ताइपे/बीजिंग – अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ताइवान को प्राप्त हो रहा बढ़ता हुआ समर्थन और ताइवान ने रक्षा तैयारी के लिए बढ़ाई गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर चीन ने ताइवान के खिलाफ ‘ग्रे ज़ोन वॉरफेअर’ की तीव्रता बढ़ाने की बात सामने आयी है। बीते ७२ घंटों में चीन के कुल ९३ विमानों ने ताइवान की हवाई सीमा में घुसपैठ करने की बात स्पष्ट हुई है। चीन द्वारा लगातार की गई यह सबसे बड़ी घुसपैठ साबित हुई है। चीन द्वारा ताइवान के खिलाफ गतिविधियों पर अमरीका ने गंभीर संज्ञान लिया है। ताइवान पर चीन के हो रहे संभावित हमले को नाकाम करने के लिए अमरीका सक्षम है, ऐसा इशारा उप-रक्षामंत्री कैथलीन हिक्स ने दिया है।
शुक्रवार के दिन चीन की शासक कम्युनिस्ट पार्टी का ७२ वां स्थापना दिवस था। इस पृष्ठभूमि पर ताइवान पर दबाव बढ़ाने के लिए चीन की ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी’ ने ‘ग्रे ज़ोन वॉरफेअर’ का दायरा बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। शुक्रवार के दिन ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी’ के २५ विमानों ने सुबह और शाम के समय १३ विमानों ने ताइवान के ‘एअर डिफेन्स आयडेंटिफिकेशन ज़ोन’ में घुसपैठ की। इसके बाद शनिवार के दिन ‘पीएलए’ के कुल ३९ विमानों ने घुसपैठ करने की बात सामने आयी।
इसमें सुबह के समय २० और शाम को १९ विमानों की घुसपैठ का भी समावेश था, यह जानकारी ताइवान के रक्षा विभाग ने प्रदान की। शनिवार के दिन घुसपैठ करनेवाले विमानों में २ ‘वाय-८ एण्टी सबमरीन एअरक्राफ्ट’ समेत २५ ‘जे-१६ जेटस्’, १० ‘एसयू-३०’ और ‘केजे-५०० अर्ली वॉर्निंग एअरक्राफ्ट का समावेश था। इनके अलावा ‘ऑर्किड आयलैण्ड’ के करीब चीन के रिसर्च शिप की गतिविधियाँ नज़र आने की जानकारी भी ताइवान सरकार ने प्रदान की है।
रविवार ३ अक्तुबर को लगातार तीसरे दिन ‘पीएलए’ के १६ विमानों ने ताइवान के ‘एडीआयज़ेड’ में घुसपैठ की, ऐसा रक्षा विभाग ने कहा है। इनमें २ ‘वाय-८ एण्टी सबमरीन एअरक्राफ्ट’ के अलावा ८ ‘जे-१६ फायटर जेटस्’ ४ ‘एसयू-३०’ और २ ‘केजे-५०० अर्ली वॉर्निंग एअरक्राफ्टस्’ के समावेश की जानकारी सामने आयी है। सुबह की इस घुसपैठ के बाद चीनी विमान शाम के समय भी घुसपैठ करेंगे, ऐसी संभावना जताई गई थी। इस वजह से घुसपैठ करनेवाले चीनी विमानों की संख्या बढ़ने के संकेत प्राप्त हुए हैं।
शुक्रवार के बाद ७२ घंटों के दौरान चीन के कुल ९३ विमानों ने ताइवान की सीमा में घुसपैठ करने की बात स्पष्ट हुई है। सुबह, शाम अलग अलग लष्करी युनिट के विमानों ने यह घुसपैठ करने की बात भी सामने आयी है। इससे चीन ने अपनी ‘जॉर्इंट कॉम्बैट कैपेबिलिटी’ दिखाई है, यह दावा ताइवान के विश्लेषक कर रहे हैं। ताइवान के करीब चीन की जारी इन गतिविधियों का अमरीका ने भी गंभीर संज्ञान लिया है।
‘ताइवान की समुद्री सीमा में इन घटनाओं पर अमरीका का रक्षा विभाग नज़र रखे हुए है। ताइवान पर चीन के संभावित हमले का मुद्दा अमरिकी रक्षा विभाग ने गंभीरता से लिया है। चीन ने अपने प्रचंड़ लष्करी सामर्थ्य के जोर पर इस तरह की मुहिम के लिए गतिविधियाँ करने पर इसे रोकने के लिए अमरीका सक्षम है’, ऐसा इशारा अमरीका की उप-रक्षामंत्री कैथलीन हिक्स ने दिया है। अमरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राईस ने भी चीनी विमानों की इन घुसपैठ पर प्रतिक्रिया दर्ज़ की है और चीन की यह गतिविधियाँ उकसानेवाली और स्थिरता को नुकसान पहुँचानेवाली होने की आलोचना भी की है।
इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |