वॉशिंग्टन/बगदाद/तेहरान – ‘इससे पहले ईरान ने अमरिकी कान्ट्रैक्टर को ढेर किया| ईरान के इस हमले को अमरिका ने करारा प्रत्युत्तर दिया| अब ईरान ने इराक में अमरिकी दूतावास पर हमला करवाया| इस हमले के लिए पुरी तरह से ईरान ही जिम्मेदार है और ईरान को इसकी बडी किमत चुकानी होगी| यह मात्रा इसारा नही, बल्की धमकी है’, यह बयान अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने किया है| इसी बीच इराक में अपना दूतावास और हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए अमरिका ने १०० मरिन्स सैनिकों का दल भेजा है| वही, ईरान ने अमरिका के आरोप ठुकराकर हम प्रत्युत्तर के लिए तैयार होने का दावा करके चुनौती भी दी है|
पिछले दो हफ्तों से इराक में ‘पॉप्युलर मोबिलायझेशन फोर्सेस’ (पीएमएफ) और ‘कतैब हिजबुल्लाह’ इन दो ईरान से जुडे गुटों ने अमरिकी लष्करी अड्डों को लक्ष्य किया था| पिछले हफ्ते में किरकूक में हुए हमले में अपना कान्ट्रैक्टर मारे जाने के बाद अमरिका ने ईरान से जुडे गुटों को लक्ष्य करना शुरू किया है| इस पृष्ठभूमि पर रविवार के दिन अमरिका ने इराक और सीरिया में ईरान से जुडे गुटों के ठिकानों पर तीव्र हमलें किए|
अमरिका के?इन हवाई हमलों में ईरान से जुडी ‘कतैब हिजबुल्लाह’ गुट के २५ आतंकी मारे गए थे| साथ ही अपने हितसंबंधों के लिए खतरा बने ईरान एवं ईरान से जुडे गुटों को इसके आगे भी लक्ष्य करने का ऐलान अमरिका ने किया था| अमरिका की इस कार्रवाई पर गुस्सा व्यक्त करने के लिए मंगलवार के दिन ईरान से जुडे गुटों ने राजधानी बगदाद में अमरिकी दुतावास पर हमलें किए|
शुरू में इराक के प्रदर्शनकारियों ने यह हमलें करने की संभावना जताई गई| पर, प्रदर्शनकारियों के हाथ में ‘कतैब’ और ‘पीएमएफ’ के झंडे देखे गए और इस वजह से इस हमले के पीछे ईरान से जुडे गुट होने की बात स्पष्ट हुई| ईरान से जुडे गुट के इन प्रदर्शनकारियों ने लगातार दो दिन अमरिकी दूतावास के बाहर बनाई सुरक्षा चौकी की कांच तोडकर एवं नजदिकी क्षेत्र में आगजनी करके दूतावास में प्रवेश करने की कोशिश की| दुसरें दिन, बुधवार को अमरिकी सैनिकों को प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसुगैस का प्रयोग किया|
अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने इन प्रदर्शनों के बाद क्रोध व्यक्त करके ईरान ने ही यह हमला करवाया है, यह आरोप?भी रखा| साथ ही ईरान कितना भी इन्कार करें, फिर भी दूतावास पर हुए इस हमले के लिए ईरान ही जिम्मेदार है और इसके लिए जल्द ही इस देश को बडी किमत चुकानी होगी, यह इशारा भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने दिया| अगले कुछ घंटों में अमरिकी रक्षामंत्री मार्क एस्पर ने इराक के लिए १०० मरिन्स सैनिकों का दल भेजा है| कुछ वर्ष पहले लीबिया के बेंगाझी में स्थित अमरिकी दूतावास पर हुए आतंकी हमले के विरोध में कार्रवाई करनेवाले मरिन्स दल में शामिल सैनिक इस दस्ते में होने का दावा अमरिकी माध्यम कर रहे है|
इसी बीच, अमरिका ने जारी किए इस चेतावनी के बाद दूतावास पर हमलें करनेवाले अपने समर्थकों को पीछे हटने के आदेश इराक में स्थित ईरान से जुडे गुटों के नेताओं ने दिए है| अमरिका को चेतावनी देने का आपका काम फिलहाल पुरा हुआ है, अब पीछे लौट जाए, यह संदेशा इन प्रदर्शनकारियों के लिए जारि किया गया है, यह जानकारी माध्यमों ने साझा की है|
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