युक्रेन अगर नाटो का सदस्य बना, तो रशिया और नाटो के बीच युद्ध भड़केगा

- रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन की चेतावनी

मॉस्को/वॉशिंग्टन – यदि युक्रेन नाटो का सदस्य बना, तो रशिया और नाटो के बीच युद्ध भड़केगा, ऐसी चेतावनी रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने दी। अमरीका को युक्रेन की सुरक्षा में दिलचस्पी ना होकर, केवल रशिया को रोकने के साधन के रूप में युक्रेन का इस्तेमाल किया जा रहा है, ऐसा आरोप भी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने किया। अमरीका और नाटो रशिया की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को लगातार नज़रअंदाज कर रहे होने की आलोचना भी उन्होंने की। पुतिन के इन बयानों की पृष्ठभूमि पर, अमरीका और नाटो ने तनाव कम करने के लिए रशिया को प्रस्ताव देने के दावे जारी हुए हैं।

नाटो का सदस्य

रशिया ने नये साल में युक्रेन सीमा पर लष्करी तैनाती भारी मात्रा में बढ़ाई होने की बात युक्रेन, अमरीका और नाटो द्वारा बताई जा रही है। अमरीका तथा नाटो द्वारा ऐसी चेतावनियाँ भी दी जा रही हैं कि युक्रेन पर कभी भी आक्रमण हो सकता है। रशिया के मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी इस मामले में हो रहे ये आरोप लगातार ठुकरा रहे थे। लेकिन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने उस पर अपनी भूमिका नहीं रखी थी। इस कारण, मंगलवार को पुतिन ने किए बयान गौरतलब साबित हुए हैं। मंगलवार को राजधानी मॉस्को में, नाटो का सदस्य देश हंगेरी के प्रधानमंत्री व्हिक्टर ऑर्बन के साथ आयोजित की पत्रकार परिषद में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष ने अपनी भूमिका स्पष्ट की।

‘अमरीका को युक्रेन की सुरक्षा की चिंता है, ऐसा हमें नहीं लगता। अमरीका का मुख्य उद्देश्य रशिया की प्रगति को रोकना यह है। इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए केवल एक साधन के रूप में युक्रेन का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके लिए अमरीका द्वारा रशिया को युक्रेन के साथ युद्ध में धकेलने के प्रयास हो रहे हैं। इस युद्ध का फ़ायदा उठाकर रशिया पर प्रतिबंध लगाने का अमरीका का इरादा है’, ऐसा तीखा आरोप राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने किया। अमरीका और नाटो, रशिया द्वारा रखी गई माँगों को अनदेखा कर रहे हैं, ऐसा दावा भी उन्होंने किया।

उसी समय, युक्रेन को नाटो में सहभागी करने के लिए कोशिशें जारी होकर, यदि ऐसा हुआ तो रशिया और नाटो के बीच युद्ध भड़क सकता है, ऐसा भी पुतिन ने डटकर कहा। नाटो का सदस्य बनने के बाद अगर युक्रेन ने क्रिमिआ पर कब्ज़ा करने के लिए लष्करी कार्रवाई की, तो नाटो क्या करेगा, क्या इसके बारे में युक्रेन ने सोचा है? ऐसा सवाल रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने किया। अमरीका-नाटो रशिया की सीमा से सटे देशों में रक्षा तैनाती बढ़ा रहे हैं, इस पर भी उन्होंने गौर फ़रमाया।

इसी बीच, पुतिन के बयानों की पृष्ठभूमि पर अमरीका और नाटो द्वारा रशिया को प्रस्ताव दिया गया होने का दावा एक स्पेनिश अखबार ने जारी किया है। उसमें रशिया को युरोप स्थित नाटो के अड्डों का परीक्षण करने की अनुमति देने के प्रस्ताव का समावेश है। उसी समय, युक्रेन में नाटो क्षेपणास्त्र तैनात नहीं करेगा इस प्रावधान का भी उल्लेख है। रशिया ने अगर सीमा पर बनी लष्करी तैनाती को हटाया, तो शीत युद्ध के दौर के शस्त्र-समझौतों को पुनर्जीवित करने का आश्वासन भी दिया गया है, ऐसा ‘एल पेस’ इस स्पेनिश अखबार ने कहा है।

English   मराठी

इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:

https://twitter.com/WW3Info
https://www.facebook.com/WW3Info