त्रिपोली – लीबिया में सरकार के साथ खडी सेना एवं बागी सेना अधिकारी जनरल हफ्तार समर्थक ‘एलएनए’ के बागीयों में शुरू संघर्ष तीव्र हुआ है| हफ्तार समर्थक ‘एलएनए’ के बागी राजधानी त्रिपोली से सिर्फ ११ किलोमीटर दूरी पर पहुंचे है और उन्होंने लिबियन राजधानी पर हवाई हमलें शुरू किए है| लिबियन सेना ने बागियों के हमलों को जवाब देना शुरू किया है, फिर भी इस संघर्ष में फंसी लिबियन जनता ने जान को बने खतरे के डर से शहर से पलायन करना शुरू किया है| अबतक करीबन ४,५०० लोग इस संघर्ष में विस्थापित हुए है और यह संघर्ष जारी रहा तो शरणार्थियों की संख्या में बढोतरी होने की चिंता संयुक्त राष्ट्रसंघ ने जताई है|
बागी सेना अधिकारी जनरल ‘खलिफा हफ्तार’ के नेतृत्व में ‘लिबियन नैशनल आर्मी’ (एलएनए) त्रिपोली के निकट पहुंची है| पिछले कुछ दिनों से शुरू इस संघर्ष में २१ लोगों की मौत हुई है| दो दिन पहले ‘एलएनए’ के लडाकू विमानों ने त्रिपोली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हमले किए है और इस हवाई अड्डे पर कब्जा किया था| इन हवाई हमलों में हवाई अड्डे का रनवे एवं नजदिकी क्षेत्र का नुकसान हुआ था| हमलें के दौरान यात्री विमान रनवे पर नही था, इस वजह से जान का नुकसान नही हुआ| प्रधानमंत्री सेराज के साथ खडी सेना ने ‘एलएनए’ के बागियों पर हमला करके कुछ ही घंटों में इस हवाई अड्डे पर दुबारा कब्जा किया| लेकिन इस हमले की वजह से हवाई यातायात बंद हुई है और जनता में घबराहट फैली है|
इस डर की वजह से लिबियन जनता ने त्रिपोली से पलायन करना शुरू किया है और पिछले दो दिनों में ४,५०० नागरिकों ने त्रिपोली छोडने की जानकारी संयुक्त राष्ट्रसंघ ने दी| लेकिन, त्रिपोली की जनसंख्या १२ लाख के करीब है और लिबियन सरकार एवं ‘एलएनए’ के बागियों के बीच शुरू संघर्ष की वजह से यहां के लाखों लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा बना है, यह चिंता राष्ट्रसंघ ने जताई है| त्रिपोली के निकट लिबियन सेना और बागियों में हवाई संघर्ष शुरू है, यह दावा स्थानिय कर रहे है| इस संघर्ष पर समय पर नियंत्रण स्थापित नही किया तो, लाखों लोग विस्थापित होंगे और बडा संकट सामने खडा होगा, यह इशारा राष्ट्रसंघ ने दिया है|
इस संघर्ष के बाद संयुक्त राष्ट्रसंघ ने ‘एलएनए’प्रमुख बागी जनरल हफ्तार पर कडी आलोचना की है| यात्री हवाई अड्डे पर हमला करके हफ्तार के बागियों ने ‘जंगी अपराध’ किया है, यह आरोप राष्ट्रसंघ ने रखा है| लिबियन बागियों के यह हमलें जरा भी बर्दाश्त नही होंगे, यह कहकर जनरल हफ्तार यह संघर्ष बंद करे, यह निवेदन भी राष्ट्रसंघ के महासचिव एंटोनिया गुतेरस इन्होंने किया| फ्रान्स ने भी लीबिया मे शुरू संघर्ष में सेराज सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया है|
इस दौरान, राष्ट्रसंघ ने निवेदन किया हो, फिर भी जनरल हफ्तार ने निवेदन ठुकराया है| अगले कुछ घंटों में त्रिपोली के निकट स्थित ईंधन की परियोजना पर कब्जा करने की धमकी भी जनरल हफ्तार ने दी है|
इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |