नॉरफोल्क – ‘अटलांटिक क्षेत्र की सुरक्षा संबंधी चुनौतियाँ अधिक जटिल हुई हैं। ऐसी स्थिति में नॉरफोल्क का कमांड इस क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता के लिए नाटो की प्रतिबद्धता दर्शाता है। शत्रु को रोकने के लिए निर्णायक संकेत दे रहा यह कमांड उत्तर अमरीका और यूरोपिय देशों की सुरक्षा आश्वस्त करनेवाला साबित होता है’, इन शब्दों में ‘नाटो’ के कमांडर वाईस एडमिरल एँड्य्रू लुईस ने अमरीका के नॉरफोल्क अड्डे पर ‘जॉइंट फोर्स कमांड’ पूरी क्षमता से सक्रिय होने का ऐलान किया। इसी बीच अमरीका के रक्षाबलप्रमुख जनरल मार्क मिले ने इस कमांड का प्रमुख काम है ‘बैटल ऑफ द अटलांटिक’ में लड़ना, इस ओर ध्यान आकर्षित किया।
रशिया की बढ़ती लष्करी गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर वर्ष २०१८ में नाटो ने दो स्वतंत्र कमांडस् का ऐलान किया था। इनमें से एक कमांड यूरोप में और दूसरा अमरीका में होगा, ऐसा कहा गया था। इसी बीच अमरीका ने भी अपनी नौसेना की ‘सेकंड फ्लीट’ फिर से सक्रिय करने का ऐलान किया था। नाटो का नया कमांड अमरीका की इस ‘सेकंड फ्लीट’ के साथ संयुक्त तौर पर काम करेगी। नई ‘जॉर्इंट फोर्स कमांड’ में डेढ़ सौ से अधिक सैनिक और अफसरों का समावेश है।