जेरूसलम/न्यूयॉर्क – ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर हमला करने की तैयारी जुटाने के लिए इस्रायल ने अतिरिक्त १.५ अरब डॉलर्स का प्रावधान किया है। इससे लड़ाकू विमान, गश्त ड्रोन्स एवं कुछ अहम हथियार खरीदें जाएंगे, यह दावा किया जा रहा है। इस्रायल के रक्षामंत्री बेनी गांत्ज़ ने इस अतिरिक्त प्रावधान का समर्थन करने से इस्रायल अब ईरान पर हमला करने की तैयारी जुटाने की बात स्पष्ट होने लगी है। इसी बीच, ईरान की वायु सेना ने गुरूवार से राष्ट्रव्यापी हवाई युद्धाभ्यास शुरू किया है।
इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट की सरकार ने कुछ दिन पहले देश के रक्षा खर्च के लिए अतिरिक्त प्रावधान करने का ऐलान किया था। इस पर इस्रायली संसद की विदेश एवं रक्षा समिती के समक्ष सुनवाई के दौरान रक्षामंत्री गांत्ज़ ने इस्रायल की चुनौतियों की जानकारी साझा की। इस्रायल को कई मोर्चों पर लष्करी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और ईरान एवं ईरान के परमाणु कार्यक्रम से इस्रायल को सबसे बड़ा खतरा होने का बयान गांत्ज़ ने किया।
‘ईरान परमाणु बम बनाने के अधिकाधिक करीब पहुँच रहा है और ईरान को रोकने के लिए इस्रायल हर संभव कोशिश कर रहा है। इसके लिए इस्रायल अपने आक्रामक और बचावात्मक सामर्थ्य में बढ़ोतरी करने के लिए निवेश कर रहा है। साथ ही तकनीक से जुड़े मोर्चे के लिए भी कोशिश जारी है’, यह बात गांत्ज़ ने साझा की। यह जानकारी देने के बावजूद १.५ अरब डॉलर्स के इस अतिरिक्त प्रावधान का इस्तेमाल कैसे किया जाएगा, इसका ब्यौरा इस्रायल के रक्षामंत्री ने साझा नहीं किया।
लेकिन, इस्रायल लड़ाकू विमान, गश्त ड्रोन्स एवं ‘अंडरग्राउंड’ प्रकल्पों को लक्ष्य करने की क्षमता वाले बम खरीद सकता है, यह दावा इस्रायली माध्यम कर रहे हैं। अमरीका ने कुछ दिन पहले ही ‘जीबीयू-७२ बंकर बस्टर’ बम का सफल परीक्षण किया था। ईरान के पहाड़ों में छुपे फोर्दो परमाणु प्रकल्प पर हमला करने के लिए इस बंकर बस्टर बम का इस्तेमाल हो सकता है। इसी कारण इस्रायल यह बम खरीदेगा, यह दावा इस्रायली माध्यम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री बेनेट की सरकार ईरान को लेकर अधिकाधिक आक्रामक भूमिका अपनाने की बात बीते महीने से गतिविधियों से सामने आ रही है। इस्रायल के विदेशमंत्री येर लैपिड ने अपने बीते हफ्ते के अमरीका दौरे में भी ईरान को लेकर इशारा दिया था। ईरान को परमाणु बम का निर्माण करने से रोकने के लिए अमरीका बातचीत के अलावा अन्य विकल्पों का इस्तेमाल करे, यह सुझाव लैपिड ने दिया था। उनसे पहले प्रधानमंत्री बेनेट ने अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन से मुलाकात के दौरान भी ‘प्लैन बी’ का ज़िक्र किया था। इस्रायल के रक्षाबलप्रमुख लेफ्टनंट जनरल अविव कोशावी ने भी ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर हमला करने के लिए जोरदार गतिविधियाँ शुरू करने का बयान किया था।
इस्रायल से यह खबर प्राप्त हो रही थी तभी ईरान ने गुरुवार से सालाना हवाई युद्धाभ्यास शुरू किया। १२ हवाई अड्डों के समावेश के साथ यह युद्धाभ्यास किया जा रहा है। इस युद्धाभ्यास में ईरान की वायुसेना के लड़ाकू, बॉम्बर एवं गश्त विमान भी शामिल हुए हैं। इसी दौरान संयुक्त राष्ट्रसंघ में नियुक्त ईरान के राजदूत माजिद तख्त रवांची ने राष्ट्रसंघ के सामने इस्रायल की शिकायत की है। ईरान के परमाणु कार्यक्रम को इस्रायल से होनेवाले खतरे का संयुक्त राष्ट्रसंघ गंभीर संज्ञान ले, यह माँग भी रवांची ने की है।
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