परमाणु समझौते के लिए अमरीका ने ईरान को दबाव में रखना ही होगा

- अमरीका के पूर्व रक्षामंत्री एवं वरिष्ठ अफसर का इशारा

वियना – ईरान के परमाणु समझौते पर वियना में हो रही बातचीत स्थगित हुई है| ईरान के प्रतिनिधि अपनी सरकार से चर्चा करने के लिए स्वदेश लौटने से यह चर्चा कुछ समय के लिए रोक दी गई है| इस बातचीत के माध्यम से ईरान समय बरबाद कर रहा है और इस अवधि का इस्तमाल ईरान परमाणु अस्त्रों का निर्माण करने के लिए करेगा, यह इशारा इस्रायल ने पहले ही दिया था| यूरोपिय देशों ने भी वियना की चर्चा स्थगित होना निराशाजनक घटना होने का बयान किया है| तो, अमरीका के पूर्व रक्षामंत्री एवं वरिष्ठ सैन्य एवं राजनीतिक अफसरों ने बायडेन प्रशासन ईरान को खौफ का अहसास देनेवाली कार्रवाई करे, यह मॉंग रखनेवाला खत भेजा है| इसके बिना ईरान परमाणु समझौते के लिए तैयार नहीं होगा, यह दावा इस खत में किया गया है|

अणुकरारासाठी, परमाणु समझौते

ईरान का परमाणु कार्यक्रम तेज़ी से आगे बढ़ रहा है| परमाणु बम का निर्माण करने का ध्येय प्राप्त करने के ईरान काफी करीब पहुँचा होने के दावे अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग भी कर रहा हैं| ऐसी स्थिति में ईरान को रोकने का अवसर हाथों से फिसल रहा हैं, यह इशारा इस्रायल दे रहा है| इसके साथ ही खाड़ी क्षेत्र के देशों ने भी ईरान के खिलाफ एकजुट होकर ईरान का परमाणु बम पाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, यह धमकी दी है| सौदी अरब के क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने तो वियना में जारी बातचीत में सौदी अरब को भी शामिल करने की मॉंग हाल ही में हुई ‘जीसीसी’ की बैठक में उठाई थी| लेकिन, बायडेन प्रशासन अब भी ईरान के प्रति उदार भूमिका छोड़ने के लिए तैयार ना होने की आलोचना हो रही है|

वियना में जारी बातचीच के दौरान अमरीका और यूरोपिय देशों ने सामने रखे प्रस्ताव पर अपने देश के नेतृत्व से चर्चा करना आवश्यक होने का बयान करके ईरान के प्रतिनिधि स्वदेश लौटे हैं| इस वजह से चर्चा स्थगित हुई है और इस पर यूरोपिय देशों के राजनीतिक अफसरों ने तीव्र नाराज़गी व्यक्त की| चर्चा स्थगित हुई, यह निराशजनक घटना है, ऐसा यूरोपिय देशों के राजनीतिक अफसरों ने कहा है| ठीक इसी समय बायडेन प्रशासन को अमरीका के पूर्व रक्षामंत्री समेत रक्षाबलों के पूर्व वरिष्ठ अफसरों के खत की काफी चर्चा होने लगी है|

अणुकरारासाठी, परमाणु समझौते

अमरीका के पूर्व रक्षामंत्री लिऑन पैनेट्टा, पूर्व जनरल डेविड पेट्रॉस, पूर्व उप-रक्षामंत्री मिशेल फ्लॉरनी, पूर्व जनप्रतिनिधी हॉवर्ड बर्मेन और जेन हार्मन एवं नामांकित विश्‍लेषक रॉबर्ट सैटलॉफ और डेनिस रोज़ द्वारा भेजे गए संयुक्त खत में बायडेन प्रशासन से ईरान के मुद्दे पर काफी अहम मॉंग की गई है| परमाणु कार्यक्रम की चर्चा में समय बरबाद करने वाले ईरान पर धौंस जमाने बहुत ज़रूरत है| इसके लिए अमरीका को व्यापक युद्धाभ्यास का आयोजन करने की आवश्यकता हैं| या अमरीका के हमला का अहसास ईरान को कराना होगा| इस तरह से ड़र निर्माण हुए बिना ईरान को परमाणु समझौते की ज़रूरत महसूस नहीं होगी, यह इशारा इन सभी लोगों ने अपने खत से दिया है|

पिछले कुछ दिनों से अमरीका ने सैन्य गतिविधियॉं बढ़ाकर ईरान को इशारे देने की कोशिश की थी| अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन हमारे देश के सामने ईरान को रोकने के लिए सैन्य विकल्प भी मौजूद होने का बयान बार=बार कर रहे हैं| इसका ईरान पर ज्यादा असर नहीं हुआ है| ऐसी स्थिति में ईरान पर धौस जमाने के लिए पूर्व मंत्री, पूर्व वरिष्ठ अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि और विश्‍लेषकों की मॉंग बायडेन प्रशासन पर अधिक दबाव ड़ाल रही है| इसी बीच किसी भी कीमत पर ईरान को परमाणु अस्त्र से सज्जित होने नही देंगे, ऐसा कहने वाले इस्रायल का संयम भी खत्म होता स्पष्ट दिखाई देने लगा है|

ईरान को रोकने के लिए इस्रायल को खाड़ी देशों की सहायता मिल रही है| इसका भी बायडेन प्रशासन पर दबाव पड़ा रहा है| इस वजह से ईरान के परमाणु कार्यक्रम का मुद्दा अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष के लिए सबसे बड़ी चुनौती है|

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