- एक ही रात में गाज़ा पर गिराए तोपों के हज़ार गोले
- हमास, इस्लामिक जिहाद के १०० से अधिक आतंकी ढ़ेर
- हमास के ‘ऐश्खेलॉन’ ईंधन प्रकल्प पर हुआ ड्रोन द्वारा हमला
- लेबनान की सीमा से प्रदर्शनकारियों की घुसपैठ होने का दावा
- जॉर्डन के प्रदर्शनाकारियों ने भी की वेस्ट बैंक में घुसपैठ करने की कोशिश
- जर्मन चान्सलर मर्केल द्वारा इस्राइल विरोधी प्रदर्शनों की आलोचना
जेरूसलम – इस्राइल और हमास के बीच संघर्ष अधिकाधिक भीषण होता जा रहा है। गाज़ा में स्थित हमास और इस्लामिक जिहाद ने इस्राइल पर १,८०० से अधिक रॉकेट्स और मिसाइलों की बौछार की। इस दौरान इस्राइल ने गाज़ा में ६५० स्थानों पर हवाई हमले करके प्रत्युत्तर दिया है। इस्राइल के जवाबी हमले में ११० पैलेस्टिनी मारे गए हैं और मृतकों में हमास और इस्लामिक जिहाद के सौ से अधिक आतंकियों का समावेश होने का दावा इस्राइली रक्षाबल ने किया है।
इस्राइल और हमास के संघर्ष में हो रहा खूनखराबा रोकने के लिए मध्यस्थता करने के उद्देश्य से इजिप्ट के अफसर इस्राइल के तेल अवीव पहुँचे है। लेकिन, तीन दिनों तक उनकी कोशिश नाकाम होने से वे स्वदेश लौट गए। इस वजह से इस्राइल और हमास में से कोई भी इस संघर्ष से पीछे हटने के लिए तैयार ना होने की बात स्पष्ट हो रही है। रोज़ाना इस संघर्ष की तीव्रता अधिक बढ़ती जा रही है। इस वजह से अब यह संघर्ष नहीं रहा बल्कि, इस्राइल और पैलेस्टिनी संगठनों के बीच युद्ध शुरू हुआ है, ऐसा ड़र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यक्त किया जा रहा है।
बीते चौबीस घंटों के दौरान इस्राइल ने गाज़ा पर हमलों की तीव्रता बढ़ाई है। सीमा पर तैनत इस्राइल के तोप और टैंकों ने गाज़ा पर तोपों के हज़ार से अधिक गोलों की बौछार की है, यह जानकारी इस्राइली सेना ने प्रदान की। गाज़ापट्टी के उत्तरी और पूर्वीय इलाकों में तैनात हमास और इस्लामिक जिहाद के रॉकेट लौंचर्स के ठिकानों को लक्ष्य किया होने का दावा इस्राइली सेना कर रही है।
हमारी कार्रवाई में कुछ पैलेस्टिनी नागरिकों की मौत होने की बात इस्राइली सेना ने स्वीकारी है। लेकिन, यह हमला करने से पहले ही इस्राइल ने पैलेस्टिनी नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पनाह लेने का आवाहन किया था। लेकिन, हमास और इस्लामिक जिहाद ने पैलेस्टिनी नागरिकों को फंसाकर रखने की वजह से हमारी कार्रवाई के दौरान निरपराध नागरिकों की मौत होने का बयान इस्राइली सेना ने किया है। हमास और इस्लामिक जिहाद के आतंकी पैलेस्टिनी जनता को मानवी ढ़ाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं, ऐसा आरोप इस्राइल ने पहले भी कई बार लगाया था। इस वजह से हमास और इस्लामिक जिहादियों पर हमला करने पर पैलेस्टिनी नागरिक मारे जाते हैं। ऐसी घटनाओं का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस्राइल विरोधी प्रचार करने के लिए इस्तेमाल करने की भयंकर साज़िश हमास ने की है, ऐसा इस्राइल के राजनीतिक अफसर बता रहे हैं।
हमास और इस्लामिक जिहाद ने इस्राइल के तेल अवीव, ऐश्खेलॉन, अश्दोद शहर पर रॉकेट हमले जारी रखे हैं। इस दौरान इन सभी शहरों की दिशा में सौ-सौ से अधिक रॉकेट दागे गए हैं। हमास ने ऐश्खेलॉन में स्थित इस्राइल के अहम र्इंधन प्रकल्प पर ड्रोन हमला करके बड़ा नुकसान पहुँचाया है। इसके फोटो भी प्रसिद्ध हुए हैं। इसके अलावा गाज़ा के करीबी निर ओज़ शहर में स्थित रासायनिक प्रकल्प पर भी ड्रोन हमला करने का दावा हमास के ‘अल कासम ब्रिगेड’ ने किया है। लेकिन, इस्राइली सेना ने हमास के इस दावे की पुष्टि नहीं की है। ऐसे में कुछ घंटे पहले ही हमास ने इस्राइल के दिमोना परमाणु प्रकल्प के करीबी इलाके में १५ रॉकेट दागे थे।
फिलहाल, लेबनान, जॉर्डन, तुर्की, ईरान में इस्राइल के विरोध में और पैलेस्टिनियों के समर्थन में जोरदार प्रदर्शन शुरू हुए हैं। लेबनान और जॉर्डन में आक्रामक प्रदर्शनकारियों ने सरहद पार करने की कोशिश की। लेबनीज प्रदर्शनकारियों ने इस्राइली सीमा में घुसपैठ भी की थी। इस दौरान सीमा के करीबी क्षेत्र में आगजनी करने का भी वृत्त है। लेकिन, इस्राइली सेना ने तुरंत कार्रवाई करके इन प्रदर्शनकारियों को भगाकर दोबारा लेबनान भेज दिया। इस दौरान सीमा पर तैनात जॉर्डन की सेना ने इन प्रदर्शनकारियों को पीटकर वापिस रवाना करने की खबरें हैं।
इसी बीच जर्मनी में ज्यू द्वेष की भावना से हो रहे प्रदर्शनों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, ऐसा बयान जर्मनी की चान्सलर एंजेला मर्केल ने किया है। साथ ही इस्राइल पर हो रही रॉकेट्स की बौछार यानी हमास के आतंकी हमले ही हैं, ऐसी आलोचना भी मर्केल ने की। इस दौरान फ्रान्स ने भी इस्राइल को संपूर्ण समर्थन घोषित किया है। इसके साथ ही फ्रान्स ने देश में इस्राइल विरोधी प्रदर्शन करने पर पाबंदी भी लगाई है।
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