सिरिया स्थित हिजबुल्लाह के अड्डे पर इस्रायल के हमले – सिरियन माध्यम का दावा

सना – गाजा पट्टी में हमास के स्थानों पर की कार्रवाई के कुछ ही घंटों में इस्रायल ने सिरिया स्थित हिजबुल्लाह के अड्डे पर हमले किए। इस्रायल के टैंक्स ने सिरिया के गोलान इलाके में किए इस हमले में लष्कर का अड्डा ध्वस्त हुआ होने की जानकारी सिरियन माध्यमों ने दी। ईरान का समर्थन होनेवाला हिजबुल्लाह इस अड्डे का इस्तेमाल इस्रायल के विरोध में कर रहा था, ऐसा आरोप किया जा रहा था।

सिरिया के कुनित्रा इस दक्षिणी प्रांत में गुरुवार सुबह हमले हुए। यहाँ के अल-काहतानिया गाँव की सिरियन लष्कर की चौकी पर इस्रायली टैंक्स ने हमले किए होने की खबर स्थानिक माध्यम ने दी। इस हमले में हुई जीवित हानि के बारे में विवरण सार्वजनिक नहीं हुआ है। सीमा से महज़ १५० मीटर दूरी पर होनेवाली इस चौकी का नियंत्रण सिरियन लष्कर की नाईंटिन्थ ब्रिगेड के पास होने का दावा किया जाता है।

लेकिन पिछले कुछ सालों में सिरिया में चल रहे गृहयुद्ध का फायदा उठाकर ईरान तथा ईरान से जुड़े हिजबुल्लाह इस आतंकवादी संगठन ने यहाँ पर अड्डे बनाए होने का आरोप इस्रायल कर रहा है। हिजबुल्लाह का कमांडर जवाद हाशेम इस अड्डे की बार-बार भेंट करने की जानकारी सामने आ रही है। जवाद यह हिजबुल्लाह के वरिष्ठ कमांडर हाजी हाशेम का बेटा होने की बात कही जाती है। इस स्थान पर हमला हुआ, उस समय जवाद हाशेम वहाँ उपस्थित था अथवा नहीं, यह स्पष्ट नहीं हो सका है। लेकिन अगर वैसा हुआ, तो सिरिया स्थित हिजबुल्लाह के संगठन के लिए यह बड़ा झटका साबित हो सकता है।

इस्रायल ने सिरिया स्थित हिजबुल्लाह के स्थानों पर कार्रवाई करने की चेतावनी पिछले महीने के अंत में दी थी। इस्रायल के ड्रोन्स ने सिरिया के गोलन इलाके में जवाद हाशेम की फोटो होनेवाले पत्रक फेंके थे। ‘हिजबुल्लाह तुम सिरियन लोगों का इस्तेमाल कर रहा है’, ऐसी चेतावनी इस पत्रक में इस्रायल ने दी थी। हिजबुल्लाह के स्थानों पर हमले करने से पहले सिरियन जनता को चेतावनी देने के लिए इस्रायल ने इस प्रकार ड्रोन्स की सहायता से पत्रक गिराई होने की बात सामने आई थी। उसके बाद इस्रायल ने इन स्थानों पर हमले किए थे।

सिरिया के नियंत्रण में होनेवालीं गोलान पहाड़ियों में, ईरान, हिजबुल्लाह तथा ईरान से जुड़े गुटों की गतिविधियाँ बर्दाश्त नहीं की जायेंगी, ऐसा इस्रायल ने पहले ही बताया था। ईरान और इरान से जुड़े आतंकवादी संगठनों की सीमा के पास होनेवालीं गतिविधियाँ, इस्रायल की सार्वभौमिकता को चुनौती देनेवाली साबित होतीं हैं। इस कारण उनका बंदोबस्त करने का अधिकार अपने पास होने का ऐलान इस्रायल ने किया था। इस्रायल के अखबार ने लष्कर के हवाले से प्रकाशित की जानकारी के अनुसार, सन २०२० में इस्रायल ने सिरिया में ५० स्थानों पर हमले किए।

पिछले कुछ सालों में ईरान ने सीरिया में अपनी लकड़ी पकड़ मज़बूत करने के लिए गतिविधियाँ बढ़ाई हैं। इसके लिए सिरिया के वायव्य की ओर तार्तूस और लताकिया में ईरान के नौसेना अड्डे हैं। वहीं, राजधानी दमास्कस के पास दो बड़े अड्डे और हथियारों का गोदाम है। इन अड्डों पर हमले करके, ईरान को सीरिया में पैर जमाने ना देने की घोषणा इस्रायल ने की थी।

इसी बीच, सिरिया में हुई कार्रवाई की ज़िम्मेदारी का स्वीकार इस्रायल के लष्कर ने नहीं किया है। लेकिन लगातार दूसरे दिन ईरान से जुड़े आतंकवादी संगठनों के स्थानों पर हमले हुए हैं। इस्रायल में हुए सत्ता बदलाव के महज़ चार दिनों में ये हमले होने की बात पर इस्रायली निरीक्षक और माध्यम गौर फरमा रहे हैं। उदारमतवादी गुटों के साथ गठबंधन सरकार स्थापन करनेवाले इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट, इस कार्रवाई के ज़रिए ईरान को चेतावनी दे रहे हैं, ऐसा माध्यमों का कहना है।

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