कैरो – इस्रायल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के द्विपक्षिय सहयोग समझौते का अरब लीग निषेध करें, ऐसी माँग पैलेस्टाईन की सरकार ने की थी। लेकिन, इस सहयोग पर आलोचना करने का पैलेस्टिन का यह प्रस्ताव अरब लीग ने ठुकराया है। इस संगठन के कुछ देश पैलेस्टिन की इस भूमिका के विरोध में होने की बात अरब लीग ने कही है। कुछ दिन पहले पैलेस्टिनी सरकार ने अरब लीग पर आलोचना करके तुर्की और ईरान के साथ अपने संबंध और भी मज़बूत किए हैं। पैलेस्टिनी सरकार की इस भूमिका पर नाराज़ हुई अरब लीग ने यह प्रस्ताव ठुकराने का दावा किया जा रहा है। इस वजह से खाड़ी देशों में दो गुट बनने की बात दिख रही है।
बुधवार के दिन अरब लीग के २२ सदस्य देशों के विदेशमंत्रियों की वर्च्युअल बैठक हुई। इस बैठक के अवसर पर वेस्ट बैंक के पैलेस्टिनी प्रशासन ने इस्रायल और यूएई के समझौते पर आलोचना की। अरब लीग इस्रायल-यूएई के सहयोग का निषेध करें, इस्रायल-यूएई सहयोग को बिल्कुल मंजूरी ना दें, यह माँग पैलेस्टिनी विदेशमंत्री रियास मलिकी ने की थी। साथ ही इस सहयोग के ज़रिए अमरीका खाड़ी देशों को ब्लैकमेल कर रही है, ऐसा आरोप पैलेस्टिनी विदेशमंत्री ने लगाया। पैलेस्टिनी नागरिकों ने किसी भी देश को अपना प्रतिनिधि घोषित नहीं किया है और अरब देश इस सहयोग को ठुकराएं, यह बात भी मलिकी ने इस बैठक में स्पष्ट की। लेकिन, अरब लीग के कुछ देशों ने पैलेस्टिनी सरकार का यह प्रस्ताव ठुकराया। साथ ही पैलेस्टिन को प्रदान हो रही आर्थिक सहायता रोकने का निर्णय इन देशों ने किया है, यह दावा भी किया जा रहा है। लेकिन, इस बात की अभी अधिकृत स्तर पर पुष्टी नहीं हुई है।
अरब लीग ने इस्रायल-यूएई द्विपक्षिय सहयोग का कड़े शब्दों में निषेध किए बिना हमें संतोष नहीं होगा, ऐसी सख्त भूमिका पैलेस्टिनी नेताओं ने इस बैठक के दौरान अपनाई थी। इस भूमिका की वजह से ही यह मुद्दा खराब हुआ, यह बात अरब लीग के एक अधिकारी ने कही। उसी समय इस्रायल-युएई द्विपक्षिय सहयोग का ऐलान करने के बाद तुर्की और ईरान ने इसके विरोध में अपनाई सख्त भूमिका का पैलेस्टाईन ने स्वागत किया था। यह बात भी अरब लीग के सदस्यों को परेशान कर रही थी। इसका प्रभाव भी इस बैठक पर हुआ था।
इसी दौरान, इस्रायल और यूएई के सहयोग का इजिप्ट, जॉर्डन इन अरब देशों ने स्वागत किया। तभी बहरीन, ओमान ने इस्रायल के साथ सहयोग स्थापित करने के संकेत दिए हैं। सौदी अरब ने इस सहयोग के बारे में अपनी भूमिका स्पष्ट तौर पर नहीं रखी है। तो दूसरी ओर इस्रायल और यूएई का यह सहयोग अवैध है और यूएई ने पैलेस्टिनी नागरिकों से दगाबाज़ी की है, ऐसी आलोचना ईरान, तुर्की एवं पैलेस्टाईन स्थित हमास और फताह इन दोनों गुटों ने की थी। साथ ही इस्रायल के खिलाफ़ जारी पैलेस्टाईन की लड़ाई को अपना समर्थन होने का ऐलान ईरान और तुर्की ने किया था।
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