लंदन/मॉस्को – रशिया ने दो वर्ष पहले ब्रिटेन में किए रासायनिक हमलों की याद दिलाकर रशिया फिरसे रासायनिक हमला करके हजारों को मौत के घाट उतार सकती है, ऐसा इशारा ब्रिटेन के रक्षामंत्री बेन वॉलेस ने दिया है। बीते कुछ महीनों में रशिया का बर्ताव आम नहीं रहा है, इस बात का अहसास भी उन्होंने कराया। कुछ दिन पहले ही रशिया के युद्धपोत एवं पनडुब्बियां ब्रिटेन की समुद्री सीमा के करीबी क्षेत्र में खतरनाक तरीके से आवाज़ाही करती हुई देखी गई थीं।
बीते कुछ वर्षों में ब्रिटेन और रशिया के संबंधों में अधिक से अधिक तनाव बढ़ता दिख रहा है। वर्ष २०१४ में रशिया ने यूक्रैन पर हमला करके क्रिमिया पर कब्ज़ा किया और उसके बाद ब्रिटेन ने रशिया के खिलाफ आक्रामक भूमिका अपनाई थी। ब्रिटीश सरकार ने रशिया के साथ जारी लष्करी सहयोग रोककर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था। ब्रिटेन में ‘स्कॉटलैण्ड’ एवं ‘ब्रेक्ज़िट’ के मुद्दों पर हुए वोट के दौरान रशिया ने दखलअंदाज़ी करने की कोशिश की थी, यह दावे भी किए गए थे। इसके बाद वर्ष २०१८ में ब्रिटेन में रहनेवाले रशिया के पूर्व गुप्तचर सर्जेई स्क्रिपल एवं उनकी बेटी युलिया की हत्या करने की कोशिश की गई थी।
स्क्रिपल एवं उनकी बेटी की हत्या के लिए ‘नोविचोक’ नामक रासायनिक घटक का इस्तेमाल किया गया था। इस रासायनिक हमले में दोनों बच निकले हैं, फिर भी एक ब्रिटीश महिला की इस हमले में मौत हुई थी। इस घटना के बाद ब्रिटेन और रशिया के संबंध काफी हद तक बिगड़ते चले गए और ब्रिटेन ने अपने देश से २३ रशियन राजनीतिक अफसरों को निकाल बाहर किया था। इससे पहले वर्ष २००६ में रशिया ने ब्रिटेन में रहनेवाले पूर्व गुप्तचर ऐलेग्ज़ैंडर लितविनेन्को की भी रासायनिक हमला करके हत्या की थी। कुछ महीनों पहले रशिया के सियासी नेता ऐलेक्स नैवल्नी पर भी ‘केमिकल एजंट’ का इस्तेमाल होने की घटना सामने आयी थी।
रक्षामंत्री बेन वॉलेस ने स्क्रिपल पर हुए हमले की ओर ध्यान आकर्षित करते समय रशिया इसी तरह का हमला ब्रिटेन में करवा सकता है, ऐसा इशारा दिया। ‘रशिया ब्रिटेन के सड़कों पर अलग पद्धती से नर्व एजंट का इस्तेमाल करके हजारों को ढ़ेर कर सकती है’, यह इशारा वॉलेस ने दिया है। इस दौरान उन्होंने, रशिया का मौजूदा बर्ताव बदला है, इस बात का भी असहसास कराया। ‘ब्रिटेन लगातार रशिया को अपने बर्ताव में बदलाव करने के साथ अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करने के लिए आवाहन कर रहा है। ऐसा हुआ तो ब्रिटेन और रशिया के अच्छे संबंध स्थापित होने की उम्मीद है’, यह बयान रक्षामंत्री वॉलेस ने किया है।
ब्रिटेन में बीते कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण बढ़ता हुआ दिख रहा है। ऐसे में ‘ब्रेक्ज़िट’ की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है और इस मुद्दे पर अनिश्चितता भी बढ़ रही है। चीन और रशिया जैसे देश इस स्थिति का लाभ उठाने की कोशिश कर सकते हैं, यह इशारा ब्रिटेन के अभ्यासगुट एवं विश्लेषक लगातार दे रहे हैं। ब्रिटेन के गुप्तचर प्रमुख ने हाल ही में चीन को ब्रिटेन की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया था। इसके बाद अब रक्षामंत्री ने रशिया का हमला होने के खतरे की ओर ध्यान आकर्षित करना अहमियत रखता है।
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