सना – सौदी अरेबिया और अरब मित्रदेशों की लश्करी आघाडी ने येमन में हौथी विद्रोहियों के ठिकानों पर किए हुए हवाई हमलों में ७७ लोग मारे गए। सप्ताह के आरंभ में हौथी विद्रोहियों ने युएई की राजधानी पर किए ड्रोन एवं मिसाईल हमलों के जवाब में अरब देशों की लश्करी आघाडी ने यह कार्यवाही की। मगर सौदी ने सादा शहर की जेल को लक्ष्य करके इसमें नागरिकों की जान जाने का आरोप हौथी विद्रोहियों ने लगाया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी गूंज सुनाई दी है और संयुक्त राष्ट्र संघ ने इसका अवधान लिया है और अरब देशों को हमले रोकने का अव्हान किया है।
पांच दिन पूर्व येमन के हौथी विद्रोहियों ने युएई की राजधानी अबू धाबी पर ड्रोन्स और बैलिस्टि मिसाईलों के हमले किए थे। इन हमलों में दो भारतियों की जान गई। अपनी यह कार्यवाही युएई की हुकूमत को इशारा देने की बात कहकर हौथी विद्रोहियों ने भविष्य में भी युएई में हमले करने की धमकी दी थी। इसके बाद सौदी अरेबिया एवं अरब मित्रदेशों की लश्करी आघाडी ने हौथी विद्रोहियों के ठिकानों पर हमले शुरु किए।
शुक्रवार को येमन के अत्तर में स्थित सादा तथा पश्चिम में स्थित हौदेदा शहरों के हौथी विद्रोहियों के ठिकानों पर अरब देशों की लश्करी आघाडी ने हवाई हमले किए। इनमें से सादा पर किए गए हमलों में ७७ लोग मारे गए। हौथी विद्रोहियों से संलग्न समाचार चैनल ने दी हुई जानकारी के अनुसार, सौदी के लडाकू विमानों ने यहां की जेल पर हमला किया। इसमें ७७ लोगों की जान गई ऐसा इस समाचार चैनल ने कहा है। स्थानिक मानवाधिकार संघटनों ने भी इस समाचार को दोहराया।
अगले कुछ घंटों में हौदोदा शहर के टेलिकॉम कंपनी की इमारत ध्वस्त कर दी। यह कंपनी हौथी विद्रोहियों के नियंत्रण में होने की वजह से सौदी के जुडे लश्करी आघाडी द्वारा यह कार्यवाही किए जाने की चर्चा है। इसलिए येमन में इंटरनेट व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित होने का दावा स्थानिक मानवाधिकार संघटनाओं ने किया। संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव ऐंटोनियो गुतेरस ने इन दोनों घटनाओं को नोट करके सौदी अरेबिया और अरब मित्रदेशों की आघाडी की टीका करके यह हमले रोकने का आव्हान किया है।
मगर अरब देशों की लश्करी आघाडी ने यह आरोप ठुकराया है। हमने हौथी विद्रोहियों के ठिकानों पर हमले किए थे। संबंधित स्थान पर नागरी बस्ती ना होने की बात निश्चित करने के बाद ही कार्यवाही की जाने की जानकारी अरब देशों के लश्करी आघाडी के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल तुर्की अल-मलिकी ने दी। तथा हौथी विद्रोही गलत जानकारी देकर अंतरराष्ट्रीय समूदाय को गुमराह कर रहे हैं, यह आरोप मलिकी ने लगाया।
इस दौरान पिछले कुछ महीनों में येमन के हौथी विद्रोहियों के हमले तीव्र हुए हैं। पिछले वर्ष सौदी अरेबिया की राजधानी रियाध पर बैलेस्टिक मिसाईलों के हमले करने वाले हौथियों ने युएई की राजधानी को भी लक्ष्य किया है। इसकी वजह से तमतमाए हुए अरब देश हौथियों पर जोरदार हमले कर सकते है, ऐसा इशारा युरोपिय माध्यम दे रहे हैं। ऐसा हुआ तो येमन के इस संघर्ष में ईरान कूदेगा। इसके बाद खाडी में सौदी विरुद्ध ईरान का संघर्ष छिडेगा, ऐसी ताकीद युरोपिय विश्लेषक दे रहे हैं।
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