाने की अनुमति नही दी गई है, ऐसा सूत्रों ने कहा है|
सौदी की हुकूमत ने देश में दो परमाणु ऊर्जा केंद्र निर्माण करने की तैयारी शुरू की है और इसके लिए सौदी के साथ समझौता करने के लिए अमरिका उत्सुक| लेकिन, इसके साथ ही रशिया और दक्षिण कोरिया इन देशों ने भी सौदी में परमाणु ऊर्जा केंद्र स्थापित करने की तैयारी दिखाई है, यह वृत्त सामने आ रहा है| इस वजह से अमरिका ने सौदी पर दबाव बनाने की शुरूआत की है और अपनी कंपनीयों को परमाणु तकनीक देने के लिए तैयारी करने को कहना इसीका हिस्सा माना जा रहा है|
अमरिकी कानून के नुसार सौदी अरब में एटमी उर्जा केंद्र का निर्माण करने से पहले उचित समझौता करके इस समझौते को संसद की मंजूरी मिलना जरूरी है| लेकिन, सौदी को परमाणु तकनीक देने के लिए अमरिकी सांसदों को कडा विरोध है| इस वजह से खाडी क्षेत्र में एटमी स्पर्धा सुरू होगी एवं वहां की शांति के लिए खतरा बनेगा, ऐसा अमरिकी सांसदों का कहना है| वही, दुसरी ओर ईरान ने परमाणु तकनीक एवं परमाणु हथियार प्राप्त करने पर सौदी इस मोर्चे पर पीछे नही रह सकता, यह सौदी ने पहले ही स्पष्ट किया है|
इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |