इस्रायल ने कराज प्लांट पर हमला किया था – ईरान का गंभीर आरोप

तेहरान – ईरान के कराज शहर के प्लांट पर हुए हमले के लिए इस्रायल ज़िम्मेदार होने का आरोप ईरान ने किया। ईरान का परमाणु कार्यक्रम बाधित करने के लिए तथा अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग के साथ संबंध बिगाड़ने के लिए इस्रायल ने यह आतंकवादी हमले किए, ऐसा ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख मोहम्मद इस्लामी ने कहा। साथ ही, ईरान के न्यूक्लियर प्लांट को लक्ष्य करनेवाले इस्रायल के संदर्भ में अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग अपनी भूमिका स्पष्ट करें, ऐसी माँग ईरान ने की है। इसी बीच, इस्रायल और ईरान के बीच युद्ध कभी का शुरू हुआ होने की चेतावनी ईरान के विदेश मंत्रालय ने कुछ दिन पहले ही दी थी।

कराज, प्लांट

तीन महीने पहले, २४ जून को राजधानी तेहरान के पास होनेवाली कराज शहर में स्थित प्लांट पर ड्रोन्स के हमले होने की ख़बर जारी हुई थी। इसमें इस प्लांट का भारी नुकसान हुआ, ऐसा इस्रायली माध्यमों ने कहा था। लेकिन ईरान का लष्कर और सरकार से जुड़े माध्यमों ने इस दावे को ठुकरा दिया। उल्टे ईरान की सुरक्षा यंत्रणा ने प्लांट पर हुए हमले सफलतापूर्वक नाकाम किए, ऐसा ईरान ने घोषित किया। लेकिन इस्रायली लष्कर से संबंधित कंपनी ने कराज प्लांट के सैटेलाइट फोटोग्राफ्स जारी करके इस प्लांट का नुकसान होने के दावे की पुष्टि की थी।

पिछले तीन महीने ईरान ने इस पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी थी। लेकिन सोमवार को ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख मोहम्मद इस्लामी ने कराज प्लांट पर हुआ हमला और उसमें हुए नुकसान की कबूली दी। ‘ईरान के परमाणु कार्यक्रम में इस्तेमाल किए जा रहे सेंट्रीफ्यूजेस तथा अन्य संशोधन से संबंधित सामग्री का निर्माण करनेवाले इस प्लांट पर हुए आतंकवादी हमले के लिए इस्रायल ज़िम्मेदार है। इस हमले के कारण इस प्लांट का सीसीटीवी कैमरा और अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा इस्तेमाल कर रही सामग्री का नुकसान हुआ। इस हमले के द्वारा इस्रायल ईरान और आयोग के संबंधों को झटका दे रहा है’, ऐसा आरोप इस्लामी ने किया।

कराज, प्लांट

वहीं, अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग में नियुक्त ईरान के राजदूत काझेम घरीबाबादी ने इस्रायल के कारनामों के संदर्भ में आयोग से स्पष्टीकरण पूछा। ईरान के न्यूक्लियर प्लांट्स पर हमले करनेवाले इस्रायल के संदर्भ में आयोग अपनी भूमिका स्पष्ट करें, ऐसी माँग घरीबाबादी ने की।

ईरान और इस्रायल के बीच बहुत पहले से ही युद्ध भड़का होने का दावा ईरान के विदेश मंत्रालय ने दो दिन पहले ही किया था। इसलिए दो सालों में इस्रायल ने ईरान के नातांझ तथा अन्य न्यूक्लियर प्लांट्स और लष्करी प्रोजेक्ट्स पर खुफिया हमले किए हैं। साथ ही, मोहसिन फखरीझादेह इस परमाणु वैज्ञानिक की हत्या करवाकर इस्रायल ने ईरान के विरोध में युद्ध ही पुकारा है, ऐसा ईरान ने डटकर कहा था। दो दिन पहले ईरान के क्षेपणास्त्र अड्डे पर आग लगकर बड़ा नुकसान होने का दावा किया जाता है। इस दुर्घटना के लिए ईरान ने अभी भी किसी को भी दोषी नहीं ठहराया है। लेकिन पिछले दो सालों से ईरान और इस्रायल के बीच जारी खुफिया युद्ध की पृष्ठभूमि पर, इस दुर्घटना की ओर भी शक की निगाह से देखा जा रहा है।

English    मराठी

इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:

https://twitter.com/WW3Info
https://www.facebook.com/WW3Info