मुझफ्फराबाद – कश्मीर के हिस्से पर गैरकानूनी कब्जा करके पाकिस्तान ने इस हिस्से को ‘आजाद कश्मीर’ नाम दिया था| पर अब पाकिस्तान ने कश्मीर के इस हिस्से को प्रदान की हुई कथित ‘आजादी’ छिन लेने की तैयारी शुरू की है| पाकिस्तान ने कब्जा किए कश्मीर के हिस्से का यानी पीओके का अपने कारोबार में हो रहा ‘आजाद कश्मीर’ यह जिक्र करना बंद करके अब इसे सीर्फ कश्मीर कहना पाकिस्तान की सरकार ने शुरू किया है|
इससे पहले ‘पीओके’ का राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पद रद्द करने की तैयारी पाकिस्तान ने शुरू की है, यह समाचार प्रसिद्ध हुआ था| पीओके के प्रधानमंत्री फारूख हैदर ने हाल ही में यह दावा किया था की, ‘हम इस ‘आजाद कश्मीर’ के आखरी प्रधानमंत्री हो सकते है|’ इस वजह से पाकिस्तान ‘पीओके’ के विषय में कुछ तो बडा निर्णय करेगा, यह संकेत प्राप्त हो रहे है| भारत ने धारा ३७० हटाने का निर्णय करके जम्मू–कश्मीर को प्रदान किया हुआ विशेष दर्जा भी कम किया था और यह राज्य केंद्रीय प्रदेश घोषित किया था| इसके बाद सदमे में गिरे पाकिस्तान ने भारत के विरोध में काफी हरकतें की| पर, इनमें से एक भी कोशिश कामयाब ना होने से पाकिस्तान की सरकार और सेना पर कडी आलोचना हो रही थी|
ऐसी स्थिति में कश्मीर के मुद्दे पर कुछ तो किया है, यह बात जनता को दिखाने के लिए पाकिस्तान की सरकार विवश है| इसी की तैयारी शुरू है और कश्मीर की कथित आजादी छिनने के लिए हो रही कोशिश इसी का हिस्सा होने की बात दिख रही है| असल में पीओके के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के हाथ में किसी भी प्रकार की सत्ता का नियंत्रण नही है| पीओके का कारोबार पाकिस्तान की सरकार ही चला रही है| पाकिस्तान की सरकार भी सेना के इशारे के बिना कोई भी निर्णय नही कर सकती| ऐसी स्थिति में पाकिस्तान ने ‘पीओके’ के विषय में कोई भी निर्णय किया तो उससे खास फरक होने जैसी स्थिति नही है| फिर भी पाकिस्तानी जनता को दिखाने के लिए यह निर्णय पाकिस्तान की सरकार और सेना करते दिखाई दे रहे है|
इसके लिए जरूरी गतिविधियां शुरू है और तभी पाकिस्तान के बेताल रेलमंत्री शेख रशिद ने भारत को फिर एक बार युद्ध की धमकी दी है| भारत की संसद में पारित किए गए नागरिकता संशोधन बिल का दाखिला देकर शेख रशिद ने भारत को युद्ध की धमकी दी है| पर, पाकिस्तान के माध्यमों में ही शेख रशिद का मजाक उडाया जा रहा है| पाकिस्तान की रेल ठिक से चलाने की क्षमता ना रखनेवाले नेता ऐसे गैरजिम्मेदाराना बयान ना करें, ऐसी फटकार पाकिस्तान के पत्रकार एवं विश्लेषक लगा रहे है| साथ ही कश्मीर के लिए हर शुक्रवार एक घंटा रास्तेपर उतरने के लिए प्रधानमंत्री इम्रान खान ने निवेदन किए हुए आंदोलन का क्या हुआ? यह सवाल भी पाकिस्तानी माध्यम कर रहे है|
इन सभी सवालों पर जवाब देने के लिए ही पाकिस्तान की सरकार और सेना ‘पीओके’ को दिए गए ‘आजाद कश्मीर’ नाम से ‘आजाद’ निकालने की कोशिश में है| अपनी सरकार भी भारत जैसा आक्रामक निर्णय कर सकती है, यही दिखाने की कोशिश प्रधानमंत्री इम्रान कर रहे है| साथ ही पाकिस्तान सेना को भी भारत के विरोध में कुछ तो करने का संतोष इन निर्णय से प्राप्त हो सकता है| भारत की संसद में धारा ३७० हटाने संबंधी बिल पेश किए जाने से ही पाकिस्तान में हडबडी मची थी| इसके बाद भारत ‘पीओके’ पर हमला करेगा और पुरे कश्मीर पर कब्जा करेगा, यह बातचीत भी पाकिस्तान में शुरू हुई थी| भारत ने हमला किया तो इस हमले का सामना करने की तैयारी पाकिस्तानी सेना रखती है क्या, ऐसे सवाल भी इस दौरान पुछे जा रहे थे|
‘पीओके’ पर भारत का हमला होने की संभावना अभी तक खतम नही हुई है, यह चेतावनी पाकिस्तान के लष्करी विश्लेषक दे रहे है| इसी बीच भारत ने धारा ३७० हटाने के बाद भारत से कश्मीर वापिस लेने के लिए मात्र युद्ध यह एकही विकल्प होने का दावा विश्लेषक कर रहे है|
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