ताइवान की उकसानेवाली हरकतों की वजह से चीन के सामने युद्ध के अलावा अन्य विकल्प नहीं रहेगा – चीन के मुखपत्र की धमकी

बीजिंग/ताइपे – ताइवान ने उकसानेवाली हरकतें जारी रखीं तो चीन के सामने युद्ध के अलावा अन्य विकल्प नहीं रहेगा, ऐसी सरेआम धमकी चीनी माध्यमों ने दी है। रविवार के दिन ताइवान की राष्ट्राध्यक्षा त्साई ईंग-वेन ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किए हुए भाषण के खिलाफ ज़हर उगलते हुए यह धमकी दी गई है। शनिवार के दिन चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने ताइवान का विलय शांतिपूर्ण तरीके से करने के लिए वचनबद्ध होने का इशारा दिया था। इसके जबाव में ताइवान की राष्ट्राध्यक्षा त्साई र्इंग-वेन ने ताइवान किसी के आगे नहीं झुकेगा, यह इशारा दिया था।

चिथावणीखोर, युद्ध के अलावा

इस महीने के पहले चार दिनों में चीन के तकरीबन डेढ़सौ विमानों ने ताइवान के ‘एअर डिफेन्स आयडेंटिफिकेशन ज़ोन’ (एडीआयज़ेड) में घुसपैठ की थी। यह अब तक की सबसे बड़ी घुसपैठ है। लड़ाकू विमानों की घुसपैठ के अलावा चीन ने ताइवान पर हमला करने के लिए अलग अलग हिस्सों में युद्धाभ्यास शुरू करने के अलावा तैनाती बढ़ाने की जानकारी भी सामने आ रही है। इस वजह से चीन और ताइवान के बीच तनाव चरम स्तर पर जा पहुँचा है और कई विश्‍लेषक एवं विशेषज्ञों ने संघर्ष होने का अनुमान भी लगाया है। इसी पृष्ठभूमि पर चीन के सरकारी मुखपत्र ‘ग्लोबल टाईम्स’ का ऐसे धमकाना ध्यान आकर्षित कर रहा है।

रविवार के दिन ताइवान के ७२ वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्राध्यक्षा त्साई ईंग-वेन का भाषण ‘राजनीतिक फार्स’ होने की आलोचना ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने की। ‘ताइवान की राष्ट्राध्यक्षा का बयान चीन विरोधी द्वेष से भरा हुआ है। चीन को शत्रुदेश कहना ताइवान की हुकूमत की अलगाववादी नीति का निदर्शक है और यह हुकूमत द्विराष्ट्र सिद्धांत की ही पहल कर रही है। लोकतंत्रवादी और मुक्त विश्‍व का प्रतिनिधित्व करनेवाला ताइवान एकाधिकारशाही विरोधी मोर्चे का हिस्सा होने की बात दिखाने की कोशिश कर रहा है। इस बात से हमें उकसाने की बहुत बड़ी कोशिश की जा रही है’, यह आरोप ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने लगाया है। ताइवान की हुकूमत ने इस तरह से यदि उकसाना जारी रखा तो चीन के सामने युद्ध के अलावा अन्य विकल्प नहीं रहेगा, ऐसी धमकी भी इस मुखपत्र ने दी है।

चिथावणीखोर, युद्ध के अलावा

बीते कुछ दिनों में चीनी मुखपत्र ने ताइवान को दी हुई यह दूसरी धमकी है। बीते हफ्ते चीनी विमानों की ताइवान की सीमा में हुई गतिविधियों को लेकर भी ग्लोबल टाईम्स ने धमकाया था। चीन के ‘पीएलए’ की रवाना की जा रही विमानों की बढ़ती संख्या यानी हमले की तैयारी होने की धमकी चीन के सरकारी मुखपत्र ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने दी थी। लगातार भेजे जा रहे विमानों की वजह से चीनी वैमानिकों को ताइवान के इलाके की अच्छी पहचान हुई है और हमले के आदेश पाते ही वह अनुभवी पायलट की तरह कार्रवाई करेंगे, यह दावा ‘ग्लोबल टाईम्स’ के लेख में किया गया था।

इसी बीच, ताइवान की राष्ट्राध्यक्षा त्साई र्इंग-वेन ने रविवार के दिन देश को संबोधित करते हुए चीन और ताइवान के बीच ‘स्टेटस को’ यानी मौजूदा स्थिति में बदलाव ना हो, इसके लिए हर तरह की कोशिश करने की स्पष्ट गवाही दी। ‘चीन और ताइवान के ताल्लुकात सामान्य होने की उम्मीद नहीं है और कोई भी जल्दबाजी नहीं करेगा। लेकिन, साथ ही ताइवान की जनता किसी भी दबाव के सामने झुकेगी, इस गलतफहमी में कोई भी ना रहे’, यह इशारा त्साई र्इंग-वेन ने दिया। इस दौरान ताइवान अपनी रक्षा क्षमता बढ़ाकर सुरक्षा करने के लिए तैयार रहेगा, इस ओर भी उन्होंने ध्यान आकर्षित किया। चीन की दिखाई गई राह पर चलने के लिए ताइवान पर कोई भी जोरजबरदस्ती नहीं कर सकता, यह इशारा भी ताइवान की राष्ट्राध्यक्षा ने दिया।

राष्ट्राध्यक्षा त्साई र्इंग-वेन ने यह इशारा देने से पहले चीन के राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने फिर एक बार ताइवान के विलय का मुद्दा उठाने की बात सामने आयी है। ताइवान की स्वतंत्रता और अलगाववाद चीन को नई चेतना प्रदान करने में सबसे बड़ा अड़ंगा होने का दावा जिनपिंग ने किया। चीन का विलयन अस्तित्व में उतरेगा और इसे शांति से कराना ताइवान की जनता के हित में रहेगा, यह इशारा चीन के राष्ट्राध्यक्ष ने दिया है। चीन अपनी संप्रभुता और एक्जुटता की रक्षा करेगा, यह इशारा भी उन्होंने दिया था।

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